13-11-2020, 12:16 PM
क्या कर रहे हो भूपेन्द्र?? किसी ने देख लिया तो??” पूर्वी दीदी घबराकर कहने लगी
“कोई नही है घर में। सब लोग मार्केट गये है। चल जल्दी से कपड़े उतार दे” मैं और
पहले तो हम लोग का किस हुआ। क्यूंकि पूरे 4 महीने बाद पूर्वी दीदी आज मेरी बाहों में थी। पहले तो काफी किस हुआ हम लोगो का। उसके बाद वो अपना ब्लाउस और साड़ी खोलने लगी। मैंने अपने कपड़े उतार दिए और लंड की झांट साफ़ करने लगा। पूरे लंड पर तेल की मालिश कर दी। फिर पूर्वी दीदी को कुतिया बना डाला।
“कोई नही है घर में। सब लोग मार्केट गये है। चल जल्दी से कपड़े उतार दे” मैं और
पहले तो हम लोग का किस हुआ। क्यूंकि पूरे 4 महीने बाद पूर्वी दीदी आज मेरी बाहों में थी। पहले तो काफी किस हुआ हम लोगो का। उसके बाद वो अपना ब्लाउस और साड़ी खोलने लगी। मैंने अपने कपड़े उतार दिए और लंड की झांट साफ़ करने लगा। पूरे लंड पर तेल की मालिश कर दी। फिर पूर्वी दीदी को कुतिया बना डाला।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
