13-11-2020, 02:45 PM
मैंने नमस्ते किया वो बोले बेटा कल सुबह वृन्दावन जा रहे है, तो सोचा की मोना (मेरी पत्नी) को भी और आपको भी ले चलु, मैंने कहा पापा जी कल तो मैं जा नहीं पाउँगा, सुबह ड्यूटी भी नहीं जानी है क्यों की कल पलवल में ही कुछ काम है, आप मोना को ले जाओ. मैं बाद में चला जाऊंगा, मोना ये सुनकर खुश हो गई, क्यों की वो वृन्दावन अपने पापा और मम्मी के साथ जाने बाली थी, मैंने कहा अरे मोना चली जाओ. कल घर में कोई भी नहीं होगा, कल सुबह माँ और पापा भी मां जी के घर जा रहे है, घर में सिर्फ मेरी बहन और मैं था, तो मैंने मन ही मन प्लान बना लिया की कल पूरा कपड़ा उतार कर, सारे माल का मुआयना कर के चूत मारूँगा.
हुआ भी सब प्लान के अनुसार, घर आठ बजे तक खाली हो गया, मेरी बहन और मैं बचा सिर्फ घर पे, उसके बाद मैंने में दरवाजा खूब अच्छी तरह से लॉक कर दिया, और अंदर आते ही. उसको गोद में उठा लिया और पलंग पर पटक कर, एक एक कपडे उतारने लगे, ओह्ह्ह दोस्तों मैं हिल गया, उसकी चूचियों को देखकर, गजब का सॉलिड था,
हुआ भी सब प्लान के अनुसार, घर आठ बजे तक खाली हो गया, मेरी बहन और मैं बचा सिर्फ घर पे, उसके बाद मैंने में दरवाजा खूब अच्छी तरह से लॉक कर दिया, और अंदर आते ही. उसको गोद में उठा लिया और पलंग पर पटक कर, एक एक कपडे उतारने लगे, ओह्ह्ह दोस्तों मैं हिल गया, उसकी चूचियों को देखकर, गजब का सॉलिड था,
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.