13-11-2020, 03:29 PM
मैं बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी. मैं बोली, भैया अब मत तड़पाओ. जल्दी चोद दो मुझे, उसने कहा अभी कहा रंडी आज तो पूरी रात छोडूंगा, वो मेरे पैर को अलग अलग कर दिया और बिच में लंड को रख कर जोर से धक्का दिया, पर चूत टाइट होने की वजह से छटक गया, क्यों की चूत पर काफी फिसलन थी. और चूत की छेद काफी छोटी थी. आज तक मैं कभी चुदी नहीं थी. उसने फिर से कोशिश की, फिर मैं खुद सेट की, उसके लंड को चूत पर, उसने एक जोरदार धक्का दिया, और चूत के अंदर लंड दाखिल हो गया, मैं कराह उठी. तकिये को कस के पकड़ ली, और जोर से चिल्ला उठी. पर वो थोड़ा शांत हुआ मेरी चूचियों को सहलाया और फिर अंदर बाहर करने लगा.
करीब दस मिनट में ही मुझे भी मजा आने लगा, और फिर क्या था, कभी मैं ऊपर कभी वो ऊपर, हम दोनों एक दूसरे को हेल्प कर रहे थे, और मजे ले रहे थे, दोस्तों हम दोनों ने पूरी रात चुदाई की, खूब छोड़ा उसने, मेरी चूत लाल हो गई थी और दर्द सहा नहीं जा रहा था, पर धीरे धीरे ठीक हो गया था. आज भी हु बहु याद है पिछली राखी.
करीब दस मिनट में ही मुझे भी मजा आने लगा, और फिर क्या था, कभी मैं ऊपर कभी वो ऊपर, हम दोनों एक दूसरे को हेल्प कर रहे थे, और मजे ले रहे थे, दोस्तों हम दोनों ने पूरी रात चुदाई की, खूब छोड़ा उसने, मेरी चूत लाल हो गई थी और दर्द सहा नहीं जा रहा था, पर धीरे धीरे ठीक हो गया था. आज भी हु बहु याद है पिछली राखी.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.