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Thriller कामुक अर्धांगनी
विरजु ने खिंच अपना लड़ निकाल कर मधु के गाँड पर घिसते धक्का मार गाँड मे डाल दिया और मधु करहाती मचल उठी और विरजु बेधड़क मधु की गाँड मारने लगा और कालू मस्त पस्त पड़ी मधु के होंठो को चुसने लगा । मधु के बालों को खिंचता विरजु झटके मारता गाँड की गोलियों पर थपेड़े मारते बोला अहह तेरी चुत के रस से नहा कर लड़ क्या मस्त गाँड की सैर कर रहा है और वो कालू के जिस्म पर हिलती उसके लड़ को चुत के पानी मे डुबाए जोश भर्ती उठ अपना स्तन पान करवाती बोली तुम भी चोदो न कालू बस एक बार दोनों ज़ोर से चोदो न मुझे अहह और मधु की ये हवस की भूख और तड़पते बदन की आग और उसके कामुक्ता से तपते चेहरे को देख मेरी हालत खराब होने लगी और मैं अपनी लुल्ली सहलाने लगा और कालू अपने लड़ को फ़िसलन भरी चुत पर रगड़ते बोला मालकिन लगता है तू पक्की रांड बनेगी जैसे तू पल पल लौड़े के लिए गर्म हो रही मेरी मान धंदा कर ले एक दो महीने कही बाहर शहर मे और अपनी चुत गाँड फड़वा के वापस आ जा और मधु ने कालू के बातों सुन गुसा होती बोली साले चोद नही पाता कैसा गांडू है तू ,तेरे लौड़े पर बैठी हुँ चोद नही तोह निकल धंदा करना पड़ेगा तोह करूँगी पर तु चोदने आया हैं चोद सके तोह चोद नहीं तोह ढेरों मर्द है मोहल्ले मे ।



कालू हँसते मधु के चेहरे को सहलता बोला मालकिन हम तोह चोदने आए है आप गुसा न करो बोल वो गाँड उठा कर मधु के चुत पर धक्के मारने लगा और विरजु कमर पकड़ गाँड फाड़ता बोला मालकिन मज़ा आ रहा है ना ।



मधु दिल खोल आहे भर्ती सिसकने लगी और दोनों लड़ से एक साथ अपनी जवानी चुद्वती खुशी से झूमने लगी और वो दोनों मेरी अर्धग्नि को बेताहाशा चोद कर परम सुख के मुहाने पर पहुँचने लगे और मेरी लुल्ली ये देख दो बूंद बरसा शान्त हो गई और मैं वो दो बूंदों को उँगली पर लगा मधु के होंठो पर रख दिया और वो जीभ से चाट मुझे बोली आप कल मेरे लिए ओर मर्द बुलाइए न मुझे और चुदवाना है और मधु की हवस देख मैं बोला ठीक है शालिनि भाभी से बात कर मर्दो को बुलाता हु तू अभी इन दोनों के लौड़े से काम चलाओ और मधु हँसते बोली ऐसे मर्द लाना की मेरी आग शांत हो जाये बहुत मन करता है मुझे चुदने का मेरी जान ।



कालू मधु के चुचियों को बेदर्दी से मसलते बोला मेरी मालकिन तुम कहो तोह मज़दूरों को बुला लाता हूँ हम कुल दस मज़दूर है सब मिल कर करेंगे आप जब तक खुद न मना करोगी कोई न कोई चोदता रहेगा आपको । मधु लड़ के घर्षण से उतेजित बोलने लगी बुला लो सबको मुझे सबका लड़ चाहिए कल की रात मे पूरी रात बस चुदना चाहती हूँ बिना रुके थक के चूर होना चाहती हूँ और विरजु ताबड़तोड़ झटके मारता मधु को बेहाल करते झड़ने पर मजबूर कर दिया और कालू के लड़ ने फिर मधु के योवन के रस से अपना लड़ भिगोया और मधु हाँफते काँपने लगी पर दोनों चोदते रहे और मधु की चुत वो गाँड की दीवारें जलने लगी और वो चीख़ने लगी ।



कालू और विरजु ने मधु के रोम रोम को मदमस्त कर दिया था और वो आग की तरह चमक उठी थी और पसिने से तरबतर बस दोनों के लड़ के मसलन से थक रही थी और थोड़े समय बाद दोनों ने लड़ की पिचकारी से मधु के तपते योवन छिद्रों को भिगो दिया और मधु दोनों निढ़ाल मर्दो के बीच दबी हाँफती बोली अहह कितना गर्म पानी डाला तुम दोनों ने मेरी चुत और गाँड मस्त हो गई और वो हँसते बोले मालकिन कल तुम्हें हम सब मिल कर इतना चोदेगे की तुम मुत दोगी ।
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RE: कामुक अर्धांगनी - by kaushik02493 - 26-09-2020, 10:26 PM
RE: कामुक अर्धांगनी - by Bhavana_sonii - 24-11-2020, 11:46 PM



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