13-11-2020, 02:06 PM
मैंने और खोल दिया। उसने बाद बड़ी जल्दी जल्दी उसने चूत में ऊँगली दौड़ाकर मुझे करेंट का झटका दिया। मैं “……मम्मी…मम्मी…..सी सी सी सी.. हा हा हा …..ऊऊऊ ….ऊँ. .ऊँ…ऊँ…उनहूँ उनहूँ..” करने लगी। मैं कामुक होकर अपना पेट और सीना भी उपर उठाने लगी। मेरी चूत में आग की ज्वाला जल रही थी। मेरा बदन अब बहुत गर्म हो गया था। मैं खुद ही चुदासी होकर अपनी चूत को जल्दी जल्दी हाथ लगाकर सहलाने लगी।
“दुर्गेश!! “ohh!! fuck me hard!! मुझे जल्दी से चोद डालो!! ” मैं कहने लगी
फिर उसने मेरे पैर खोल दिए और अपने 10” के मोटे क्रीम रोल जैसे लौड़े को हाथ में लेकर जल्दी जल्दी फेटने लगा। फिर मेरी चूत में डालने लगा। पर दोस्तों अंदर गया ही नही। क्यूंकि मेरी चूत बहुत दिनों से चुदी नही थी।
“दुर्गेश!! “ohh!! fuck me hard!! मुझे जल्दी से चोद डालो!! ” मैं कहने लगी
फिर उसने मेरे पैर खोल दिए और अपने 10” के मोटे क्रीम रोल जैसे लौड़े को हाथ में लेकर जल्दी जल्दी फेटने लगा। फिर मेरी चूत में डालने लगा। पर दोस्तों अंदर गया ही नही। क्यूंकि मेरी चूत बहुत दिनों से चुदी नही थी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.