13-11-2020, 04:13 PM
मासी-“…..अई….अई….अई….अई…इसस्स्स्स्स्स्स्स्…..उहह्ह्ह्ह..ओह्ह्ह्हह्ह….” की आवाजो के साथ चुदवा रही थी। मासी को चोदने में बहुत मजा आ रहा था। यहाँ न कोई डर था।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.