13-11-2020, 03:35 PM
उनके बाद मैंने जल्दी से मासी के 32,28,34 के फिगर को देखने जल्दी से रूम पर आ गया। आज तो मासी बहुत ही ज्यादा हॉट और सेक्सी लग रही थी। मासी के रूम पर आते ही जी करने लगा आज तो मासी को चोद डालूँ। मासी ने लाल रंग सलवार और समीज पहना था। मुझे मासी के बदन पर बहुत ही अच्छा लग रहा था। मासी की समीज में पीछे नेट था। मासी के ब्रा किं पट्टियां साफ़ साफ़ दिख रही थी।मेरा लंड तो बेकाबू होता जा रहा था। मैं घर जाने को कहने लगा। मासी ने मुझे रोक लिया कहने लगी इतने दिन बाद आये हो तो रूक के जाओ। दो तीन दिन बाद चले जाना। मासी ने मम्मी से बता दिया। मुझे तो मासी की चुदाई करने की नजर आने लगी। मासी और हम बहुत खुश थे। मासी और हम शाम को घूम कर आये। रात में खाना खाकर पढ़ाई की मासी ने। मैंने भी कुछ देर पढ़ा। मासी सो गई। लेकिन मुझे नींद कहाँ आने वाली थी। मासी की चुदाई की तरकीब सोचते सोचते 1 बज गए। मेरा लंड खड़ा था। मैंने अपने पैजामे से ही अपने लंड को मासी की गांड में छुआने लगा। मासी सो रही थी। मैं अपने लंड को छुआ के आनंद ले रहा था। मासी ने करवटे बदली। इस बार मासी की चूत मेरे लंड के सामने थी। मासी की चूत पर अपना हाथ रख दिया। मासी ने हाथ हटा दिया। मासी ने भी मेरा तना लंड देखा। मेरा पैजामे को तंबू की तरह ताने हुए था। मौसी की भी चूत में कुछ कुछ होने लगा। मौसी मेरे लंड को देख रही थी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.