14-03-2019, 12:08 AM
मैं और प्रीति एक दूसरे से बात कर के आपने पुरानी यादों को ताजा करने लगे जब प्रीति वहां से चली गई तो उनके और भी रिश्तेदार मुझे मिले उनसे मिलकर मुझे ज्यादा अच्छा नहीं लग रहा था। मैं प्रीति की सास को बिल्कुल भी पसंद नहीं करता क्योंकि वह हमेशा ही मेरे लिए बुरा भला कहती रहती है और यह बात मुझे प्रीती हमेशा बताती है क्योंकि प्रीति की जो जेठानी है उन्हें दहेज में बहुत कुछ मिला था परंतु हम लोग इतना दहेज ना दे सके इस वजह से उनकी शिकायत हमेशा मुझसे ही रहती है इसीलिए वह सबके सामने मुझे बेइज्जत करने से भी नहीं कतराती लेकिन मुझे भी अब कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि कमलेश मेरी बहन प्रीति का बहुत ध्यान रखता है और मुझे कमलेश पर पूरा भरोसा है कि वह उसे कभी भी कोई तकलीफ नहीं होने देगा इसीलिए मैं इस बात से आश्वस्त हूं कि कम से कम कमलेश मेरी बहन प्रीति का ध्यान रखता है मुझे बहुत अच्छा लगता है कि कमलेश प्रीति का ध्यान रखता है। उनके घर में पार्टी की तैयारी होने लगी और कमलेश ने सारा अरेंजमेंट करवा दिया था सब कुछ बहुत ही अच्छे से संपन्न हो गया मैंने प्रीति से कहा हम लोग परसों निकल जाएंगे तो प्रीति कहने लगी कि आप लोग कुछ और दिन तक रुक जाइये लेकिन मैं वहां रुकना नहीं चाहता था। उस रात में और मेरी पत्नी रूम में बात कर रहे थे तभी प्रीति की सास आ गई और वह मुझे कहने लगी अरे आप तो कमरे में ही बैठे हुए हैं आइए बाहर हॉल में बैठते हैं।
मैने उन्हे कहा नहीं हम लोग यही ठीक हैं वह कुछ देर तो हमारे साथ बैठे रही जब वह चली गई तो मैंने अपनी पत्नी को अपनी बाहों में ले लिया। काफी समय बाद हमारे बीच में इतना रोमांटिक माहौल बना था मैं उसे गवाना नहीं चाहता था, मैंने जब उसके होठों को चूमना शुरू किया तो मुझे बड़ा अच्छा महसूस होने लगा। मैं काफी देर तक अपनी पत्नी के होठों को चूमता रहा जब हम दोनों के अंदर पूरी तरीके से गर्मी आ गई तो मैंने उसे चोदना शुरू कर दिया। मैं उसे घोड़ी बनाकर चोद रहा था लेकिन मुझे क्या पता था प्रीति की सास यह सब खिड़की से देख रही है। मैं बड़ी तेजी से अपनी पत्नी को झटके दिए जा रहा था जब मेरा वीर्य गिरा तो वह मुझे कहने लगी मुझे थकान हो रही है, मैंने उसे कहा तुम आराम कर लेट जाओ। जब वह सो गई तो उसकी सास ने दरवाजा खटखटाया मैंने दरवाजे को खोला तो वह अंदर आ गई और मेरे पास बैठ गई। मैं समझ नहीं पाया कि वह इतनी रात को क्यों आई है वह कहने लगी आपको मैने परेशान कर दिया।
मैने उन्हे कहा नहीं हम लोग यही ठीक हैं वह कुछ देर तो हमारे साथ बैठे रही जब वह चली गई तो मैंने अपनी पत्नी को अपनी बाहों में ले लिया। काफी समय बाद हमारे बीच में इतना रोमांटिक माहौल बना था मैं उसे गवाना नहीं चाहता था, मैंने जब उसके होठों को चूमना शुरू किया तो मुझे बड़ा अच्छा महसूस होने लगा। मैं काफी देर तक अपनी पत्नी के होठों को चूमता रहा जब हम दोनों के अंदर पूरी तरीके से गर्मी आ गई तो मैंने उसे चोदना शुरू कर दिया। मैं उसे घोड़ी बनाकर चोद रहा था लेकिन मुझे क्या पता था प्रीति की सास यह सब खिड़की से देख रही है। मैं बड़ी तेजी से अपनी पत्नी को झटके दिए जा रहा था जब मेरा वीर्य गिरा तो वह मुझे कहने लगी मुझे थकान हो रही है, मैंने उसे कहा तुम आराम कर लेट जाओ। जब वह सो गई तो उसकी सास ने दरवाजा खटखटाया मैंने दरवाजे को खोला तो वह अंदर आ गई और मेरे पास बैठ गई। मैं समझ नहीं पाया कि वह इतनी रात को क्यों आई है वह कहने लगी आपको मैने परेशान कर दिया।