04-10-2020, 11:21 PM
बहुत खूब................
लेकिन ..................
इश्क़ में उदासियाँ, तन्हाइयाँ और रुसवाइयों का जिक्र क्यूँ
इबादत है ये तो तिजारत की तरह ख़्वाहिशों की फिक्र क्यूँ
लेकिन ..................
इश्क़ में उदासियाँ, तन्हाइयाँ और रुसवाइयों का जिक्र क्यूँ
इबादत है ये तो तिजारत की तरह ख़्वाहिशों की फिक्र क्यूँ


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