28-10-2020, 07:55 PM
काजल इस खेल का पूरा मज़ा ले रही थी. वीरू अभी भी जड़ा नही था और काजल उसके लंड को पूरा मुँह में लेकर चूस रही थी.
और फिर..... फिर.... ये क्या हुवा......... ऊह्ह्हह्ह भगवान.... ये ऊपर वाले तूने क्या किया........एक भयंकर चीख वीरू के मुँह से निकली ...हमदोनो को कुछ समझ नही आ रहा था.... फिर देखा वो अपने हाथ-पैर पटक रहा था.......
फिर जो देखा उसे देखकर हमको यकीन नही हुवा...
“प्यार का झरना-13”
*****************************************************
काजल के हलके हलके दांतो के दबाव से वीरू को बहुत ही अच्छा लग रहा था और अब उसका लावा कभी भी बहार आ सकता था. उसका शरीर अब अकड़ने लगा था. उसका मन तो कर रहा थी की काजल को पटक कर उसकी बुर में लंड डाल कर दनादन चुदाई करे पर अभी वो भी मजबूर था.
फिर अचानक काजल ने हाथ ऊपर करके वीरू के लंड की और इशारा किया. दूसरे पल ही हमें वीरू की एक तेज़ चीख सुनाई दी. वीरू के चीखने के बाद वो काजल को गालिया दे रहा था...रनडीईई... चुड़ैलललल.... और भी बहुत कुछ बोल रहा था.... और वो बुरी तरह कांप रहा था क्योंकि काजल ने अपने दांत वीरू के लंड पर गडा दिए थे जिसकी वजह से वीरू के मुँह से तेज़ चीख निकली और उसे बहोत दर्द हो रहा था.
हमदोनो को साफ़ साफ़ स्क्रीन पर दिख रहा था, दर्द से कराह रहा था और अपने पैर पटक रहा था. हमने देखा की वीरू का लंड एकदम लाल हो गया हे और उस पर काजल के दांत के निशान भी दिख रहे थे.
अब वीरू का जोश और लंड दोनों ठंडा पड़ गए और शांत होकर हाफने लगा. बेचारा आँखों पर पट्टी, हाथ-पैर बंधे होने की वजह से कुछ नहीं कर पा रहा था और बुरी तरह हाफ रहा था.
अब काजल ने लंड छोड़ दिया और खड़ी होकर मोबाइल के सामने आती हे. हमने देखा उसकी पैटी पुरी गीली हो चुकी हे.
उसकी आँखों में एक अजीब नशा और वासना भरी हे. वो मुझे एक प्यासी और ललचाई हुए नज़रों से देखती हे. फिर मोबाइल निकाल कर बेड पर लेकर जाती हे
काजल मोबाइल का फॉक्स वीरू के मुँह पर सेट करती हे, काजल की पैटी चुतरस से पूरी भींग गई थी... हमने देखा की काजल पैटी को साइड में करके चूत को सीधे वीरू के मुँह से लगा देती हे पर वीरू कुछ नही करता उसकी वजह से काजल को गुस्सा आता है और वापस उसने लंड को हाथ से मरोड़ा. अब वीरू भी समझ गया था. काजल वापस वीरू की मुँह पर बैठ गई उसकी गर्म सांसे जैसे ही काजल की चूत पर पड़ती हे काजल के मुँह से एक तेज़ सिसकारी निकालती हे.
काजल ने दो बर्फ के टुकड़े लेकर अब सीधा वीरू की पास गई और उसने दोनों टुकड़ो को वीरू के कान के पीछे, कभी गर्दन पर तो कभी होंठो पर घुमाती थी. अब वीरू भी उत्तेजना के सातवे आसमान पर था पर कर कुछ नहीं सकता था. सिर्फ उसके मुँह से मादक सिसकारियां सुनाई दे रहे थी. अब काजल आगे बढ़ी और वीरू की दोनों छोटी छोटी चूची के ऊपर बर्फ से मसाज करने लगी. अब तो वीरू पागल हो चूका था, वो इतना उत्तेजित वो चूका थाकी अगर उसके हाथ-पैर बंधे नहीं होते तो शायद वो काजल का बलात्कार कर देता.
वीरू के मुँह से एक और लम्बी सिसकी निकली जब काजल ने वीरू की एक चूची को मुँह में भर लिया और साथ साथ बर्फ से दोनों चूची की मसाज भी कर रही थी.
काजल अब बहुत जोर से अपनी चूत वीरू के होंठ पर रगड़ने लगती है और वो मस्ती में आंखे बंध कर देती है पर वीरू ऐसे ही पड़ा रहता है अब काजल तड़प रही थी उसकी चूत को चुसवाने के लिए पर ये क्या, वीरू वापस काजल की चूत के साथ कुछ नहीं कर रहा था. कुछ सोच कर काजल बाहर जाती हे और हाथ में कुछ लेकर रूम में आती हे. काजल के हाथ में चॉकलेट और बर्फ की प्लेट थी. उसने मेरे सामने देख कर आँख मारी, फिर उसने पैंटी को साइड में करके पहले बर्फ का एक बड़ा टुकड़ा उठाया और अपनी चूत में डाल दिया.
फिर चॉक्लेट के दो-तीन बड़े टुकड़े और फिर थोड़ी आइसक्रीम डाल दी. मेरी आँखों के सामने अपनी चूत में डाल दिये.
फिर हम दोनों के सामने देख कर वापस आंख मारी. उसका एक बार पानी निकल चुका था पर उसकी आँखों से पता चल रहा था वो वापस गर्म हो चुकी है और अब उसको अपनी चूत में लंड डलवाना है में अभी सोच रहा था की अब काजल क्या करेगी तब तक वो वापस बेड पर आ गई और अपनी पैंटी को चूत पर से हटा के फिर से वीरू के मुँह पर बैठ गई.
वीरू को नही पता था उसके लिए चूत के अंदर सरप्राइज छुपा हुवा है वो अभी भी उससे नाराज़ था और कुछ नही कर रहा था पर काजल ने भी हार नही मानी. मे ने देखा काजल अब भी उसकी चूत को वीरू के होंठ के ऊपर रगड़ रही थी पर वीरू कुछ नहीं कर रहा था. अब काजल की आँखों में मुझे गुस्सा नज़र आ रहा था.
दूसरे हाथ से उसने अपनी पैंटी को साइड में कर के चूत को वापस वीरू के मुँह पर दबा दिया इस बार भी वीरू ने मुँह नही खोला पर काजल अब उसे छोड़ने वाली नही थी. काजल की वासना अब सातवें आसमान पर थी और वो अब अपना पानी निकलवाने की लिए तड़प रही थी. उससे रहा नही गया फिर से उसने वीरू के बाल पकड़ कर खींचे और जैसे ही वीरू ने मुँह खोला काजल ने अपनी चूत को वीरू के होंठ पर रगड़ने लगी.
काजल ने अगला कदम उठाया उसने बर्फ की प्लेट में से एक टुकड़ा उठा कर वीरू के लंड पर रख दिया फिर काजल दोनों हाथों से लंड का मसाज करने लगी जिससे वीरू का दर्द कम हो गया काफी रहत हुई.
लगभग दो मिनट हो चुके थे वो वापस वीरू के ऊपर आ गई एक तरफ वो बर्फ से वीरू के लंड का मसाज कर रही थी वीरू के लंड पर बर्फ के मसाज से अब उसका दर्द काम हो गया था और उसका लंड वापस अपने विकराल रूप में आ रहा था.
वीरू ने जैसे ही होंठ काजल की चूत पर रखा काजल के मुँह से अह्ह्ह्हह्हह......ओउमम्म्मम्म..... उईईईईई... अह्ह्ह्हम्मम्मम.... शह्ह्ह्हह्ह..... जैसी आवाज़े निकलने लगी. काजल के मुँह से तेज़ सिसकिया निकाल रही थी जिसके कारण वीरू का भी जोश बढ़ने लगा और माहौल को और उत्तेजक मादक बना रही थी.
इस खेल को चालू हुए अभी करीब पांच मिनट हो चुके थे. फिर वही हुवा जो होने वाला था, चूत की गर्मी की वजह से बर्फ और चॉक्लेट दोनों पिघलने लगे और दोनों चूत के रस के साथ बहाकर सीधा वीरू के मुँह में जा रहा था. काजल के लिए एक नया प्रयोग था जिससे उसकी उत्तेजना बहुत बढ़ जाती है.
अब हमने देखा वीरू ने काजल के निचले दोनों होंठो को मुँह में भर लिया है और बहुत बेरहमी से काजल की चूत को चूस रहा है. जैसे जैसे चूत की गर्मी बढ़ रही थी उसे भी कुछ अजीब लग रहा था. थोड़ी देर बाद जीभ निकाल कर काजल की चूत के अंदर उतार देता हे और उसकी आशा के विपरीत एक बड़ा झटका लगता हे... काजल की चूत में से बहते काम रस के साथ चॉक्लेट का टेस्ट आ रहा था. चूत की गर्मी की वजह से अब चॉक्लेट पिघलने लगती हे और चुतरस के साथ मिलकर एक अलग ही किस्म का स्वाद आ रहा था. जिसके कारण अब वीरू की उत्तेजना बढ़ गई फिर वापस पागल की तरह काजल की फुददी को चाटने लगता है
काजल की चूत का रस और चॉकलेट ने ऐसे काम किया की वीरू भी अभी बहुत तेज़ तेज़ झटके के साथ अपनी जीभ काजल की चूत में डाल रहा था. वीरू के हर धक्के के साथ काजल के मुँह से एक तेज़ सिसकारी निकलती थी. वीरू की ज़बरदस्त चूत चटाई से काजल के मुँह से एक आनंद की किलकारी निकल जाती है इस पल का मानो काजल जन्मो जन्म से इंतज़ार कर रही थी... इतनी तेज़ सिसकी उसके मुँह से निकली की कोई अगर गहरी नींद में होता फिर भी उसे सुनाई देती... वो अह्हह्ह्ह्ह..... ओह्ह्ह्हह्हह..... उईईईईई... माआआआआ... ओह्ह्ह्ह वीरूउऊउउउउ...... अह्हह्ह्ह्ह.... चुसूऊऊऊ.....और तेज़ज़्ज़ज़्ज़ज़्ज़ज़.... अह्ह्ह्हह्हह.... उम्म्म्म......... ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह....
पर पर पर... .. रुकिए रुकिए... ये क्या...
और फिर..... फिर.... ये क्या हुवा......... ऊह्ह्हह्ह भगवान.... ये ऊपर वाले तूने क्या किया........एक भयंकर चीख वीरू के मुँह से निकली ...हमदोनो को कुछ समझ नही आ रहा था.... फिर देखा वो अपने हाथ-पैर पटक रहा था.......
फिर जो देखा उसे देखकर हमको यकीन नही हुवा...
“प्यार का झरना-13”
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काजल के हलके हलके दांतो के दबाव से वीरू को बहुत ही अच्छा लग रहा था और अब उसका लावा कभी भी बहार आ सकता था. उसका शरीर अब अकड़ने लगा था. उसका मन तो कर रहा थी की काजल को पटक कर उसकी बुर में लंड डाल कर दनादन चुदाई करे पर अभी वो भी मजबूर था.
फिर अचानक काजल ने हाथ ऊपर करके वीरू के लंड की और इशारा किया. दूसरे पल ही हमें वीरू की एक तेज़ चीख सुनाई दी. वीरू के चीखने के बाद वो काजल को गालिया दे रहा था...रनडीईई... चुड़ैलललल.... और भी बहुत कुछ बोल रहा था.... और वो बुरी तरह कांप रहा था क्योंकि काजल ने अपने दांत वीरू के लंड पर गडा दिए थे जिसकी वजह से वीरू के मुँह से तेज़ चीख निकली और उसे बहोत दर्द हो रहा था.
हमदोनो को साफ़ साफ़ स्क्रीन पर दिख रहा था, दर्द से कराह रहा था और अपने पैर पटक रहा था. हमने देखा की वीरू का लंड एकदम लाल हो गया हे और उस पर काजल के दांत के निशान भी दिख रहे थे.
अब वीरू का जोश और लंड दोनों ठंडा पड़ गए और शांत होकर हाफने लगा. बेचारा आँखों पर पट्टी, हाथ-पैर बंधे होने की वजह से कुछ नहीं कर पा रहा था और बुरी तरह हाफ रहा था.
अब काजल ने लंड छोड़ दिया और खड़ी होकर मोबाइल के सामने आती हे. हमने देखा उसकी पैटी पुरी गीली हो चुकी हे.
उसकी आँखों में एक अजीब नशा और वासना भरी हे. वो मुझे एक प्यासी और ललचाई हुए नज़रों से देखती हे. फिर मोबाइल निकाल कर बेड पर लेकर जाती हे
काजल मोबाइल का फॉक्स वीरू के मुँह पर सेट करती हे, काजल की पैटी चुतरस से पूरी भींग गई थी... हमने देखा की काजल पैटी को साइड में करके चूत को सीधे वीरू के मुँह से लगा देती हे पर वीरू कुछ नही करता उसकी वजह से काजल को गुस्सा आता है और वापस उसने लंड को हाथ से मरोड़ा. अब वीरू भी समझ गया था. काजल वापस वीरू की मुँह पर बैठ गई उसकी गर्म सांसे जैसे ही काजल की चूत पर पड़ती हे काजल के मुँह से एक तेज़ सिसकारी निकालती हे.
काजल ने दो बर्फ के टुकड़े लेकर अब सीधा वीरू की पास गई और उसने दोनों टुकड़ो को वीरू के कान के पीछे, कभी गर्दन पर तो कभी होंठो पर घुमाती थी. अब वीरू भी उत्तेजना के सातवे आसमान पर था पर कर कुछ नहीं सकता था. सिर्फ उसके मुँह से मादक सिसकारियां सुनाई दे रहे थी. अब काजल आगे बढ़ी और वीरू की दोनों छोटी छोटी चूची के ऊपर बर्फ से मसाज करने लगी. अब तो वीरू पागल हो चूका था, वो इतना उत्तेजित वो चूका थाकी अगर उसके हाथ-पैर बंधे नहीं होते तो शायद वो काजल का बलात्कार कर देता.
वीरू के मुँह से एक और लम्बी सिसकी निकली जब काजल ने वीरू की एक चूची को मुँह में भर लिया और साथ साथ बर्फ से दोनों चूची की मसाज भी कर रही थी.
काजल अब बहुत जोर से अपनी चूत वीरू के होंठ पर रगड़ने लगती है और वो मस्ती में आंखे बंध कर देती है पर वीरू ऐसे ही पड़ा रहता है अब काजल तड़प रही थी उसकी चूत को चुसवाने के लिए पर ये क्या, वीरू वापस काजल की चूत के साथ कुछ नहीं कर रहा था. कुछ सोच कर काजल बाहर जाती हे और हाथ में कुछ लेकर रूम में आती हे. काजल के हाथ में चॉकलेट और बर्फ की प्लेट थी. उसने मेरे सामने देख कर आँख मारी, फिर उसने पैंटी को साइड में करके पहले बर्फ का एक बड़ा टुकड़ा उठाया और अपनी चूत में डाल दिया.
फिर चॉक्लेट के दो-तीन बड़े टुकड़े और फिर थोड़ी आइसक्रीम डाल दी. मेरी आँखों के सामने अपनी चूत में डाल दिये.
फिर हम दोनों के सामने देख कर वापस आंख मारी. उसका एक बार पानी निकल चुका था पर उसकी आँखों से पता चल रहा था वो वापस गर्म हो चुकी है और अब उसको अपनी चूत में लंड डलवाना है में अभी सोच रहा था की अब काजल क्या करेगी तब तक वो वापस बेड पर आ गई और अपनी पैंटी को चूत पर से हटा के फिर से वीरू के मुँह पर बैठ गई.
वीरू को नही पता था उसके लिए चूत के अंदर सरप्राइज छुपा हुवा है वो अभी भी उससे नाराज़ था और कुछ नही कर रहा था पर काजल ने भी हार नही मानी. मे ने देखा काजल अब भी उसकी चूत को वीरू के होंठ के ऊपर रगड़ रही थी पर वीरू कुछ नहीं कर रहा था. अब काजल की आँखों में मुझे गुस्सा नज़र आ रहा था.
दूसरे हाथ से उसने अपनी पैंटी को साइड में कर के चूत को वापस वीरू के मुँह पर दबा दिया इस बार भी वीरू ने मुँह नही खोला पर काजल अब उसे छोड़ने वाली नही थी. काजल की वासना अब सातवें आसमान पर थी और वो अब अपना पानी निकलवाने की लिए तड़प रही थी. उससे रहा नही गया फिर से उसने वीरू के बाल पकड़ कर खींचे और जैसे ही वीरू ने मुँह खोला काजल ने अपनी चूत को वीरू के होंठ पर रगड़ने लगी.
काजल ने अगला कदम उठाया उसने बर्फ की प्लेट में से एक टुकड़ा उठा कर वीरू के लंड पर रख दिया फिर काजल दोनों हाथों से लंड का मसाज करने लगी जिससे वीरू का दर्द कम हो गया काफी रहत हुई.
लगभग दो मिनट हो चुके थे वो वापस वीरू के ऊपर आ गई एक तरफ वो बर्फ से वीरू के लंड का मसाज कर रही थी वीरू के लंड पर बर्फ के मसाज से अब उसका दर्द काम हो गया था और उसका लंड वापस अपने विकराल रूप में आ रहा था.
वीरू ने जैसे ही होंठ काजल की चूत पर रखा काजल के मुँह से अह्ह्ह्हह्हह......ओउमम्म्मम्म..... उईईईईई... अह्ह्ह्हम्मम्मम.... शह्ह्ह्हह्ह..... जैसी आवाज़े निकलने लगी. काजल के मुँह से तेज़ सिसकिया निकाल रही थी जिसके कारण वीरू का भी जोश बढ़ने लगा और माहौल को और उत्तेजक मादक बना रही थी.
इस खेल को चालू हुए अभी करीब पांच मिनट हो चुके थे. फिर वही हुवा जो होने वाला था, चूत की गर्मी की वजह से बर्फ और चॉक्लेट दोनों पिघलने लगे और दोनों चूत के रस के साथ बहाकर सीधा वीरू के मुँह में जा रहा था. काजल के लिए एक नया प्रयोग था जिससे उसकी उत्तेजना बहुत बढ़ जाती है.
अब हमने देखा वीरू ने काजल के निचले दोनों होंठो को मुँह में भर लिया है और बहुत बेरहमी से काजल की चूत को चूस रहा है. जैसे जैसे चूत की गर्मी बढ़ रही थी उसे भी कुछ अजीब लग रहा था. थोड़ी देर बाद जीभ निकाल कर काजल की चूत के अंदर उतार देता हे और उसकी आशा के विपरीत एक बड़ा झटका लगता हे... काजल की चूत में से बहते काम रस के साथ चॉक्लेट का टेस्ट आ रहा था. चूत की गर्मी की वजह से अब चॉक्लेट पिघलने लगती हे और चुतरस के साथ मिलकर एक अलग ही किस्म का स्वाद आ रहा था. जिसके कारण अब वीरू की उत्तेजना बढ़ गई फिर वापस पागल की तरह काजल की फुददी को चाटने लगता है
काजल की चूत का रस और चॉकलेट ने ऐसे काम किया की वीरू भी अभी बहुत तेज़ तेज़ झटके के साथ अपनी जीभ काजल की चूत में डाल रहा था. वीरू के हर धक्के के साथ काजल के मुँह से एक तेज़ सिसकारी निकलती थी. वीरू की ज़बरदस्त चूत चटाई से काजल के मुँह से एक आनंद की किलकारी निकल जाती है इस पल का मानो काजल जन्मो जन्म से इंतज़ार कर रही थी... इतनी तेज़ सिसकी उसके मुँह से निकली की कोई अगर गहरी नींद में होता फिर भी उसे सुनाई देती... वो अह्हह्ह्ह्ह..... ओह्ह्ह्हह्हह..... उईईईईई... माआआआआ... ओह्ह्ह्ह वीरूउऊउउउउ...... अह्हह्ह्ह्ह.... चुसूऊऊऊ.....और तेज़ज़्ज़ज़्ज़ज़्ज़ज़.... अह्ह्ह्हह्हह.... उम्म्म्म......... ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह....
पर पर पर... .. रुकिए रुकिए... ये क्या...