13-11-2020, 12:39 PM
जिस दिन चन्दन गाँव गया मैं उन्ही के यहाँ था हम दोनों टीवी देख रहे थे. उस दिन कविता और भी खूबसूरत लग रही थी क्यों को वो बाल धोई थी जो सूखने के लिए खोल राखी थी, और होठ पे लाल रंग की लिपस्टिक लगाई हुई थी. वो बहूत ही जायद गोरी है. इस वजह से उसके बदन पर लाल रंग का नाईटी बहूत ही ज्यादा खिल रही थी. चार चाँद जो उसके जिस्म को लगा रहा था वो था उनका बूब्स, क्यों की वो अंदर ब्रा नहीं पहनी थी. बच्चा होने की वजह से बूब्स आलरेडी बड़ा बड़ा हो चूका था. शरीर भरा पूरा था. मस्त लग रही थी. दोस्तों मैं फिसल गया और थोड़ा नॉनवेज टाइप की बात छेड़ दी. ताकि मैं जानना चाह रहा था की उनको ऐसी बातों में मजा टा है की नहीं.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.