13-11-2020, 02:17 PM
वो धीरे धीरे सहलाने लगा और फिर अपनी ऊँगली डालने लगा मैं अपने पैर फैला दी। वो चूचियों को दबाते हुए मेरे गाल पर हलके से किश किया मैं चुप रही वो भी चुप, वो मेरे होठ पर किस करने लगा दोनों की साँसे तेज तेज चल रही थी। तभी मैं करवट हो गई गांड उसके तरफ कर दिया। वो अब अपना हाथ आगे करके मेरी चूचियों को मसलने लगा। और मेरी चौड़ी गांड और गोल गोल चूतड़ को सहलाते लगा.
वो अपना लंड निकाल कर मेरे गांड में रगड़ने लगा। मेरी चूचियों को सहलाते हुए। मैं काफी गरम हो गई थी मेरी साँसे और तेज चलने लगी। वो अपना लैंड पीछे से मेरे चूत पर लगाया। मैंने अपना ऊपर वाला पैर उसके पैर के ऊपर रख दी यानी की बिच में जगह बन गया था मेरी चुत दोनों जांघो के बिच में खुली हुई थी वो थोड़ा सरक गया और एंगल लिया मेरे चूत और और अपने लंड का. घुसाने की कोशिश करने लगा पर जा नहीं रहा था मेरी चूत काफी टाइट थी। धीरे धीरे धीरे करके वो मेरे चुत में अपना लंड घुसा दिया।
अब वो धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा। वो मुझे चोदने लगा तब भी मैं चुप थी वो भी चुप, वो धीरे धीरे स्पीड बढ़ाया मैं भी धक्के पीछे देने लगी। वो जोर जोर से अंदर बाहर करने लगा। अचानक वो आह आह करने लगा और पूरा माल मेरी चुत में डाल दिया मैं भी तब तक ठंढी हो गई थी और वो भी अपना माल निकाल चुका था अपना लंड चुत में से बाहर निकाला। मेरी मैक्सी को निचे किया और धीरे धीरे मेरे बेड से उतरकर वो अपने बेड पर सोने चला गया।
वो अपना लंड निकाल कर मेरे गांड में रगड़ने लगा। मेरी चूचियों को सहलाते हुए। मैं काफी गरम हो गई थी मेरी साँसे और तेज चलने लगी। वो अपना लैंड पीछे से मेरे चूत पर लगाया। मैंने अपना ऊपर वाला पैर उसके पैर के ऊपर रख दी यानी की बिच में जगह बन गया था मेरी चुत दोनों जांघो के बिच में खुली हुई थी वो थोड़ा सरक गया और एंगल लिया मेरे चूत और और अपने लंड का. घुसाने की कोशिश करने लगा पर जा नहीं रहा था मेरी चूत काफी टाइट थी। धीरे धीरे धीरे करके वो मेरे चुत में अपना लंड घुसा दिया।
अब वो धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा। वो मुझे चोदने लगा तब भी मैं चुप थी वो भी चुप, वो धीरे धीरे स्पीड बढ़ाया मैं भी धक्के पीछे देने लगी। वो जोर जोर से अंदर बाहर करने लगा। अचानक वो आह आह करने लगा और पूरा माल मेरी चुत में डाल दिया मैं भी तब तक ठंढी हो गई थी और वो भी अपना माल निकाल चुका था अपना लंड चुत में से बाहर निकाला। मेरी मैक्सी को निचे किया और धीरे धीरे मेरे बेड से उतरकर वो अपने बेड पर सोने चला गया।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.