13-11-2020, 02:05 PM
“शैली!! कही कोई आ ना जाये” दुर्गेश डरकर कहने लगा
“कोई नही आएगा। सब लोग दोपहर की नींद ले रहे है” मैंने कहा
“तुम बड़ा मस्त लंड चूसती हो” वो बोला
“अपने पुराने बॉयफ्रेंड्स का मैं इसी तरह से चूसती थी। उसके बाद ही चुदाती थी” मैं बोली
उसके बाद हम दोनों का किस चालू हो गया। मैं उसके उपर लेट गयी और हम दोनों बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड बनकर किस करने लगे। वो भी अब पूरे जोश में आ गया था। वो मेरे ओंठ को लेकर पीने लगा। मैं नाक से गर्म गर्म सांसे छोड़ रही थी। फिर मेरे ताऊ के लड़के ने मेरा सलवार सूट उतार दिया। मेरी ब्रा और पेंटी खोलकर मुझे अच्छे से नंगा कर दिया।
“शैली!! तुम्हारी जवानी के क्या कहने है” दुर्गेश बोला
“तो आज न जान!! इसे तुम पी लो” मैं बोली
उस वक्त दुर्गेश ने अपनी बनियान और अंडरवियर उतार दिया और पूरी तरह से न्यूड हो गया। मेरे उपर लेटकर किस करने लगा। मुझे हर जगह किस कर रहा था। मेरे गोरे गोरे गालो पर काट काटकर मजा ले रहा था। मेरे ओंठो को उसने 15 मिनट तक चबा चबा कर काटा और रस ही निचोड़ लिया। मेरी 34” की बड़ी बड़ी बूब्स पर वो हाथ लगाकर सहला रहा था। मैं सिसक कर “ओह्ह माँ….ओह्ह माँ…उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….” कर रही थी। मेरे ताऊ के लड़के पर वासना का भूत चढ़ गया और मेरी दोनों रसीली छाती को वो जोर जोर से मसलने, दबाने लगा। मैं तड़पने लगी क्यूंकि आज बड़े दिनों बाद कोई मेरे मम्मे से खेल रहा था।
“दुर्गेश!! मेरे स्वीटू!! क्या सिर्फ दबाओगे या मुंह में भी लोगे??” मैंने कहा
उसके बाद उसने मेरी बेताब 34” की चूची को मुंह में ले लिया और चूसने लगा। मैं तड़पी जा रही थी। क्यूंकि मुझे बड़ा मजा मिल रहा था। ताऊ का लड़का उसी तरह से मेरे आम पी रहा था जैसे मेरा पिछले बॉयफ्रेंड पी रहे थे। मैं भी अच्छे से चुसवा रही थी।
“ओहह्ह्ह….मेरे आमो को दबा दबाकर रस निकाल लो। मेरे दोनों कबूतर तुम्हारे ही है दुर्गेश!!…..अह्हह्हह…अई..अई.” मैं कहने लगी
दुर्गेश से ऐसा ही किया। उसने मेरे दोनों बूब्स को मुंह में लेकर इतना चूसा की मेरी चूत अपना रस छोड़ने लगी। चुदने और लंड खाने को मैं तरस रही थी। उसने बड़े जोश से मुझे दोनों बाहों में भर लिया और इमरान हाशमी की तरह मेरा यूस करने लगा। मुझे उसने सब जगह चुम्मा लिया। दोस्तों मैं बहुत साफ़ रंग की गोरी लड़की थी। जब नंगी होकर दुर्गेश के सामने पड़ी हुई थी तो और भी हॉट माल लग रही थी। मेरा गोरा संगमर्मर जैसा बदन उसे अच्छे से दिख रहा था। वो भी पागल होकर मुझे पूरे बोडी पर टच कर रहा था। मेरे कंधे पर किस करके दांत चुभा रहा था। मेरे पेट और पीठ पर हाथ लगाकर मजा ले रहा था। मेरे पेट पर उसने कई बार चुम्मा ले लिया।
“दुर्गेश!! क्या तुम मेरी चूत नही पियोगे??” मैंने कहा
“कोई नही आएगा। सब लोग दोपहर की नींद ले रहे है” मैंने कहा
“तुम बड़ा मस्त लंड चूसती हो” वो बोला
“अपने पुराने बॉयफ्रेंड्स का मैं इसी तरह से चूसती थी। उसके बाद ही चुदाती थी” मैं बोली
उसके बाद हम दोनों का किस चालू हो गया। मैं उसके उपर लेट गयी और हम दोनों बॉयफ्रेंड गर्लफ्रेंड बनकर किस करने लगे। वो भी अब पूरे जोश में आ गया था। वो मेरे ओंठ को लेकर पीने लगा। मैं नाक से गर्म गर्म सांसे छोड़ रही थी। फिर मेरे ताऊ के लड़के ने मेरा सलवार सूट उतार दिया। मेरी ब्रा और पेंटी खोलकर मुझे अच्छे से नंगा कर दिया।
“शैली!! तुम्हारी जवानी के क्या कहने है” दुर्गेश बोला
“तो आज न जान!! इसे तुम पी लो” मैं बोली
उस वक्त दुर्गेश ने अपनी बनियान और अंडरवियर उतार दिया और पूरी तरह से न्यूड हो गया। मेरे उपर लेटकर किस करने लगा। मुझे हर जगह किस कर रहा था। मेरे गोरे गोरे गालो पर काट काटकर मजा ले रहा था। मेरे ओंठो को उसने 15 मिनट तक चबा चबा कर काटा और रस ही निचोड़ लिया। मेरी 34” की बड़ी बड़ी बूब्स पर वो हाथ लगाकर सहला रहा था। मैं सिसक कर “ओह्ह माँ….ओह्ह माँ…उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….” कर रही थी। मेरे ताऊ के लड़के पर वासना का भूत चढ़ गया और मेरी दोनों रसीली छाती को वो जोर जोर से मसलने, दबाने लगा। मैं तड़पने लगी क्यूंकि आज बड़े दिनों बाद कोई मेरे मम्मे से खेल रहा था।
“दुर्गेश!! मेरे स्वीटू!! क्या सिर्फ दबाओगे या मुंह में भी लोगे??” मैंने कहा
उसके बाद उसने मेरी बेताब 34” की चूची को मुंह में ले लिया और चूसने लगा। मैं तड़पी जा रही थी। क्यूंकि मुझे बड़ा मजा मिल रहा था। ताऊ का लड़का उसी तरह से मेरे आम पी रहा था जैसे मेरा पिछले बॉयफ्रेंड पी रहे थे। मैं भी अच्छे से चुसवा रही थी।
“ओहह्ह्ह….मेरे आमो को दबा दबाकर रस निकाल लो। मेरे दोनों कबूतर तुम्हारे ही है दुर्गेश!!…..अह्हह्हह…अई..अई.” मैं कहने लगी
दुर्गेश से ऐसा ही किया। उसने मेरे दोनों बूब्स को मुंह में लेकर इतना चूसा की मेरी चूत अपना रस छोड़ने लगी। चुदने और लंड खाने को मैं तरस रही थी। उसने बड़े जोश से मुझे दोनों बाहों में भर लिया और इमरान हाशमी की तरह मेरा यूस करने लगा। मुझे उसने सब जगह चुम्मा लिया। दोस्तों मैं बहुत साफ़ रंग की गोरी लड़की थी। जब नंगी होकर दुर्गेश के सामने पड़ी हुई थी तो और भी हॉट माल लग रही थी। मेरा गोरा संगमर्मर जैसा बदन उसे अच्छे से दिख रहा था। वो भी पागल होकर मुझे पूरे बोडी पर टच कर रहा था। मेरे कंधे पर किस करके दांत चुभा रहा था। मेरे पेट और पीठ पर हाथ लगाकर मजा ले रहा था। मेरे पेट पर उसने कई बार चुम्मा ले लिया।
“दुर्गेश!! क्या तुम मेरी चूत नही पियोगे??” मैंने कहा
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.