13-11-2020, 03:08 PM
भाभी ने कहा पूछा क्या – मैंने भाभी से पूछा की शादी से पहले आप का कोई बोयफ़्रेंड था क्या??
भाभी कुछ देर कुछ ना बोली। फिर उन्होंने कहा किसी को बताना मत मै ये केवल तुम्हे बता रही हूँ। हाँ जब मै इंटर में थी तो एक लड़का मुझे बहुत लाइक करता था और मै भी उसे बहुत लाइक करती थी। मैंने फिर पूछा – “आप लोगो के बीच कुछ हुआ था कि नही”। भाभी मुस्कुराते हुए बोली हाँ एक बार मै मैंने कॉलेज बंक करके उसके दोस्त के रूम पर गई थी और हम लोगो ने किस के साथ 2 सेक्स भी किया था। मेरा लंड खड़ा हो गया था, ये सब बाते करके भाभी से। भाभी ने कहा – “किसी से भी ये बात कभी मत कहना मैंने तुम से बता दिया है” मैंने भी भाभी को अपने बारे में सब बता दिया – मेरी एक गर्लफ्रेंड है, और हम लोग भी बहुत बार चुदाई कर चुके है। मैंने कभी भी भाभी को गलत नजरो से नही देखा था। बस केवल मै उनसे एक दोस्त कि तरह से बातें करता था। दोस्तों कुछ ही दिन पहले की बात है भैया को 15 दिनों के लिए मुंबई जाना था अपनी नौकरी के सिलसिले में। भैया मुंबई चले गये, तो भाभी अकेली हो गयी। उनकी कुछ दिनों से चुदाई भी नही हुई थी।
एक दिन मै दोपहर के समय भाभी के कमरे में आया, भाभी अपने कमर में मैक्सी पहने हुए लेटी हुई थी। और टीवी देखने में बिजी थी मैंने चुपके से पीछे से उनकी आँखों को पकड लिया। भाभी ने मेरे हाथो को सहलाते हुए पकड़ा, लेकिन वो पहचान नही पाई। भाभी के आँखों को पकड़ते समय मेरा हाथ भाभी के मम्मो में छु गया। भाभी की कई दिनों से चुदाई नही हुई थी, इसलिए मेरा हाथ उनकी चूची में छूते ही उनकी सांसे बढ़ने लगी थी। मैंने अपना हाथ उनके मम्मो पर जल्दी से हटा लिया। मेरा भी लड़ खड़ा हो गया था। मै भाभी के बगल में ही बैठ गया।
दोस्तों, मैंने अपनी तरफ से कुछ भी नही किया भाभी को चोदने के लिये। भाभी ही अपनी चुदाई करवाने के चक्कर में थी। मै भाभी के बगल मे बैठा हुआ था, भाभी की मैक्सी बहुत हल्की थी। उनके बूब्स की छाप उनकी मैक्सी पर दिख रहा था। मै ये सब देख कर कामातुर हो रहा था। मेरा भी मन किसी को चोदने को कर रहा था। लेकिन मुझे क्या पता था कि मै अपने भाभी को ही चोदने वाला हूँ।
थोड़ी देर बाद भाभी ने अपने हाथ को अंगडाई लेने के बहाने से मेरे जांघ पर रख दिया। मेरा लंड खड़ा था, मै अपने लंड को दबाने लगा था। भाभी ने अपने हाथ को मेरी जांघ से नही हटाया और अपनी उंगलियों को हिलाने लगी, जिससे उनकी उँगलियाँ मेरे जांघ में छू रही थी। मेरा तो लंड और भी टाईट होता जा रहा था। कुछ देर बाद भाभी ने अपने हाथ को हल्का सा आगे बढ़ाया और अपने हाथ को मेरे नुन्नू तक पंहुचा दिया। मुझे पता चल गया था कि आज भाभी का चुदने का फुल मूड है। मैंने भाभी के हाथ को अपने लंड से दूर कर दिया और कहा – आप क्या कर रही है??
भाभी ने बड़े जोश से कहा – बिट्टू तुम्हारे भैया इतने दिनों से बाहर है, जब वो थे तो मेरी रोज चुदाई करते थे। लेकिन बहुत दिनों से मेरी चुदाई नही हुई है और तुम्हारा हाथ मेरी चूची पर लगने से मेरा मन चुदने को कहने लगा। क्या तुम मुझे आज चोद सकते हो बिट्टू??
मैंने भाभी से कहा – “कहीं ये बात किसी को पता चल गयी तो??” भाभी ने मुझसे कहा – ‘किसी को पता नही चलेगा”।
भाभी कुछ देर कुछ ना बोली। फिर उन्होंने कहा किसी को बताना मत मै ये केवल तुम्हे बता रही हूँ। हाँ जब मै इंटर में थी तो एक लड़का मुझे बहुत लाइक करता था और मै भी उसे बहुत लाइक करती थी। मैंने फिर पूछा – “आप लोगो के बीच कुछ हुआ था कि नही”। भाभी मुस्कुराते हुए बोली हाँ एक बार मै मैंने कॉलेज बंक करके उसके दोस्त के रूम पर गई थी और हम लोगो ने किस के साथ 2 सेक्स भी किया था। मेरा लंड खड़ा हो गया था, ये सब बाते करके भाभी से। भाभी ने कहा – “किसी से भी ये बात कभी मत कहना मैंने तुम से बता दिया है” मैंने भी भाभी को अपने बारे में सब बता दिया – मेरी एक गर्लफ्रेंड है, और हम लोग भी बहुत बार चुदाई कर चुके है। मैंने कभी भी भाभी को गलत नजरो से नही देखा था। बस केवल मै उनसे एक दोस्त कि तरह से बातें करता था। दोस्तों कुछ ही दिन पहले की बात है भैया को 15 दिनों के लिए मुंबई जाना था अपनी नौकरी के सिलसिले में। भैया मुंबई चले गये, तो भाभी अकेली हो गयी। उनकी कुछ दिनों से चुदाई भी नही हुई थी।
एक दिन मै दोपहर के समय भाभी के कमरे में आया, भाभी अपने कमर में मैक्सी पहने हुए लेटी हुई थी। और टीवी देखने में बिजी थी मैंने चुपके से पीछे से उनकी आँखों को पकड लिया। भाभी ने मेरे हाथो को सहलाते हुए पकड़ा, लेकिन वो पहचान नही पाई। भाभी के आँखों को पकड़ते समय मेरा हाथ भाभी के मम्मो में छु गया। भाभी की कई दिनों से चुदाई नही हुई थी, इसलिए मेरा हाथ उनकी चूची में छूते ही उनकी सांसे बढ़ने लगी थी। मैंने अपना हाथ उनके मम्मो पर जल्दी से हटा लिया। मेरा भी लड़ खड़ा हो गया था। मै भाभी के बगल में ही बैठ गया।
दोस्तों, मैंने अपनी तरफ से कुछ भी नही किया भाभी को चोदने के लिये। भाभी ही अपनी चुदाई करवाने के चक्कर में थी। मै भाभी के बगल मे बैठा हुआ था, भाभी की मैक्सी बहुत हल्की थी। उनके बूब्स की छाप उनकी मैक्सी पर दिख रहा था। मै ये सब देख कर कामातुर हो रहा था। मेरा भी मन किसी को चोदने को कर रहा था। लेकिन मुझे क्या पता था कि मै अपने भाभी को ही चोदने वाला हूँ।
थोड़ी देर बाद भाभी ने अपने हाथ को अंगडाई लेने के बहाने से मेरे जांघ पर रख दिया। मेरा लंड खड़ा था, मै अपने लंड को दबाने लगा था। भाभी ने अपने हाथ को मेरी जांघ से नही हटाया और अपनी उंगलियों को हिलाने लगी, जिससे उनकी उँगलियाँ मेरे जांघ में छू रही थी। मेरा तो लंड और भी टाईट होता जा रहा था। कुछ देर बाद भाभी ने अपने हाथ को हल्का सा आगे बढ़ाया और अपने हाथ को मेरे नुन्नू तक पंहुचा दिया। मुझे पता चल गया था कि आज भाभी का चुदने का फुल मूड है। मैंने भाभी के हाथ को अपने लंड से दूर कर दिया और कहा – आप क्या कर रही है??
भाभी ने बड़े जोश से कहा – बिट्टू तुम्हारे भैया इतने दिनों से बाहर है, जब वो थे तो मेरी रोज चुदाई करते थे। लेकिन बहुत दिनों से मेरी चुदाई नही हुई है और तुम्हारा हाथ मेरी चूची पर लगने से मेरा मन चुदने को कहने लगा। क्या तुम मुझे आज चोद सकते हो बिट्टू??
मैंने भाभी से कहा – “कहीं ये बात किसी को पता चल गयी तो??” भाभी ने मुझसे कहा – ‘किसी को पता नही चलेगा”।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.