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Non-erotic चक्रव्यहू by Jayprakash Pawar 'The Stranger'
#18
   "मुझे तुम्हारी शर्त मंजूर हैं, बट तुम्हें भी मेरी ये बात माननी पड़ेगी कि तुम कभी मुझे अपने और निक्की में से किसी एक की फ्रेंडशीप चुनने के लिए नहीं कहोगे, क्योंकि तुम ऐसा कहोगे तो मैं बहुत बड़े धर्मसंकट में फँस जाऊँगी। मैं तुम्हारी फ्रेंडशीप तो छोड़ हीं नहीं पाऊँगी, पर निक्की की फ्रेंडशीप छोड़ने का भी मुझे कम दुख नहीं होगा।"

            "मानसी, तुम्हारी तबीयत तो ठीक हैं न ?"

            "क्यों, मेरी तबीयत को क्या हुआ ?"

            "तुम आज काफी बहकी-बहकी बातें कर रही हो, इसलिए मुझे लगा कि तुम्हारी तबीयत ठीक नहीं हैं।"

            "मजाक उड़ा रहे हो मेरा ?"

            "नो यार, मैं तो चंद दिनों में ही तुम्हारी पर्सनाल्टी में आया ये जबरदस्त बदलाव देखकर हैरानी जता रहा हूँ।"

            "मेरी पर्सनाल्टी में आए बदलाव से मैं खुद भी हैरान हूँ। तुम जानना चाहोगे कि तुम काफी कोशिशों के बावजूद मुझे जैसी नहीं बना पाए, वैसी मैं किस वजह से खुद-ब-खुद ही बन गईं ?"

             "हाँ।"

             "एक्चुअली परसो जब मुझे तुम्हें हमेशा के लिए खो देने का अहसास हुआ, तब मैंने अपने अंदर की उस मानसी से गुस्सा होकर उसे हमेशा-हमेशा की लिए मार डाला, जिसकी वजह से मैंने तुम्हें खो दिया। अब जो मानसी तुम्हारे सामने खड़ी हैं, उसे तुम अपना फिमेल वर्जन समझ सकते हो।"

            "ये सुनकर बहुत अच्छा लगा।

            "थैंक्स। अब जल्दी से मेरे इस कोश्चन का आन्सर दो कि क्या अब हम दोनों एक-दूसरे के बेस्ट फ्रेंड हैं ?"

           "हाँ, बट मैं तुम्हारी ओर फ्रेंडशीप के लिए हाथ बढ़ाने से पहले जो कंडीशन रखनेवाला हूँ, उसे सुनने के बाद हो सकता हैं कि तुम अपना हाथ वैसे ही छुपा लो, जिस तरह तुमने आज से करीब उन्नीस-बीस माह पहले छुपाया था।"

            "और तुम्हारी कंडीशन भी शायद वही होगी, जो उस समय तुमने मेरे सामने रखी थीं, 'दोस्ती को सिर्फ दोस्ती तक हीं सीमित रखना होगा ?"

              "हाँ।"

              "मैं इस बार तुम्हारी ये कंडीशन खुले दिल से एक्सेप्ट करती हूँ। बाइ द वे, तुम ये कंडीशन मेरे सामने नहीं भी रखते, तब भी मैं फ्रेंडशीप की लिमिटेशन क्राॅस नहीं करती। जानना चाहते हो क्यों ?"

             "क्यों ?"

             "मैं अब तुम्हारे साथ दुबारा पुराना रिश्ता जोड़कर किसी को वही दर्द नहीं देना चाहती हूँ जैसा उसने मुझे दिया था, क्योंकि मैं अच्छी तरह से जान गई हूँ कि हमसे हमारा प्यार कोई छीन ले तो कितनी तकलीफ होती हैं।"

            "मानसी, मुझे नहीं लगता हैं कि तुम मेरे साथ फ्रेंडशीप करने के लिए सीरियस हो, अदरवाइज तुम मेरी पहली कंडीशन को फ्रेंडशीप होने से पहले हीं ब्रीच नहीं करती।"

            "ओह नो यार, मैं तो भूल हीं गई थीं कि मुझे तुम्हारे और निक्की के रिलेशन के बारे में डायरेक्ट या इनडायरेक्ट तुम्हारे साथ चर्चा नहीं करनी हैं। आई एम सो साॅरी फार इट।"

            "इट्स ओके।"

            "चलो, जनाब का मूड कुछ अच्छा हैं इसलिए जल्दी माफी मिल गई, अदरवाइज पता नहीं कितनी देर मनाना पड़ता ? चल मानसी, अब जल्दी से हाथ बढ़ाकर इससे फ्रेंडशीप डन कर ले, अदरवाइज पता नहीं ये कब; कौन-सी बात पर नाराज हो जाए और ये गोल्डन चांस हाथ से निकल जाए।"

           "यार, खुद के साथ हीं बात करनी हैं तो आराम से अपनी कार में बैठकर करों न, मेरे पास खड़ी होकर मेरा टाइम क्यों वेस्ट कर रहीं हो ?"

           "साॅरी बाॅस, दिस इज माइ लास्ट मिस्टेक फार टूडे। अब कम से कम आज दिनभर तो कोई मिस्टेक नहीं करूँगी।" मानसी ने अपने कान पकड़कर मासूम-सा चेहरा बनाकर कहा तो न चाहते हुए भी हर्षित के चेहरे पर मुस्कुराहट उभर आयी।

             "ओके बाॅस, अब मैं चलती हूँ। निक्की कार में मेरा वेट कर रही हैं। तुम हमारी कैम्पेनिंग टीम को आज से ज्वाइन कर रहे हो या ........?"

            "आज का मेरा पूरा दिन हमारे क्लब मेम्बर्स के लिए बुक हैं। मैं कल सुबह ........।"

            "ओके, थैंक्स।" कहकर मानसी अपनी कार की ओर बढ़ गई।
                           ...................

         "हर्षित, तुम्हारा चेहरा देखकर लगता हैं कि तुम्हें भी कोई पाॅजिटिव रिस्पांस नहीं मिला।" अपने ग्रुप के साथ काॅलेज के कैंटिन में बैठी मानसी ने हर्षित के दाखिल होते हीं उसके चेहरे को गौर से देखते हुए अपना अनुमान व्यक्त किया।

         "यू आर राइट मानसी, इस काॅलेज में हम लोगों के आपसी झगड़ों की वजह से हम लोगों की पैनल की इमेज इतनी खराब हो चुकी हैं कि इस बार हमारी पैनल को वोटिंग करने के लिए की जानेवाली मेरी अपील को कोई सीरियसली लेने के लिए तैयार नहीं हैं। ज्यादातर लोग मेरी अपील पर डायरेक्ट कोई रिस्पांस देने से बच रहे हैं, लेकिन यहाँ का माहौल बता रहा हैं कि हमारे फेवर में इस बार वैसी बम्पर वोटिंग होने की न के बराबर पाॅसिब्लिटी हैं, जैसी पिछले दो इलेक्शन में हुई थीं।" हर्षित ने मानसी की बात का हताश स्वर में जवाब दिया।

           "हर्षित, झूठ मत बोलो यार। इस काॅलेज में हमारी पूरी पैनल की इमेज खराब नहीं हुईं हैं, बल्कि सिर्फ मानसी की इमेज खराब हुईं हैं जिसके लिए रिस्पांसिबल भी यही हैं। ये इस कैंटिन वाले पर तुम्हें चाय-काॅफी पिलाने की वजह से झूठा एलीगेशन नहीं लगाती और तुम्हें पब्लिकली उल्टा-सीधा नहीं सुनाती तो हमारे इलेक्शन हारने की नौबत कभी नहीं आती, बट इसके लिए तुम भी काफी हद तक रिस्पांसिबल हो। तुम हमारी पैनल की प्रेसीडेंट की कैंडिडेटशीप एक्सेप्ट कर लेते तो भी ऐसी सिच्युएशन पैदा नहीं होती, लेकिन तुम फाॅर्म सबमिट करने की लास्ट डेट को अपनी बुआ की बीमारी का बहाना बताकर मैदान से भाग गए और ऊपर से इस पोस्ट के लिए मानसी को फाॅर्म सबमिट करने के लिए कहकर हमारे लिए मुसीबत खड़ी कर दीं। एनी वे, तुम दोनों को जो करना था, तुम लोग कर चुके हो। अब हमें अपने एकार्डिंग चलने के लिए फ्री कर दो। हो सकता हैं कि हम लोग तुम दोनों से अलग होकर कैम्पेनिंग करेंगे तो कुछ मैजिक हो जाए और हम लोगों की इज्जत बच जाए।" मानसी के लेफ्ट साइड में बैठे चेतन की बात खत्म होते मानसी के चेहरे पर गहरी पीड़ा के उभर चुके थे।

           वह कुछ कहने के लिए मुँह खोलने हीं वाली थीं कि तभी उसके राइट साइड में बैठी निक्की ने उसे हाथ के इशारे से रोककर अपनी बात शुरू कर दीं- "चेतन, तुम्हें एक ऐसी लड़की को उल्टा-सीधा बोलते हुए जरा-सी भी शर्म नहीं आ रही हैं जो इमोशनली हर्ट होने के बावजूद अपना सारा दर्द भूलकर तुम लोगों के साथ सिर्फ इसलिए खड़ी हुई, क्योंकि उससे तुम लोगों के चेहरे पर छायी मायूसी देखी नहीं जा रही थी। और सुनो, तुमने ये तो बता दिया कि मानसी ने क्या-क्या गलतियाँ की, लेकिन तुमने ये नहीं बताया कि जब मानसी ने ये गलतियाँ की, तब तुमने इसके साथ होने के बावजूद इसे रोकने की कोशिश क्यूँ नहीं की ?"

          "निक्की, तुमने बिल्कुल सही पाईंट पकड़ा। इसने ये सब करने से मानसी को कभी रोकने की कोशिश नहीं की। उल्टा ये तो ये सब करने के लिए हमेशा मानसी को उकसाता रहा, क्योंकि ये हमेशा से चाहता था कि हर्षित हम लोगों के ग्रुप से निकल जाए, ताकि इसे हमारे ग्रुप की लीडरशीप करने का मौका मिल सके। इसने अपने इसी गोल को अचिव करने के लिए हम सबको इस बार हर्षित पर मानसी के साथ चीटिंग करने का एलीगेशन लगाकर हमारी पैनल की कैंडिडेटशीप न देने के लिए कन्वेंस किया और अब हर्षित के इलेक्शन में कैंडिडेट न होने की वजह से इसे हमारी पैनल के साथ अपनी हार नजर आ रही हैं तो इसने गिरगिट की तरह रंग बदलकर इसके लिए मानसी और हर्षित को रिस्पांसिबल ठहरा दिया। साॅरी चेतन, मुझे तुम्हें गिरगिट के साथ कम्पेयर नहीं करना चाहिए था क्योंकि रंग बदलने में तुम गिरगिट से भी ज्यादा माहिर हो।" निधि के व्यंग्य बुझे तीर के सटीक प्रहार से चेतन का चेहरा गुस्से से तमतमा उठा। वह बिना कुछ कहे अपनी जगह से उठा और कैंटिन से बाहर निकल गया।

          "जहाज डूबता हैं तो सबसे पहले चूहे कूद कर भागते हैं।" चेतन जब बाहर निकल रहा था, तब भी निधि उसे घृणित नजरों से देखते हुए एक व्यंग से बुझा तीर उसकी ओर छोड़ा, लेकिन उसका भी चेतन ने कोई जवाब दिया।

           "यू आर राइट निधि, ये कहावत इस जैसे लोगों के लिए ही बनी हैं, पर मैं तुम लोगों की जानकारी के लिए बता दूँ कि हम लोगों की स्थिति इतनी भी खराब नहीं हैं, जितनी मैंने इस कैंटिन में आते हीं बताई थीं। वो तो मैंने ये देखने के लिए हमारी पोजीशन जान-बूझकर कुछ ज्यादा ही खराब बता दी थीं कि कौन-कौन लोग दिल से हमारी पैनल के साथ हैं और कौन-कौन लोग सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए साथ हैं। जो दिल से साथ थे, वे लोग रूके हुए हैं और जो सिर्फ अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए हम लोगों के साथ था, वो हमारे बीच से जा चुका हैं इसलिए मैं अब तुम लोगों को रियल पोजीशन बता देता हूँ।

             एक्चुअल पोजीशन ये हैं कि फिलहाल हमारी पैनल और बबलू एंड कम्पनी की पैनल को लगभग बराबर सपोर्ट मिल रहीं हैं, लेकिन यदि हम इस इलेक्शन का बायकाट करने वाले लोगों को वोटिंग करने के लिए कन्वेंस कर लेते हैं तो हमारी पैनल को क्लियरली लीड मिल जाएगी, क्योंकि जो ढहाई-तीन सौ लोग हमारी पैनल की आपसी खीचतान की वजह से हमसे निराश होकर इस इलेक्शन का बायकाट करने का डिसिजन ले चुके हैं, वे हम लोगों के फेवर के लोग हैं। हमें एक-एक करके उन सभी से पर्सनली मिलकर इस बात का यकीन दिलाना होगा कि हम लोग बबलू एंड कम्पनी से काफी अलग हैं और उनके हमें भी बबलू एंड कम्पनी की तरह समझकर इलेक्शन का बायकाट करने से बबलू एंड कम्पनी जीतकर काॅलेज का माहौल खराब कर सकती हैं। आई होप कि काॅलेज का माहौल खराब होने से बचाने के लिए हमसे डिस्पाईन्टेड हुए लोग भी हमारे फेवर में वोटिंग करने के लिए तैयार हो जाएँगे।" हर्षित की बात सुनकर उसके आसपास बैठे सभी लोगों के चेहरों पर कुछ इस तरह के राहत के भाव उभर आए, जैसे मरूस्थल में भटक-भटककर प्यास से बेहाल हो चुके मुसाफिरों को आसपास कहीं से पर्याप्त पानी होने की सूचना मिलने पर उनके चेहरों पर राहत के उभर आते हैं।

           "मेरे पास भी एक बेहतरीन आइडिया हैं।" हर्षित की बात खत्म होते हीं निक्की ने उसकी तरफ देखकर कहा।

           "मानसी, मैं शर्मा सर का पीरियड अटैंड करने जा रहा हूँ। मैंने लगातार चार दिनों तक कोई भी पीरियड अटैंड नहीं किया, इस वजह से मेरे लिए आज कोई न कोई पीरियड अटैंड करना जरूरी हैं। मैं अब से ठीक पैतालीस मिनट बाद लंच टाइम में तुमसे मिलूँगा, तब तक तुम बाकी लोगों के फार्मुले सुन लो और इनमें से कोई काम का लगे तो मुझे बता देना।" निक्की की बात को अनसुना करके हर्षित ने अपनी बात कही और कैंटिन से बाहर निकल गया।

           "डोंट वरी निक्की, थोड़े दिनों में सब ठीक हो जाएगा।" हर्षित के बाहर निकलते हीं मानसी ने निक्की का हाथ पकड़कर उसे सांत्वना दी।

           "मुझे तसल्ली देने के लिए थैंक्स, बट मुझे नहीं लगता हैं कि कभी कुछ ठीक होगा।" निक्की ने जवाब में कहा।

          "अरे, थोड़ा पेशंस रखो यार, सब ठीक हो जाएगा।"

           "यार मानसी, इतने शार्ट पीरियड में तुम्हारे, निक्की और हर्षित के बीच इतनी जल्दी-जल्दी रिलेशन चेंज हुए हैं कि इनके बारे में जानकर इंग्लैंड का मौसम भी शर्मिन्दा हो जाएगा। पहले हर्षित का तुम्हारे साथ अफेयर था और निक्की के साथ फ्रेंडशीप थी, फिर तुम्हारा हर्षित के साथ ब्रेक-अप हुआ और हर्षित का निक्की के साथ अफेयर शुरू हुआ, इसके बाद हर्षित और निक्की के बीच डिस्टेंस पैदा हो गया और तुम्हारी निक्की के साथ फ्रेंडशीप हो गई और फिर आज तुम्हारी भी हर्षित के साथ फ्रेंडशीप हो गई, पर इन सबसे इन्ट्रेस्टिंग ये लग रहा हैं कि तुम अपने एक्स और उसकी प्रजेंट लवर के बीच के पैदा हुए डिस्पुट्स दूर करने की पूरी ताकत से कोशिश कर रही हो। कसम से मैं तो कभी सोच भी नहीं सकती थीं कि एक लड़के और दो लड़कियों के बीच इतने स्ट्रेंज रिलेशन हो सकते हैं।"

            "निधि, तुम हम तीनों के बीच बार-बार बदल रही कैमेस्ट्री को लेकर हम तीनों का मजाक उड़ा रही हो ?"

             "अरे नहीं यार, मैं तो तुम्हारे इतनी जल्दी निक्की के प्रति अपनी नाराजगी भूलाकर उसकी क्लोज फ्रेंड और हमदर्द बनने और निक्की के मन में तुम्हारे लिए पैदा हुई ब्लाइंड फैथ पर हैरानी जता रही हूँ।"

            "बट मुझे इसमें हैरानी जैसी कोई बात नजर नहीं आ रही हैं, क्योंकि हम तीनों के बीच बनी कैमेस्ट्री की वजह बेहद सिम्पल और नार्मल हैं। मैंने रियलाइज कर लिया कि मैं हर्षित को एज द लवर हमेशा के लिए खो चुकी हूँ इसलिए उसके और उसकी प्रजेंट लवर के बीच पैदा हुए डिस्टेंस को दूर करने की कोशिश कर रही हूँ और निक्की को मुझ पर हद से ज्यादा ट्रस्ट इसलिए हो गया क्योंकि वो जानती हैं कि मैं उसके साथ अपने सारे डिस्पुट्स भूलकर उसके और हर्षित के बीच पैदा हुए डिस्टेंस को दूर करने के लिए ऑनेस्टली ट्राई कर रही हूँ।"

          "ठीक हैं, बट तुम्हारे अंदर इतना चेंज आने की वजह क्या हैं ? मैंने पहले तो कभी तुम्हें इस टाइप की सोशल एक्टीविटिज में इस तरह इमोशनली अटैच होते हुए नहीं देखा। अचानक ऐसा क्या हो गया कि तुम विकास का फिमेल वर्जन बन गईं ?"

            "मैंने कल रात .......।"

            "मानसी, प्लीज कल ......।"

            "डोंट वरी निक्की, मैं वो राज डिस्क्लोज नहीं कर रही हूँ जिसे तुम सीक्रेट रखना चाहती हो। मैं तो इसे सिर्फ ये बता रही हूँ कि कल रात मुझे एक लड़के और उसकी दिल के रिश्ते की बुआ के बीच के होली लव के बारे में पता चला तो मुझे लगा कि रिश्तों के मामलों में मैं बहुत गरीब हूँ और तभी मैंने फैसला किया कि अब मैं सिर्फ प्यार बाँटती रहूँगी, ताकि मुझे भी कोई इतनी शिद्दत से प्यार करने लग जाए, जैसा उस लड़के से उसकी दिल के रिश्ते की बुआ करती हैं और मैंने निक्की को अपनी सगी बहन की तरह प्यार करना शुरू करके अपने इस फैसले का इम्प्लिमेंटेशन भी स्टार्ट कर दिया। अब इन बातों को छोड़ो और इलेक्शन कैम्पेनिंग में तेजी लाने के लिए किसी के पास कोई आइडिया हो तो बताओ। निक्की, तुम थोड़ी देर पहले कुछ कह रही थीं, तुम हीं पहले अपना आइडिया हमारे सामने रख दो।"

           मानसी की बात खत्म होने के बाद निक्की अपनी बात उसे समझाने लगी।
                            ..................

            "भइया, दीदी कह रही थीं कि वे नीचे आने की कंडीशन में नहीं हैं, इसलिए आप उनसे मिलने ऊपर उनके कमरे में चलें जाइए।" एक सावली-सी नवयुवती ने घर के हाल में खड़े हर्षित के पास आकर बताया तो उसके चेहरे पर हल्का-सा तनाव उभर आया।

          "चलो, मुझे उनका कमरा दिखा दो।" कुछ पलों तक सोच-विचार करने के बाद हर्षित ने कहा।

         "आइए ।" कहकर वह नवयुवती उसी जीने की ओर बढ़ गई, जिससे उतरकर हाल में आयी थीं। हर्षित भी उसके पीछे-पीछे चल पड़ा।

         "यही हैं दीदी का रूम।" फर्स्ट फ्लोर पर पहुँचने के बाद एक कमरे की ओर इशारा करके बताया और वह नवयुवती वापस लौट गई।

           हर्षित ने उस कमरे के सामने पहुँचकर उसके गेट पर हल्की-सी दस्तक दी, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला तो कुछ झिझक के साथ हर्षित ने गेट पुश किया और अंदर दाखिल हो गया। 

         "निधि, ये क्या बचपना हैं यार ?" अंदर पलंग पर तकिए में मुँह छिपाकर लेटी लड़की पर नजर पड़ते ही हर्षित ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, लेकिन उस लड़की से उसे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।

         "निधि, आर यू ओके ?" कुछ पलों की खामोशी के बाद हर्षित ने कुछ चिंतित स्वर में पूछा।

          "मैं बिल्कुल भी ओके नहीं हूँ हर्षित। प्लीज हेल्प मी।"  लड़की ने पलटकर हर्षित की ओर देखते हुए जवाब दिया जो हर्षित के ग्रुप की लड़की निधि थीं।

          "निधि, तुम बेझिझक अपनी वो प्राॅब्लम मेरे साथ शेयर कर सकती हो, जिसे शेयर करने के लिए तुमने मुझे यहाँ बुलाया।"

            "हर्षित, मेरी समझ में नहीं आ रहा हैं कि मैं अपनी प्राॅब्लम तुम्हारे साथ शेयर कैसे करूँ ? पता नहीं मेरी प्राॅब्लम सुनकर तुम मेरे बारे में क्या सोचोगे, बट इसे किसी राइट पर्सन के साथ शेयर नहीं करूँगी तो साॅल्व भी नहीं होगी, इसलिए तुम्हें बता हीं देती हूँ।

           एक्चुअली बात ये हैं कि हमारे ग्रुप के चेतन के साथ मेरा पिछले आठ-नौ माह से अफेयर चल रहा हैं और इस दौरान हम दोनों के बीच लगभग हर दिन फिजिकल रिलेशन भी बनते रहें, लेकिन कल उसके ग्रुप छोड़ देने पर मैंने उसे उल्टा-सीधा बोल दिया तो उसने इतनी-सी बात के लिए मुझसे रिश्ता तोड़ दिया और मैंने कल शाम को फोन करके डेली की तरह मेरे घर आकर मेरे साथ फिजिकल रिलेशन बनाने के लिए कहा तो उसने साफ मना कर दिया जिसके बाद रातभर में मुझे अहसास हो गया कि मैं सेक्स एडिक्ट हो गई हूँ और हर चौबीस घंटे में एक बार किसी के साथ फिजिकल रिलेशन बनाए बिना नहीं रह सकती हूँ। मैं अपनी इस प्राॅब्लम से निजात पाने के लिए आज एक साइकेट्रिस्ट के पास गई थीं तो उसने मेरा ट्रीटमेंट तो स्टार्ट कर दिया, लेकिन साथ हीं एक ये बात कहकर मेरी प्राॅब्लम बढ़ा दी कि उसके ट्रीटमेंट का नतीजा लगभग वन मंथ के बाद नजर आएगा और तब तक मुझे किसी न किसी जरूरत के अनुसार मुझे किसी न किसी के साथ फिजिकल रिलेशन बनाते रहना होगा। मैंने अपने एक अच्छे और भरोसेमंद दोस्त अपनी ये प्राॅब्लम को बताई और वन मंथ तक जरूरत के अनुसार मेरे साथ फिजिकल रिलेशन बनाने के लिए तैयार कर लिया, लेकिन वो फिलहाल कल तक के लिए बाहर हैं, इसलिए तुम सिर्फ आज एक बार मेरी ये नीड पूरी कर दो। मैं पिछले चौबीस घंटे से पानी से बाहर निकाली हुई मछली की तरह छटपटा रही हूँ। प्लीज हेल्प मी।"

        "ओके, मैं तुम्हारी हेल्प करने के लिए तैयार नहीं हूँ बट उस वे में नहीं, जिस वे में तुम चाह रही हो। तुम कल काॅलेज आकर स्टूडेंट्स को जमा करके मुझ पर ये एलीगेशन लगा देना कि मैंने चेतन को मानसी से अपनी पेनल का सेकेट्री का कैंडिडेट डिक्लियर कराने की एवज में तुमसे कई बार फिजिकल रिलेशन बनाए और अब मैं चेतन के लिए कैम्पेनिंग करने के बदले भी तुमसे यही सर्विस चाह रहा हूँ, इससे तुम्हारा और चेतन का मेरी इमेज खराब करके बबलू एंड कम्पनी को इलेक्शन जीतने में हेल्प करने और बदले में उनके सपोर्टर्स के वोट लेकर चेतन को इलेक्शन जिताने का मिशन पूरा हो जाएगा, क्योंकि मैं ये एलिगेशन पर कोई सफाई देने की जगह इसे बिना ना-नुकुर किए एडमिट कर लूँगा और इस एलिगेशन की विश्वसनीयता पर कोई कोश्चन मार्क लगने के चांसेज हीं खत्म हो जाएँगे, बट प्लीज तुम ये मनगढँत स्टोरी सुनाकर अपनी हेल्प के नाम पर मेरे और अपने कैरेक्टर पर बदनुमा दाग मत लगाओ। आई एम गोईंग नाऊ।"

         "हर्षित, प्लीज एक मिनट रूको।"

          "बोलो ...।"
   
          "हर्षित, ये सच हैं कि मैं सेक्स एडिक्ट नहीं हूँ और मैं अपने इस इस टाइप के एडिक्शन से परेशान होकर नहीं बल्कि वीडियो रिकार्डिंग करने के लिए तुम्हारे साथ फिजिकल रिलेशन बनाना चाहती थीं, बट ये मैं अपनी मर्जी से नहीं करना चाह रहीं थीं, बल्कि चेतन के पास मेरी एक कमजोर नस दबी होने की वजह से उसके कहने पर मजबूरी में कर रही थीं। एक्चुअली, मैंने उसके साथ ये सोचकर चार-पाँच बार फिजिकल रिलेशन बना लिए थे कि वो एक अच्छा लड़का हैं, इसलिए मेरे साथ कभी चीटिंग नहीं करेगा। उसने मुझसे प्राॅमिश भी किया था कि वो अपना करियर बनाने के बाद मुझसे हीं शादी करेगा, लेकिन .....।"

           "वो अपने प्राॅमिश से मुकर गया, यही न ?"

           "मुझे पता नहीं हैं कि वो अपने प्राॅमिश से मुकर गया हैं या नहीं और मुझे ये जानने में कोई इन्ट्रेस्ट भी नहीं हैं क्योंकि अब मैं खुद उससे न तो शादी करना चाहती हूँ और न इन फ्यूचर उसके साथ कोई रिलेशन रखना चाहती हूँ लेकिन चेतन ने हिडन कैमरे हम दोनों के अंतरंग पलों की वीडियो क्लिप्स बना लीं हैं और मुझे उसने उसे इंटरनेट पर अपलोड करने की कल शाम को धमकी देकर तुम्हारे साथ फिजिकल रिलेशन बनाने और उसकी रिकार्डिंग करने के तैयार किया, ताकि इस रिकार्डिंग के दम पर तुम्हें अपनी पेनल के पीछे से अपना हाथ खींचने के लिए मजबूर कर सके और बबलू एंड कम्पनी के साथ क्राॅस काम्बिनेशन करके इलेक्शन जीत सके। तुम्हारे बाद उसने मुझे यही काम बबलू के साथ भी करने के लिए कहा हैं, बट बबलू को मुझे कोई कहानी नहीं सुनाकर मेरे साथ फिजिकल रिलेशन बनाने के एग्री नहीं करना हैं, क्योंकि बबलू तो ऐसा ऑफर खुद हीं ढूँढता हैं।"

           "यार, मैं तो इस बात की इमेजिन भी नहीं कर सकता था कि हमारे काॅलेज के स्टूडेंट्स इस मामूली से इलेक्शन के विनर बनने के लिए इस टाइप के घिनौने हथकंडे भी यूज करने की कोशिश कर सकते हैं। ये सुनकर मैं तो एकदम शाॅक्ड हो गया।"

            "मुझे भी कल शाम जब चेतन ये बातें कही तो मैं भी इसी तरह से शाॅक्ड हुई थीं। मुझे तो चेतन की बात सुनने के बाद यकीन हीं नहीं हुआ कि उसने ये बात मुझसे सीरियसली कही हैं। मैं पागलों की तरह बार-बार उससे कहती रही कि वो मुझे सताने के लिए मेरे साथ मजाक कर रहा हैं, लेकिन जब उसने मुझे अपने मोबाइल में हम लोगों के प्राइवेट मोमेंट्स की वीडियो क्लिप्स दिखाकर अपनी बात रिपीट की तो मेरे पैरों के नीचे की जमीन हीं खिसक गईं, क्योंकि मैं कभी ख्वाब में नहीं सोच सकती थीं कि जिस पर ट्रस्ट करके मैंने अपने पैरेंट्स तक के विश्वास को तोड़ दिया और मेरे सबसे ज्यादा कीमती अपनी अस्मिता तक को दाॅव पर लगा दिया, वो हम दोनों के प्राइवेट मोमेंट्स की रिकार्डिंग कर सकता हैं और उस क्लिप के सहारे अपनी किसी महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए मुझे ब्लैकमेल करके किसी दूसरे के साथ फिजिकल रिलेशन बनाने के लिए मजबूर कर सकता हैं।"

           "निधि, चेतन ने तुम्हारे साथ वाकई बहुत गलत किया, लेकिन इसके लिए अफसोस जाहिर करने से कोई बेनीफिट नहीं होनेवाला हैं, इसलिए हमें इस बात पर अफसोस करने की जगह ये सोचना चाहिए कि चेतन से वो वीडियो क्लिप्स कैसे हासिल की जाए।"

            "यू आर राइट हर्षित, बट मैंने पहले आपको अपनी प्राॅब्लम इसलिए नहीं बताई, क्योंकि चेतन के मेरे साथ विश्वासघात करने के बाद मेरे लिए किसी पर भी विश्वास कर पाना बेहद मुश्किल काम था, पर पता नहीं क्यों मुझे बाद में ऐसा लगा कि तुम पर विश्वास करके तुम्हें अपनी प्राॅब्लम बता देनी चाहिए, इसलिए मैंने तुम्हें अपनी प्राॅब्लम बता दीं। अब ये  तुम्हारे ऊपर डिपेंड करता हैं कि तुम मुझे इस प्राॅब्लम से बाहर निकलने में मेरी हेल्प करते हो या नहीं। मैं तुम्हें मेरी हेल्प करने के लिए मजबूर नहीं करूँगी, बट इतना जान लो कि तुमने मेरी हेल्प नहीं की तो मेरे पास सुसाइड करने के अलावा कोई आॅप्सन नहीं रह जाएगा।"

           "डोंट वरी, मैं ऐसी सिच्युएशन नहीं बनने दूँगा कि तुम्हारे पास सुसाइड करने के अलावा कोई ऑप्शन न बचें। हम लोग आज हीं पुलिस के .......।"

            "यार, हम लोग पुलिस के पास नहीं जाएँगे क्योंकि पुलिस के पास गए तो चेतन वो वीडियो क्लिप्स इन्टरनेट पर अपलोड कर देगा और मैं और मेरी फेमिली किसी को मुँह दिखाने के काबिल नहीं रहेगी। बाइ चांस पुलिस क्विक एक्शन लेकर उसे वीडियो क्लिप्स इन्टरनेट पर अपलोड करने से रोक लेगी और उससे उन वीडियो क्लिप्स की क्लिप्स की सारी काॅपिज हासिल करने में कामयाब भी हो जाएगी तो भी मेरी फेमिली और बाकी परिचित लोग तो ये जान ही जाएँगे कि मैं वो सारी हदे पार कर चुकी हूँ जो मुझे नहीं करनी चाहिए थी, इसलिए कोई ऐसा प्लान बताओ भाई, जिससे हम चेतन को हम उन वीडियो क्लिप्स की सारी काॅपिज डिलीट करने पर मजबूर कर दे और मेरी लाइफ के इस ब्लैक यूनिट के बारे में किसी को पता भी न चले।"

            "ऐसा तो एक हीं कंडीशन में पाॅसिबल हो सकता हैं।"

            "तो मुझे वो कंडीशन बताओ न यार, प्लीज।"

            "फिलहाल तुम चेतन की बात मान लो और वो जैसा कह रहा हैं, वैसा ....।"

             "वही तो कर रही थीं बट शायद तुमने इस फ्लावर पोट में छुपा वीडियो रिकार्डर देख लिया, इसलिए अब मैं आधा काम तो वैसे भी नहीं कर पाऊँगी।"

           "मैं ये हिडन वीडियो रिकार्डर नहीं भी देख पाता तो भी तुम्हारी इस नाॅनसेंस स्टोरी पर यकीन करके ऐसा कुछ नहीं करता जो तुम चेतन के कहने से मुझसे करवाना चाह रहीं थीं और न तुम मुझसे ऐसा कुछ करवाने की कोशिश करोगी। तुम्हें चेतन को ये बताना हैं कि मैंने तुम्हारा हिडन कैमरा देख लिया था, इसलिए मैं तुम्हारे जाल में नहीं फँसा। मुझे यकीन हैं कि वो सुनने के बाद तुम्हें कुछ न कहकर बाकी का आधा काम करने के लिए कहेगा और हमारे जाल फँस जाएगा। अब मैं तुम्हें समझाता हूँ कि इससे आगे क्या करना हैं।"

            "ओके, बोलो..।" हर्षित  का जवाब सुनने के बाद हर्षित उसे अपना प्लान समझाने लगा।
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RE: चक्रव्यहू by Jayprakash Pawar 'The Stranger' - by pastispresent - 10-03-2019, 12:12 AM



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