10-03-2019, 02:00 PM
'वो 'और मिसेज खन्ना
प्याला पकड़ते हुए भी उनकी अंगुली कुछ ज्यादा देर तक उनकी ऊँगली को छूती रही।
लेकिन मिसेज खन्ना बहुत ही पॉलिश्ड ,सॉफिस्टिकेटेड थीं और अगले ही पल वो अपने 'रीगल सेल्फ ' में थी और उनसे बहुत पोलाइटली तारीफ़ करती कह रही थीं
' इट इज गुड दैट आफटर अ लांग ग्रूअलिंग डे ऐट आफिस ,
यू फाइंड टाइम ऐंड एनर्जी टू शेयर योर वाइव्स वर्क ऐट होम "
पकौड़े को निबल करती वो बोल रही थीं , लेकिन मैंने एक बल्कि दो करेक्शन जारी किये ,
" नो मैडम , जस्ट टू स्माल करेक्शन , ही डज नाट शेयर ,ही डज एवरीथिंग आल अलोन । "
उन्होंने जोर से ब्लश किया , और मिसेज खन्ना ने पहले तो उनकी ओर देखा और फिर तारीफ़ से मेरी ओर।
मैंने बात जारी रखी ,
" और मैडम जो आप आफिस में हार्ड वर्क की बात कर रही थीं न , तो उसके बारे में मुझे शक है ,
मुझे अंदाज है अच्छी तरह से ये लोग आफिसमें क्या करते हैं।"
बात काटने के लिए इन्होने मिसेज खन्ना को एक पनीर का पकौड़ा पेश किया।
मिसेज खन्ना ने एक बाइट लेके उनकी तारीफ की और फिर मेरी बात में हामी भरती हुयी बोलीं ,
" यू आर राइट , सारा दिन बस आफिस में चैटिंग , गप्पे और सर्फिंग सारी गर्ली साइट्स पे , यहाँ तक की जो लोग टॉप पोजीशन में हैं , एक्सपीरियंस्ड वो भी। "
मैंने मिसेज खन्ना की बात को आगे बढ़ाया ,
" एकदम सही कहा आपने मैडम , और समबडी हैज सेड व्हाट इज ट्वेंटी इयर एक्सपीरिएंस ,
वन इयर एक्सपीरियंसरिपीटेड ट्वेंटी टाइम्स , सिर्फ डिक्टेशन के बहाने ,
स्टेनो के बूब्स देखते रहते हैं , मीटिंग में क्या मेनू होगा ये तय करते हैं ,"
पनीर पकौड़ा खत्म करते हुए मुस्कराकर उन्होंने मेरी बात की ताकीद की।
और उन्होंने जोड़ा ,
" और फिर जब आफिस बंद होने का टाइम आता है तो दिन भर का काम याद आता है ,
और रोज लेट आने का बहाना। "
" एकदम मैडम कंपनी उन्हें अच्छी तरह से स्क्रू करती है , "
मैं बोली।
“एकदम सही बोली तुम , दे आर सो मच स्क्रूड दैट व्हेन दे कम बैक,
दे आर नाट गुड एनफ फॉर स्क्रू ऐट होम "
वो बोलीं,
और हम दोनों जोर से खिलखिलाने लगीं।
बातचीत में हमदोनो उन्हें इग्नोर कर रहे थे , जैसे वो वहां हों ही नहीं।
जैसे आप टैक्सी में जाते हैं और कुछ भी बिना झिझक बोलते रहते हैं जैसे टैक्सी ड्राइवर वहां हो ही नहीं।
लेकिन मुझे कुछ भी बुरा नहीं लग रहा था , आखिर लेडीज भी जब इन लोगो के साथ
क्लब में , किसी के घर पे मिलते हैं तो बस आफिस की बातें ऐसे चालू हो जातीहै ,
जैसे वहां के सब मसले अभी सुलझा लिए जाएंगे। और आफिस की बातें खत्म हुयी तो क्रिकेट , बिना ये सोचे की लेडीज को इन बातों में कोई इंट्रेस्ट आ रहा है की नहीं.
लेकिन नहीं , मिसेज खन्ना के मैनर्स एकदम परफेक्ट थे।
वो उन्हें कत्तई इग्नोर नहीं कर रही थीं।
कहते हैं न महिलाये अपनी भावनाएं कई ढंग से व्यक्त करती हैं , तो बस वही काम अभी मिसेज खन्ना की मंझली उंगली कर रही थी।
लम्बी ,पतली ,गोरी,पर्फेक्ट्ली मैनिक्योर्ड , और लम्बे ब्लड रेड पेंटेड नेल्स ,
लेकिन सबसे चमकदार थी उसमे पिजन ब्लड रूबी , स्पार्कलिंग ,पूरे ६ कैरट की,
मिसेज खन्ना की ऊँगली उनके जींस पर सरकती ,रेंगती ,
मैं दूर बैठी उनकी उस उंगली का दबाव महसूस कर रही थी।
जिप से मुश्किल से डेढ़ दो इंच दूर और
अब उनका बल्ज कड़ा , हल्का हलका खडा साफ नजर आ रहा था।
उनकी देह गिनगीना रही थी , लेकिन वो ,…
अचानक वो बोल पड़ीं ,
" अच्छा मैं चलती हूँ , देर हो रही है। "
उनकी ऊँगली का दबाव और गहरा हो गया था।
" नहीं नहीं मैडम कहाँ जा रही है ,वैसे भी मिस्टर खन्ना तो अब्रॉड गए हैं रुकिए न "
मैंने इसरार किया।
" हाँ ,मैडम रुकिए न बस थोड़ा सा और , मैं आपको कॉकटेल स्नैक्स खिलाता हूँ मैंने मिसेज तनेजा के यहाँ सीखे थे , बस थोड़ा टाइम लगेगा। "
उन्होंने मेरा हिंट
समझ लिया था और अब वो भी रिवेस्ट कर रह थे।
मिसेज खन्ना मान गयीं।