14-03-2019, 09:38 AM
मेखला- नहीं कुछ खास नहीं तुम आ गए अच्छा किया, तुम बैठो मै चाय लेकर आती हूँ |
रोहित को लग रहा था जैसे मेखला को पता हो कि वो आ रहा है और उसके लिए वो पूरी तरह से सज धज के बैठी है | लेकिन मेखलाइतनी खूबसूरत तो तब लगा करती थी जब नयी नयी शादी हुई थी | रोहित ने तो उसे बिना मेकअप के रूखे बाल और खुश्क चेहरे के साथ देखा है, इसलिए उसको तो यकीन कर पाना बिलकुल मुश्किल हो रहा था
रोहित को लग रहा था जैसे मेखला को पता हो कि वो आ रहा है और उसके लिए वो पूरी तरह से सज धज के बैठी है | लेकिन मेखलाइतनी खूबसूरत तो तब लगा करती थी जब नयी नयी शादी हुई थी | रोहित ने तो उसे बिना मेकअप के रूखे बाल और खुश्क चेहरे के साथ देखा है, इसलिए उसको तो यकीन कर पाना बिलकुल मुश्किल हो रहा था
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.