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Thriller कामुक अर्धांगनी
शर्मा जी ने जिस कदर अपनी चीखों को मधु के चुत चाट छुपाया था ये देख मुझे मालूम पड़ रहा था कि शालिनि भाभी के सामने इनकी फजीहत हो चुकी है जिस वजह से ये बड़े आराम से गांडू बन बैठे है क्योंकि मुझे पक्का यकीन था कि जब भाभी संग ये अपने बिस्तर पर जोश से गये होंगे भाभी की अद्भुत गर्मी से ये निढ़ाल हो गए होंगे और भाभी ने बखूबी इनको जली कटी सुनाई होगी और ये अंदर ही अंदर शर्म से पहले ही चुल्लू भर पानी मे डूब मरे होंगे बाकी भाभी ने अपने रंग मे इनको रंग के मधु के सामने नीचा दिखाने लाई होगी और इस वजह से वो बिना नख़रे कालू के मूसल लोडे के वॉर के वावजूद चुपचाप मरवा रहे है और कालू भी आनंद भाव से शर्मा जी की सख्त छेद चोदे जा रहा था ।


इधर विरजु के लपलपाते जीभ ने शालिनि भाभी को गरम कर दिया था और वो विरजु के बालों को खीच अपनी चुत पर दबाते बड़बड़ाती जा रही थी और बर्दाश्त के बाहर होने पर विरजु को एक लात मार फर्श पर गिरा कर उसके लड़ को पागल कुतिया की तरह चुसने लगी थी और विरजु भाभी के उत्साह को भोगता गुमान से उनका सर लौड़े पर दबाता जा रहा था , उफ्फ्फ विरजु के तगड़े लड़ की ललक से भाभी अति उतेजित हुई जा रही थी और सब्र का बांध तोड़ वो उठ कर उसके लड़ ओर जा बैठी और उछाल मारने लगी और सिशकिया फूटने लगी थी और कालू मुड़ कर भाभी के गाँड को सहलाते शर्मा जी की गाँड मार रहा था एक जगह बिपरीत दिशा मे पति पत्नी दोनों गैर मर्दो से चुदे जा रहे थे और मेरी खुद की बीवी एक गांडू भाईसाहब से अपनी योनि चटवाती ऊर्जावान हो रही थी ।



कालू और विरजु ने न जाने कितनी बार शालिनि भाभी को कुतिया की तरह चोदा था और भाभी प्यासी औरत बन के दोनों के लौड़े पर नाची थी और अकेले विरजु को मज़ा लेते देख कालू ने एक उँगली भाभी के गाँड मे डाल कर बोला मालकिन थोड़ी देर तेरे गांडू को छोड़ तुझे चोदुगा और भाभी हवस मे अंधी बोली डाल कालू मेरी गाँड मे दिखा भड़वे गांडू को की उसकी बीवी कैसे चुद्वाती है ।



कालू ने शर्मा जी के गाँड से लड़ खीच कर मुड़ते ही भाभी को बिरजू के बदन पर धकेलता अपने लड़ को उनके गाँड पर घिसता धकेलने लगा और शर्मा जी लज़्ज़ा के कारण मधु के चुत से मुँह हटाए बिना घोड़ी बने पड़े रहे और कालू ने धक्कों से अपना लड़ भाभी के गाँड मे घुसेड़ के रफ्तार शुरू किया और भाभी मदमस्त दोनों के लड़ साथ चुद्वती रही ।



मधु ने शर्मा जी को अपने ऊपर खिंचा और बोली भाईसाहब मज़ा आया न मरवा के और वो शर्मा के मधु के चुचियों पर मुह छुपाने लगे और मधु मुझे देखते बोली आप दोनों कल से घर सम्हाल लिजेए वैसे भी आप दोनों न तोह मर्द है ना है औरत सुध गांडू नामर्द है अब क्या फायदा ऐसे पतियों का अच्छा होगा नए नए लौड़े लाइये और देखिये अपनी बीवियों को मज़े करते और शर्मा जी ये सुन पानी पानी हो गए पर मैं तोह बेफिक्र रहा क्योंकि मैंने खुद अपनी अर्धाग्नि को गैर मर्द से चुदवाया था ।
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Messages In This Thread
RE: कामुक अर्धांगनी - by kaushik02493 - 10-10-2020, 10:51 PM
RE: कामुक अर्धांगनी - by Bhavana_sonii - 24-11-2020, 11:46 PM



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