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Misc. Erotica मजा पहली होली का ससुराल में ,
#82
मजा पहली होली का, ससुराल में 


[Image: Holi-4-52ak-F.jpg]

होली का मजा , 

नंदोई का , साली सलहज संग


[Image: 03boobgrab.jpg]

 बस मुझे ये लगा रहा था की इन का ध्यान मेरी और छुटकी के चक्कर में , अभी ' इनकी ' ओर नहीं गया। 

लेकिन रानू को याद आ गया और वो बोल पड़ी , 


[Image: holi73.jpg]

" हे नंदोई को कही अपने बुर में छिपा रखा है क्या " 

तो दूसरी जो छुटकी के पास थी बोली , 



अरे पहले उनकी साली कि बुर चेक करो ,

लेकिन तब तक वो सीढ़ियों से आ गए और , मुझे और छुटकी को छोड़ सारी भाभियाँ बस उनके पीछे पद गयीं और उनकी जम के रगड़ाई शुरू हो गयी।




आगे 





क्या रगड़ाई हुयी 'उनकी '. 

मेरी जो मेरी ससुराल में 'दुरगत ' हुयी थी , वो कुछ नहीं थी इसके आगे। 

कपड़ों के जो चिथड़े हुए वो तो कुछ नहीं , हाँ पैंट उतारने का काम रीतू भाभी ने किया , आखिर सबसे छोटी सलहज जो थीं। 


[Image: ldvm9-Kfagihsi.jpg]


लेकिन मिश्राइन भाभी से ले के रीतू भाभी तक ने , 


मेरी ससुराल और उनकी मायकेवालियों को 'उन्ही ' से एक से एक गालियां दिलवायीं। 

कोई 'अंग ' नहीं बचा होगा , देह का एक एक इंच नहीं जहाँ कालिख और पेंट के दो चार कोट न चढ़े हों , 



रंगो की तो गिनती नहीं। 


[Image: holi-tv-wallpaper.jpg]

वो सिर्फ एक छोटी से चड्ढी में थे और , भाभियों की शैतानियों से खूंटा एकदम तना हुआ। 

अब ये हुआ की चड्ढी कौन उतारेगा , वस्त्र हरण का आखिरी भाग। 

और मिश्राइन भाभी ने फैसला सूना दिया , 


" ये काम सिर्फ छोटी साली का है ' 

छुटकी कुछ शर्मायी , कुछ घबड़ायी। लेकिन रीतू भाभी ने पकड़ कर कर दिया , और वो भी ,आखिर बहन तो मेरी ही थी। 


[Image: holi-girl-wallpaper-1.jpg]

इस शैतान ने पहले तो रंग बिरंगी चड्ढी के ऊपर अपने कोमल किशोर हाथ रगड़ रगड़ के , 


बिजारे अपने जीजू के खूंटे की हालत और खऱाब कर दी ,

फिर एक झटके में चड्ढी नीचे और लम्बा मोटा उनका बित्ते भर का खूंटा बाहर ,जैसे बटन दबाने से स्प्रिंग वाला चाक़ू निकल जाए। 

सारी भाभियों के मुंह से सिसकारी निकल गयी। 


[Image: sixteen-cock-11.jpg]


रानू भाभी ने मेरे कान में कहा , " बिन्नो तेरी किस्मत तो बड़ी जबरदस्त है। "

मेरी मुस्कराहट ने हामी भरी। 

तब तक सारी भाभियाँ अपनी सबसे छोटी ननद , छुटकी के पीछे पड़ गयीं थी। 

रीतू भाभी ने उससे लंड का सुपाड़ा खुलवाया , एकदम मोटा लाल टमाटर जैसा। 

" खाली मुठियाने से छोटी साली का काम पूरा नहीं होता , चल मुंह खोल के घोंट पूरा। " 


मिश्राइन भाभी ने हुकुम सुनाया। 

और हुकुम तो हुकुम , और अंजाम देने का काम रीतू भाभी का। 

"चल मुंह खोल , बोल आआआ , जैसे खूब बड़ा सा लड्डू खाना है एक बार में " 



रीतू भाभी बोलीं। 

छुटकी कुछ हिचकिचा रही थी , लेकिन मिश्राइन भाभी बोलीं , 


" मुंह में नहीं लेना है , तो चूत और गांड दोनों में लेना होगा , अभी हमारे सामने "

छुटकी के गाल दो भाभियो ने दबा दिए , उसने चिड़िया की चोंच की तरह खोल दिया मुंह और रीतू भाभी ने अपने नंदोई का लंड , अपनी छोटी ननद के कुंवारे मुंह में डाल दिया और 'उनसे' बोलीं

[Image: bj-lick-55.jpg]

" अरे नंदोई जी , होली के दिन कुँवारी साली मिल रही छोड़ो मत , हचक के लो। साल भर नया नया माल मिलेगा। '

मुझे विश्वास नहीं हो रहा था , सुहागरात के दिन जिस सुपाड़े को घोंटने , चूसने में मेरी हालत खराब हो गयी थी , वो छुटकी ने घोंट लिया। 




रीतू भाभी लंड पकड़ के ठेल रही थीं , वो भी कस के अपनी छोटी साली का सर पकड़े थे। 



छुटकी गों गों करती रही , लेकिन वो और रीतू भाभी मिल के ठेलते रहे। आधा लंड तो घुसेड़ ही दिया होगा। 



[Image: BJ-ruff-deep-tumblr-obzhhr-TEb-R1txwtk5o1-500.gif]

५-१० मिनट चूसने के बाद ही छुटकी को भाभियों ने छोड़ा। 

और उसके बाद मंझली का नंबर , उसने चूसा, मजे ले के चाटा और करीब ३/४ घोंट गयी। 

तब तक किसी भाभी को याद आया की ' उन्हें ' लेके बाहर भी जाना है। 

फिर उनका श्रृंगार शुरू हुआ , साडी ,चोली , ब्रा , महावर , मेंहदी , नथ , काजल , बिंदी, लिपस्टिक , 


कानों में झुमके , चूड़ियाँ , पाजेब। 

[Image: ear-4.jpg]

देख के कोई कह नहीं सकता था की नयी बहु नहीं है 'वो '
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RE: मजा पहली होली का ससुराल में , - by komaalrani - 13-03-2019, 05:40 PM



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