13-11-2020, 02:54 PM
भैया के खींचने से मैं उनके ऊपर गिर गई। मुझे भैया पर हँसी आ गई और मैंने भैया के ऊपर से उठते हुए कहा- भैया मैं भाभी नहीं हूँ.. पायल हूँ..
मगर भैया ने मेरी बात को अनसुना कर दिया.. वो मेरे सर को पकड़ कर मेरे गालों पर चुम्बन करने लगे और फिर से मुझे अपने ऊपर खींच लिया। मैं कुछ और बोल पाती इससे पहले भैया ने मेरे दोनों होंठों को अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगे.. जिससे मेरे बदन में भी सिहरन सी होने लगी।
मुझे भैया पर हँसी भी आ रही थी और गुस्सा भी.. इसलिए मैं अपने होंठों को छुड़वा कर जोर से चीख कर कहा- भैया.. मैं भाभी नहीं हूँ.. पायल हूँ.. पायल.. आपकी बहन..!
मैं यह कहते हुए फिर से खड़ी होने की कोशिश करने लगी।
मगर भैया को तो जैसे मेरी कोई बात सुनाई ही नहीं दे रही थी।
मैं अपने आपको भैया से छुड़वा ही रही थी कि अचानक भैया ने करवट बदल कर मुझे नीचे गिरा लिया और वो मेरे ऊपर आ गए।
मुझे भैया से ये उम्मीद बिल्कुल भी नहीं थी कि वो इतनी जल्दी ये सब कर देंगे।
भैया फिर से मेरे होंठों को चूसने लगे और एक हाथ से नाईटी के ऊपर से मेरे उरो
मगर भैया ने मेरी बात को अनसुना कर दिया.. वो मेरे सर को पकड़ कर मेरे गालों पर चुम्बन करने लगे और फिर से मुझे अपने ऊपर खींच लिया। मैं कुछ और बोल पाती इससे पहले भैया ने मेरे दोनों होंठों को अपने मुँह में ले लिया और चूसने लगे.. जिससे मेरे बदन में भी सिहरन सी होने लगी।
मुझे भैया पर हँसी भी आ रही थी और गुस्सा भी.. इसलिए मैं अपने होंठों को छुड़वा कर जोर से चीख कर कहा- भैया.. मैं भाभी नहीं हूँ.. पायल हूँ.. पायल.. आपकी बहन..!
मैं यह कहते हुए फिर से खड़ी होने की कोशिश करने लगी।
मगर भैया को तो जैसे मेरी कोई बात सुनाई ही नहीं दे रही थी।
मैं अपने आपको भैया से छुड़वा ही रही थी कि अचानक भैया ने करवट बदल कर मुझे नीचे गिरा लिया और वो मेरे ऊपर आ गए।
मुझे भैया से ये उम्मीद बिल्कुल भी नहीं थी कि वो इतनी जल्दी ये सब कर देंगे।
भैया फिर से मेरे होंठों को चूसने लगे और एक हाथ से नाईटी के ऊपर से मेरे उरो
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.