13-11-2020, 03:11 PM
चुदाई के बीच में ना जाने कहाँ से भैया आ गये, मुझे और भाभी को उन्होने रंगे हाथो पकड लिया। पहले तो भैया ने अपने कमरे में मेरी खूब पेलाई की और फिर भाभी को भी खूब पेला। उन्होंने मुझसे कहा फिर दोबारा मेरे घर में मत आना। मै फिर दोबारा उनके घर नही गया और ना ही फिर कभी भाभी की चुदाई की।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
