13-03-2019, 12:01 AM
मैं बहुत ज्यादा दुखी हो चुका था जब मेरे पापा की मृत्यु हुई क्योंकि वह मुझे हमेशा ही समझाया करते थे और उनसे बात कर के मुझे एक अलग ही हौसला मिलता था लेकिन जब से उनकी मृत्यु हुई है तब से मैं जैसे पूरी तरीके से टूट चुका हूं मुझे बहुत ही ज्यादा बुरा भी लगता है क्योंकि मेरे पास कोई भी ऐसा नहीं है जो कि मुझे समझाए। मेरी पत्नी ने मुझसे जिद की तो मुझे लगा कि मुझे भी प्रीति से मिलने के लिए जाना चाहिए मैंने प्रीति को फोन किया और उसे कहा मैं तुमसे मिलने के लिए आ रहा हूं वह कहने लगी क्या वाकई में आप मुझसे मिलने के लिए आ रहे हैं? मैंने प्रीति से कहा हां मैं तुमसे मिलने के लिए आ रहा हूं और तुम्हारी भाभी भी आ रही हैं। यह बात सुनकर प्रीति बहुत खुश थी वह कहने लगी कि आप लोगों से मैं कितने समय बाद मिलूंगी मैं बहुत ज्यादा खुश हूं यह बात जब मुझे प्रीति ने कहीं तो मुझे भी लगा प्रीति हमें बहुत मिस करती है। कुछ दिन के बाद मैं और मेरी पत्नी प्रीति से मिलने के लिए चले गए हम लोग काफी समय बाद प्रीति से मिलने गए थे इसलिए हम लोगों ने काफी सामान ले लिया था और उसके बच्चे के लिए भी हम लोगों ने गिफ्ट लिया था मैं नहीं चाहता था कि कोई भी उनके घर में हमें कम समझे इसलिए मुझसे जितना हो सकता था मैंने किया मैं और मेरी पत्नी काफी समय बाद प्रीति से मिले थे। प्रीति जब हमें मिली तो उसने हमें गले लगा लिया और मुझे भी ऐसा लगा कि शायद प्रीति हमें बहुत ज्यादा मिस करती है उसने हमें बैठने के लिए कहा वह बहुत ही ज्यादा भावुक हो गई थी उसकी आंखों को मैंने देखा तो उसकी आंखें नम थी वह मुझे पूछने लगी भैया आप क्या लेंगे तो मैंने उसे कहा मैं कुछ भी नहीं लूंगा तुम अपना ध्यान रखो। तब तक प्रीति का बच्चा हमारे सामने आया और हमने उसे भी गिफ्ट दिया वह बहुत ज्यादा खुश था, जब प्रीति की सास मुझे मिली तो वह कहने लगे रोहन क्या चल रहा है मैंने उन्हें कहा बस कुछ नहीं ऐसे ही समय बिता रहे हैं आप सुनाइए आप लोग ठीक हैं तो वह कहने लगे हां हम लोग तो सब सही हैं, तुम अब हमारे घर की तरफ आते ही नहीं हो मैंने उन्हें कहा मुझे समय ही नहीं मिल पाता है इसलिए आना भी नही हो पाता है।
उनकी बातों से उनके बड़प्पन का एहसास हो रहा था कि वह कितने घमंड में बात कर रही हैं इसलिए मैंने भी उनसे ज्यादा बात नहीं की लेकिन मैं प्रीति से इतने समय बाद मिलकर खुश था मैंने कभी सोचा ना था कि मैं प्रीति से मिलने के लिए जाऊंगा लेकिन मेरी पत्नी के कहने पर ही मैं प्रीति से मिलने के लिए गया। मैंने प्रीति से पूछा तुम कोई प्रोग्राम की बात कर रही थी वह कहने लगी हां दरअसल छोटू का भी बर्थडे है और हमने सोचा एक छोटी सी पार्टी रख लेते हैं जिसमें की हमारे परिचित आ जाए इसलिए मैंने आपको फोन किया था। मैं और मेरी पत्नी हॉल में ही बैठे हुए थे तब मुझे प्रीति ने कहा भैया आप और भाभी मेरे साथ चलिए वह हमें लेकर अपने रूम में चली गई और वहां पर हम लोग बात करने लगे प्रीति मुझे कहने लगी भैया मैं तो आपको बहुत ज्यादा मिस करती हूं और अपने पुराने दिन याद करती हूं जब हम लोग कितने आराम से रहा करते थे और आप मेरा कितना ध्यान रखते थे। मैंने प्रीति से कहा लेकिन अब तुम्हारी शादी भी तो हो चुकी है और तुम्हारे पति कमलेश भी तो तुम्हारा बहुत ध्यान रखते हैं वह मुझे कहने लगी हां वह तो मुझे बहुत ज्यादा प्यार करते हैं उन्होंने मुझे कभी भी कोई कमी महसूस नहीं होने दी लेकिन मुझे यह लगता है कि आप मुझसे अब पहले की तरह बर्ताव नहीं करते, मैंने प्रीति से कहा ऐसा कुछ भी नहीं है मैं अपने जीवन में पूरी तरीके से व्यस्त हो गया हूं इसीलिए शायद तुम्हें यह लग रहा होगा लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है।
उनकी बातों से उनके बड़प्पन का एहसास हो रहा था कि वह कितने घमंड में बात कर रही हैं इसलिए मैंने भी उनसे ज्यादा बात नहीं की लेकिन मैं प्रीति से इतने समय बाद मिलकर खुश था मैंने कभी सोचा ना था कि मैं प्रीति से मिलने के लिए जाऊंगा लेकिन मेरी पत्नी के कहने पर ही मैं प्रीति से मिलने के लिए गया। मैंने प्रीति से पूछा तुम कोई प्रोग्राम की बात कर रही थी वह कहने लगी हां दरअसल छोटू का भी बर्थडे है और हमने सोचा एक छोटी सी पार्टी रख लेते हैं जिसमें की हमारे परिचित आ जाए इसलिए मैंने आपको फोन किया था। मैं और मेरी पत्नी हॉल में ही बैठे हुए थे तब मुझे प्रीति ने कहा भैया आप और भाभी मेरे साथ चलिए वह हमें लेकर अपने रूम में चली गई और वहां पर हम लोग बात करने लगे प्रीति मुझे कहने लगी भैया मैं तो आपको बहुत ज्यादा मिस करती हूं और अपने पुराने दिन याद करती हूं जब हम लोग कितने आराम से रहा करते थे और आप मेरा कितना ध्यान रखते थे। मैंने प्रीति से कहा लेकिन अब तुम्हारी शादी भी तो हो चुकी है और तुम्हारे पति कमलेश भी तो तुम्हारा बहुत ध्यान रखते हैं वह मुझे कहने लगी हां वह तो मुझे बहुत ज्यादा प्यार करते हैं उन्होंने मुझे कभी भी कोई कमी महसूस नहीं होने दी लेकिन मुझे यह लगता है कि आप मुझसे अब पहले की तरह बर्ताव नहीं करते, मैंने प्रीति से कहा ऐसा कुछ भी नहीं है मैं अपने जीवन में पूरी तरीके से व्यस्त हो गया हूं इसीलिए शायद तुम्हें यह लग रहा होगा लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है।