13-11-2020, 02:21 PM
और फिर भैया बोले बाकी के घर के काम वगैरह सिख लो और भी जो जरुरी है वो मैं तुम्हे सीखा दूंगा। मैं बोली ठीक है मैं थोड़ी दिमाग की पैदल हु समझ नहीं पाई। पर मुझे लगा की हो सकता है सब को ही सिखाया जाता है। इसलिए वो लोग ये बोल कर गए। पर मेरे भाई की गलत नजर मेरे ऊपर थी उन्होंने काम धंधा सीखने की बात किये थे पर मेरा भाई अलग तरीके से बात को ले गया।
जब मेरे मम्मी और पपप वापस रामपुर वापस लौट गए और मेरी भाभी अपने बहन की शादी में गाँव गई पंद्रह दिन के लिए तो वो एक रात के मेरे पास आया और बोला देख तेरी शादी अगले महीने होने वाली है मैं ये नहीं चाहता की तुम्हे कुछ भी नहीं आये ऐसे भी तेरे सास ससुर बोले कर गए हैं की लकड़ी सब कुछ में ट्रेंड होने चाहिए।
जब मेरे मम्मी और पपप वापस रामपुर वापस लौट गए और मेरी भाभी अपने बहन की शादी में गाँव गई पंद्रह दिन के लिए तो वो एक रात के मेरे पास आया और बोला देख तेरी शादी अगले महीने होने वाली है मैं ये नहीं चाहता की तुम्हे कुछ भी नहीं आये ऐसे भी तेरे सास ससुर बोले कर गए हैं की लकड़ी सब कुछ में ट्रेंड होने चाहिए।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
