13-11-2020, 12:10 PM
“मैं आजतक किसी लड़की के पीछे नही भागा हूँ। हर लड़की ने मुझे ही आकर चूत दे दी है। कभी किसी से मांगी नही। पर तुम मुझे बहुत प्यारी लगी हो। मुझे चुदाओगी तुम??” मैंने कहा और उनको पकड़ लिया। ओंठ पर चुम्मा देने लगे। उनको गॉड ने बड़ी फुर्सत में बैठकर बनाया था। तभी तो ऐसा रुप रंग उन्होंने पाया था। खूबसूरत लम्बा चेहरा। कोहिनूर सी आँखे, संतरे जैसे होठ, थोड़ी लम्बी चोंचदार नाक, भरा हुआ बदन, बड़े बड़े 34” के दूध जो ब्लाउस के उपर से दिखते थे और चूत तो अंदर ही थी। कुछ देर मैंने जबरदस्ती उनके होठ पर होठ रखकर चूस डाला।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
