14-10-2020, 10:49 AM
पाटॅ - 10
फिर मुझे निंद आ रही थी तो में अपने रुम में आकर सो जाता हु. ऐसे पुरा दिन बित जाता है. आज पुरा दिन अवनी आंटी वकॅ फोमॅ होम में बिजी रही और हम दोनों टिवी में देखकर दिन बिताते हैं. डिनर करने के बाद मुझे फेमिली का फोन आता है तो में अपने कमरे में बेठकर बाते कर रहा था और उसके बाद एक दोस्त का कोल आता है तो रात के दस ऐसे ही हो जाता है. एक दोस्त एक नई फिल्म की लिंक भेजता है तो में टेलीग्राम से वो फिल्म डाउनलोड करता हु और अपने बेड पर लेटकर फिल्म देखने लगता हु और बिच में कंपनी के एक ओर दोस्त का कोल आता है तो फिल्म को पुरा करते हुए रात के एक बज चुका था.
रात के एक बजे मुझे प्यास लगती है और मेरे कमरे में पानी नहीं था तो में पानी पिने के लिए निचे जाता हु. जब में किचन से पानी पि रहा था तभी किचन में अवनी आंटी भी आती है और हम दोनों स्माइल करते हैं.
में : मेरे लिए आई हो.
अवनी आंटी : पानी पिने के लिए आई हु.
में बोतल अवनी आंटी को देता हूं और अभी जो मेने फिल्म देखी थी उसका रोमांटिक सीन याद आ जाता है और मेरा मूंड बन जाता है. जेसे ही अवनी आंटी फ्रिज में पानी की बोतल रखती है में अवनी आंटी को पिछे से दबोच लेता हूं.
अवनी आंटी : क्या कर रहे हो.
में : अब हम दोनों अभी मिले ही है तो हो जाए एक रांउड.
अवनी आंटी : नहीं अभी नहीं मेरा मूंड नहीं है छोड़ो मुझे.
में : मेरा तो मूंड बन चुका है वेसे भी फिल्म देखने के बाद प्यास भी लगी है.
अवनी आंटी : अभी रहने दो मुझे निंद आ रही है कल अपनी प्यास बुझा लेना.
में : अब तो मन बना लिया है.
अवनी आंटी : आरव छोड मुझे अभी नहीं मुझे निंद आ रही है.
अवनी आंटी मुझे छोडने के लिए बोल रही थी और में पिछे से उसके बुब्स को मसलने लगता हु. आज तान्या के बुब्स को तो नहीं मसल पाया लेकिन अभी उसकी मोम मेरे कब्जे में है.
अवनी आंटी मुझसे छूटने की कोशिश करती हैं और में उसके बुब्स को मसल रहा था उसकी गदॅन को चुम रहा था ताकि उसका मूंड बन जाए.
अवनी आंटी : आरव छोड ना अभी रहने दो.
में : बहुत मन है थोड़ी देर.
अवनी आंटी : मुझे निंद आ रही है और में थक चुकी हु ओफिस के काम से कल कर लेना.
में : अब लंड खड़ा हो गया सिर्फ थोड़ी देर.
अवनी आंटी : आज अपने हाथ से काम चला लो.
अभी अवनी आंटी ए लोवर और टी-शर्ट पहनी थी जिसमें वो एकदम कडक माल लगतीं है. मेरा तना हुआ लंड अवनी आंटी की गांड को टच कर रहा था और में फूल मुंड में टी-शर्ट के ऊपर से अवनी आंटी के बुब्स को दबा रहा था और गदॅन को चुम रहा था जिस वजह से वो मदहोश होने लगती है.
अभी अवनी आंटी का सेक्स का बिल्कुल मन नही था लेकिन मेने तो मन बन लिया था इसलिए आंटी को गर्म कर रहा था. अवनी आंटी को समझ में आ गया था कि में अब रुकने वाला नहीं हु तो मेरे लिए वो छुटने की कोशिश करना छोड़ देती है और फिर मैं अवनी आंटी को किचन के मेज की ओर ले जाते हु.
अवनी आंटी : कमरें में चल.
में : कभी किचन में सेक्स नहीं किया तो आज इधर ही सेक्स करेगें.
अवनी आंटी : एक नंबर के कमिने हो.
में : आपके लिए.
फिर क्या था अवनी आंटी किचन के मेज की ओर खड़ी थी और में बिना देर किए अवनी आंटी की लोवर और पेन्टी निकाला देता हूं और अपना बोकसर और निकर भी निकाल देता हूं उसके बाद में अवनी आंटी की मदमस्त गांड को सहला कर लंड को सेट करता हु और फिर धीमे से धक्का लगाता हु और हल्का सा लंड घुस जाता है.
अवनी आंटी : धीमे करना.
में : जेसे तुम कहो.
वेसे तो में अवनी आंटी कहकर बुलाता हु लेकिन सेक्स टाइम मेरे लिए सिर्फ अवनी होती है और फिर में धीमे से धक्का लाना शुरू करने देता हूं जिस वजह से अवनी आंटी मदहोश हो रही थी. चुदाई की वजह से अवनी आंटी हल्की सी मौन कर रही थी.
मेरे दोनों हाथ आंटी के कमर पर थे और धक्का लगा रहा था अब मेरा आधा लंड आंटी की गांड में घुस रहा था जेसे जेसे अवनी आंटी गर्म हो रही थी वेसे मेरी उत्तेजना भी बढ रही थी और में स्पीड भी बढा रहा था.
मेने टिशू पेपर पास में ही रखा था ताकि ज्यादा जेसे ही में जडने की पोजिशन में आऊ अपना माल टिशू पेपर में डाल सकु.
अवनी आंटी हल्की सी झुकी हुई थी उसके दोनों हाथ मेज पर थे और में शोट लगा रहा था. हम दोनों चुदाई में मशगूल थे और तभी अचानक से तान्या किचन में आ जाती है और वो हमें देखकर तुंरत बाहर चली जाती है और अवनी आंटी मुझे रोकने देती है हमारी चुदाई रुक जाती है. तान्या अपने कमरे में चली जाती है और अवनी आंटी अजीब नझर से मेरी ओर देखती है.
अवनी आंटी : बोला था कमरें में चलते हैं पता नहीं तान्या क्या सोचेंगी.
में : मुझे थोड़ा पता था कि तान्या इतनी रात को किचन में आएगी. अब उसने देख लिया है हम हमारा आधा काम पुरा करते हैं.
अवनी आंटी : बेशमॅ.
में अवनी आंटी को जबरदस्ती वापस उसकी पोजिशन में मोड देता हूं और वो कुछ बोले उससे पहले लंड को गांड पर सेट करके एक ही झटके में आधा लंड घुसा देता हूं जिससे आवाज़ निकल जाती है और में अवनी आंटी को चोदने लगता हु.
अवनी आंटी : अहह उहह यह ओह आह...कम फास्ट (जल्दी झड)
में पुरे जोश में चोदने लगता हु और पुरा लंड गांड में घुस रहा था. अभी तान्या होती आंटी की जगह पर तो पुरे घर में उसकी आवाज़ गूंज रही होती लेकिन अवनी आंटी को अब आदत हो गई है तो वो हल्की सी आवाज़ कर रही थी.
में बीस मिनट लगाकार चोदने के बाद जडने की पोजिशन में आ जाता हु तो लंड को बाहर निखा देता हूं और टिशू पेपर लेकर लंड को हिलाने लगता हु और टिशू पेपर पर जड जाता हु और अवनी आंटी ऐसे ही खड़ी रहकर खुदको नोमॅल कर रही थी. हम दोनों को गर्मी हो गई थी तो फ्रीज से ठंडी पानी की बोतल निकाल कर पानी पिता हु और फिर अवनी आंटी को देता हु और पानी पिने के बाद हम दोनों अपने कपड़े पहन लेते हैं और अवनी आंटी मुंह फुलाकर अपने कमरे में चली जाती है और में ऊपर अपने कमरे में आकर आराम से सुकुन के साथ सो जाता हु.
आज का सवाल : क्या आपने कभी अपनी गर्लफ्रेंड अपनी बिवी या
किसी औरत की गांड मारी है तो कमेंट करके बताए बिना कोई डर के !!!
Part 11 Soon....
फिर मुझे निंद आ रही थी तो में अपने रुम में आकर सो जाता हु. ऐसे पुरा दिन बित जाता है. आज पुरा दिन अवनी आंटी वकॅ फोमॅ होम में बिजी रही और हम दोनों टिवी में देखकर दिन बिताते हैं. डिनर करने के बाद मुझे फेमिली का फोन आता है तो में अपने कमरे में बेठकर बाते कर रहा था और उसके बाद एक दोस्त का कोल आता है तो रात के दस ऐसे ही हो जाता है. एक दोस्त एक नई फिल्म की लिंक भेजता है तो में टेलीग्राम से वो फिल्म डाउनलोड करता हु और अपने बेड पर लेटकर फिल्म देखने लगता हु और बिच में कंपनी के एक ओर दोस्त का कोल आता है तो फिल्म को पुरा करते हुए रात के एक बज चुका था.
रात के एक बजे मुझे प्यास लगती है और मेरे कमरे में पानी नहीं था तो में पानी पिने के लिए निचे जाता हु. जब में किचन से पानी पि रहा था तभी किचन में अवनी आंटी भी आती है और हम दोनों स्माइल करते हैं.
में : मेरे लिए आई हो.
अवनी आंटी : पानी पिने के लिए आई हु.
में बोतल अवनी आंटी को देता हूं और अभी जो मेने फिल्म देखी थी उसका रोमांटिक सीन याद आ जाता है और मेरा मूंड बन जाता है. जेसे ही अवनी आंटी फ्रिज में पानी की बोतल रखती है में अवनी आंटी को पिछे से दबोच लेता हूं.
अवनी आंटी : क्या कर रहे हो.
में : अब हम दोनों अभी मिले ही है तो हो जाए एक रांउड.
अवनी आंटी : नहीं अभी नहीं मेरा मूंड नहीं है छोड़ो मुझे.
में : मेरा तो मूंड बन चुका है वेसे भी फिल्म देखने के बाद प्यास भी लगी है.
अवनी आंटी : अभी रहने दो मुझे निंद आ रही है कल अपनी प्यास बुझा लेना.
में : अब तो मन बना लिया है.
अवनी आंटी : आरव छोड मुझे अभी नहीं मुझे निंद आ रही है.
अवनी आंटी मुझे छोडने के लिए बोल रही थी और में पिछे से उसके बुब्स को मसलने लगता हु. आज तान्या के बुब्स को तो नहीं मसल पाया लेकिन अभी उसकी मोम मेरे कब्जे में है.
अवनी आंटी मुझसे छूटने की कोशिश करती हैं और में उसके बुब्स को मसल रहा था उसकी गदॅन को चुम रहा था ताकि उसका मूंड बन जाए.
अवनी आंटी : आरव छोड ना अभी रहने दो.
में : बहुत मन है थोड़ी देर.
अवनी आंटी : मुझे निंद आ रही है और में थक चुकी हु ओफिस के काम से कल कर लेना.
में : अब लंड खड़ा हो गया सिर्फ थोड़ी देर.
अवनी आंटी : आज अपने हाथ से काम चला लो.
अभी अवनी आंटी ए लोवर और टी-शर्ट पहनी थी जिसमें वो एकदम कडक माल लगतीं है. मेरा तना हुआ लंड अवनी आंटी की गांड को टच कर रहा था और में फूल मुंड में टी-शर्ट के ऊपर से अवनी आंटी के बुब्स को दबा रहा था और गदॅन को चुम रहा था जिस वजह से वो मदहोश होने लगती है.
अभी अवनी आंटी का सेक्स का बिल्कुल मन नही था लेकिन मेने तो मन बन लिया था इसलिए आंटी को गर्म कर रहा था. अवनी आंटी को समझ में आ गया था कि में अब रुकने वाला नहीं हु तो मेरे लिए वो छुटने की कोशिश करना छोड़ देती है और फिर मैं अवनी आंटी को किचन के मेज की ओर ले जाते हु.
अवनी आंटी : कमरें में चल.
में : कभी किचन में सेक्स नहीं किया तो आज इधर ही सेक्स करेगें.
अवनी आंटी : एक नंबर के कमिने हो.
में : आपके लिए.
फिर क्या था अवनी आंटी किचन के मेज की ओर खड़ी थी और में बिना देर किए अवनी आंटी की लोवर और पेन्टी निकाला देता हूं और अपना बोकसर और निकर भी निकाल देता हूं उसके बाद में अवनी आंटी की मदमस्त गांड को सहला कर लंड को सेट करता हु और फिर धीमे से धक्का लगाता हु और हल्का सा लंड घुस जाता है.
अवनी आंटी : धीमे करना.
में : जेसे तुम कहो.
वेसे तो में अवनी आंटी कहकर बुलाता हु लेकिन सेक्स टाइम मेरे लिए सिर्फ अवनी होती है और फिर में धीमे से धक्का लाना शुरू करने देता हूं जिस वजह से अवनी आंटी मदहोश हो रही थी. चुदाई की वजह से अवनी आंटी हल्की सी मौन कर रही थी.
मेरे दोनों हाथ आंटी के कमर पर थे और धक्का लगा रहा था अब मेरा आधा लंड आंटी की गांड में घुस रहा था जेसे जेसे अवनी आंटी गर्म हो रही थी वेसे मेरी उत्तेजना भी बढ रही थी और में स्पीड भी बढा रहा था.
मेने टिशू पेपर पास में ही रखा था ताकि ज्यादा जेसे ही में जडने की पोजिशन में आऊ अपना माल टिशू पेपर में डाल सकु.
अवनी आंटी हल्की सी झुकी हुई थी उसके दोनों हाथ मेज पर थे और में शोट लगा रहा था. हम दोनों चुदाई में मशगूल थे और तभी अचानक से तान्या किचन में आ जाती है और वो हमें देखकर तुंरत बाहर चली जाती है और अवनी आंटी मुझे रोकने देती है हमारी चुदाई रुक जाती है. तान्या अपने कमरे में चली जाती है और अवनी आंटी अजीब नझर से मेरी ओर देखती है.
अवनी आंटी : बोला था कमरें में चलते हैं पता नहीं तान्या क्या सोचेंगी.
में : मुझे थोड़ा पता था कि तान्या इतनी रात को किचन में आएगी. अब उसने देख लिया है हम हमारा आधा काम पुरा करते हैं.
अवनी आंटी : बेशमॅ.
में अवनी आंटी को जबरदस्ती वापस उसकी पोजिशन में मोड देता हूं और वो कुछ बोले उससे पहले लंड को गांड पर सेट करके एक ही झटके में आधा लंड घुसा देता हूं जिससे आवाज़ निकल जाती है और में अवनी आंटी को चोदने लगता हु.
अवनी आंटी : अहह उहह यह ओह आह...कम फास्ट (जल्दी झड)
में पुरे जोश में चोदने लगता हु और पुरा लंड गांड में घुस रहा था. अभी तान्या होती आंटी की जगह पर तो पुरे घर में उसकी आवाज़ गूंज रही होती लेकिन अवनी आंटी को अब आदत हो गई है तो वो हल्की सी आवाज़ कर रही थी.
में बीस मिनट लगाकार चोदने के बाद जडने की पोजिशन में आ जाता हु तो लंड को बाहर निखा देता हूं और टिशू पेपर लेकर लंड को हिलाने लगता हु और टिशू पेपर पर जड जाता हु और अवनी आंटी ऐसे ही खड़ी रहकर खुदको नोमॅल कर रही थी. हम दोनों को गर्मी हो गई थी तो फ्रीज से ठंडी पानी की बोतल निकाल कर पानी पिता हु और फिर अवनी आंटी को देता हु और पानी पिने के बाद हम दोनों अपने कपड़े पहन लेते हैं और अवनी आंटी मुंह फुलाकर अपने कमरे में चली जाती है और में ऊपर अपने कमरे में आकर आराम से सुकुन के साथ सो जाता हु.
आज का सवाल : क्या आपने कभी अपनी गर्लफ्रेंड अपनी बिवी या
किसी औरत की गांड मारी है तो कमेंट करके बताए बिना कोई डर के !!!
Part 11 Soon....