13-11-2020, 12:10 PM
क्या बदतमीजी है ये भूपेन्द्र??” वो गुस्सा करके बोली
“मेरे साथ हनीमून मनाओगी आप। मुझे अपनी चूत दोगी क्या??” मैंने कहा
उनकी आँख आग उगलने लगी।
“मेरे साथ हनीमून मनाओगी आप। मुझे अपनी चूत दोगी क्या??” मैंने कहा
उनकी आँख आग उगलने लगी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
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