10-09-2020, 11:55 AM
(This post was last modified: 10-09-2020, 12:12 PM by sanskari_shikha. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
घर पहुंचकर मैं सीधा अपने कमरे में गया और सो गया, शाम को उठा तो उसके 2 मेसेज आये हुए थे.
1 - "फ्री हो क्या"
2 - "कैन वी टॉक "
मैंने उसे जल्दी से फ़ोन किया
अंशिका: हाय... कहाँ थे, मैं कितनी देर से तुम्हारे फ़ोन का इन्तजार कर रही थी
मैं: मैं आकर सो गया था, सुबह जल्दी उठा था न इसलिए, सॉरी...
अंशिका: कोई बात नहीं, मैं तो बस ऐसे ही...
मैं: किसका फ़ोन आया था उस समय, जिसने मेरी के.एल.पी.डी. कर दी थी...
अंशिका: के.एल.पी.डी.? ये क्या होता है
मैं: मतलब, खड़े लंड पर धोखा...
अंशिका: हे हे....क्या बात है, कहाँ से सीखा ये सब.
मैं: ये सब तो बचपन की बातें हैं, अब तो कुछ नया सिखने का मन है.
अंशिका: अच्छा जी, क्या सीखना चाहते हो.
मैं: फकिंग... चुदाई... करना सीखना चाहता हूँ.
अंशिका (हँसते हुए ): तुम्हे क्या सिखने की जरुरत है, तुम तो सब जानते हो.
मैं: मैंने तुम्हे बताया था न की मैं वर्जिन हूँ... इस मामले में तो तुम मेरी उस्ताद हो, जो एक बार तो फकिंग कर ही चुकी हो.
अंशिका (गंभीर होते हुए): तुम मुझे ताना दे रहे हो... जो भी था, मैंने तुम्हे सच सच बता दिया था.
मैं: अरे स्वीटी, तुम सीरिअस क्यों हो गयी, मैं तो बस ये कह रहा था की तुम मुझे सिखाओ की फकिंग कैसे की जाती है, मैम बी माय टीचर
अंशिका: देखेंगे...
मैं: समझ गया की उसे मेरा ये कहना बुरा लगा है, इसलिए मैंने फिर से बात बदली और उससे पूछा
मैं: तुमने ये तो बताया नहीं की किसका फ़ोन था.
अंशिका: वो किटी मेम का था, उनकी बेटी का बर्थडे है सन्डे को, बुलाया है मुझे अपने घर पर.
किटी मेम और उसकी बेटी के बारे में सुनते ही मेरा लंड टन से ऊपर उठ गया, मैंने उससे पूछा क्या मैं भी चल सकता हूँ वहां
अंशिका: तुम, तुम क्या करोगे वहां
मैं: वोही, तुम्हे घर से वहां और वहां से घर तक ड्रॉप कर दूंगा, और बीच में बर्थडे पार्टी अटेंड कर लूँगा.
अंशिका: पता नहीं, मैं एक बार किटी मेम से पूछूँगी, फिर तुम्हे बताती हूँ.
मैं: ठीक है, एक और बात बताऊँ तुम्हे
अंशिका: क्या ?
मैं: तुम्हारी चूत सच में बड़ी मस्त है..
अंशिका (इठलाते हुए): अच्छा, तुम्हे पसंद आई.
मैं: हाँ, खाने को या मारने को भी मिल जाती तो मजा आ जाता, पर वो तुम्हारे किटी मैम के फ़ोन ने सब गड़बड़ कर दिया.
अंशिका: थेंक्स... पर मुझे काफी अच्छा लगा की तुमने मेरी बात मानकर आज कुछ ज्यादा नहीं किया.
अब उस चुतिया की पट्ठी को कोन समझाए की मैंने वो किस वजह से किया था, वर्ना आज तो चाहे उसकी माँ ऊपर ही आ जाती, मैं उसकी चूत मारकर ही रहता.
अंशिका: मुझे समय नहीं मिल पाया था कुछ दिनों से, वर्ना मैं हमेशा वहां की शेव करके रखती हूँ.
मैं: वाव क्लीन शेव, मुझे भी चूसने में बड़ा मजा आएगा, बिना बालों वाली चूत को.
अंशिका: अब बस करो, तुम ऐसी बातें करते हो तो मुझे कुछ होता है.
मैं: क्या होता है ?
अंशिका: जैसे तुम कुछ समझते नहीं हो, बड़े गंदे हो तुम, ऐसी बातें करते हो की... आई एम् फीलिंग वेट डाउन देयर.
मैं: वाव कहो तो आ जाऊ वापिस वहां मुझे भी बड़ी प्यास लगी हुई है.
अंशिका कुछ ना बोली, उसकी साँसे तेजी से चल रही थी, मैं जानता था की वो अपनी चूत को मसल रही होगी इस समय.
मैं: डार्लिंग... पिलाओगी न तुम मुझे अपनी चूत का रस... बोलो... बोलो न प्लीस...
अंशिका (गहरी साँसे लेते हुए): ओह्ह्ह्ह विशाल... तुम कितने गंदे हो... मेरी हालत कितनी खराब है इस समय... तुम यहाँ होते तो पता चलता.
मैं: तुम कहाँ हो इस समय?
अंशिका:अपने बेड पर लेटी हूँ... और मैंने अपना हाथ वहां... डाला हुआ है.
मैं: कहाँ-कहाँ डाला हुआ है
अंशिका: अपनी...च..चू...चूत में...
मेरा अंदाजा सही था, एक तो बेचारी झड़ी नहीं थी उस समय और ऊपर से मैंने उसकी चूत को देखकर आगे कुछ नहीं किया था..
मैं: अपने दोनों मुम्मो को भी बाहर निकालो और उनपर मेरी तरफ से एक एक पप्पी दो.
उसके कपड़ो की आवाजें आई और फिर दो लम्बी सी किस की आवाजें...पुच...पुच...
अंशिका: काश तुम अभी यहाँ होते विशाल... मेरी हालत बड़ी खराब है इस समय...
मैं: तुम अपनी उँगलियों को मेरे होंठ समझो और उन्हें अपनी चूत के ऊपर रगडो...मैं वहां का सारा रस पी जाना चाहता हूँ, तुम्हारा खट्टा मीठा रस, जो तुम्हारी चूत के अंदर से निकल रहा है, और बेड के ऊपर गिर रहा है, मैं वो सारा रस पीकर अपनी प्यार बुझाना चाहता हूँ... क्या तुम पिलाओगी मुझे अपना रस... बोलो...बोलो न....
पर दूसरी तरफ से कोई आवाज नहीं आई, मेरी बातें सुनकर उसने अपनी चूत पर तेजी से अपनी उँगलियाँ घिसनी शुरू कर दी और जल्दी ही उसके अंदर से ढेर सारा पानी बाहर आने लगा..वो गहरी साँसे लेति हुई बडबडा रही थी...ओह्ह्ह विशाल....मम्म ओ माय डार्लिंग.....
फिर फ़ोन कट हो गया.
मैं: समझ गया की वहां उसके बेड पर जो गीलापन बरसा होगा, वो अब उसे साफ़ करने में लगी होगी. रात ने 9 बज चुके थे, मैंने खाना खाया और वापिस आकर एक घंटा कंप्यूटर पर बैठा, कुछ पोर्न साईट देखि और फिर सो गया.
उस रात उसका और कोई फ़ोन नहीं आया.
1 - "फ्री हो क्या"
2 - "कैन वी टॉक "
मैंने उसे जल्दी से फ़ोन किया
अंशिका: हाय... कहाँ थे, मैं कितनी देर से तुम्हारे फ़ोन का इन्तजार कर रही थी
मैं: मैं आकर सो गया था, सुबह जल्दी उठा था न इसलिए, सॉरी...
अंशिका: कोई बात नहीं, मैं तो बस ऐसे ही...
मैं: किसका फ़ोन आया था उस समय, जिसने मेरी के.एल.पी.डी. कर दी थी...
अंशिका: के.एल.पी.डी.? ये क्या होता है
मैं: मतलब, खड़े लंड पर धोखा...
अंशिका: हे हे....क्या बात है, कहाँ से सीखा ये सब.
मैं: ये सब तो बचपन की बातें हैं, अब तो कुछ नया सिखने का मन है.
अंशिका: अच्छा जी, क्या सीखना चाहते हो.
मैं: फकिंग... चुदाई... करना सीखना चाहता हूँ.
अंशिका (हँसते हुए ): तुम्हे क्या सिखने की जरुरत है, तुम तो सब जानते हो.
मैं: मैंने तुम्हे बताया था न की मैं वर्जिन हूँ... इस मामले में तो तुम मेरी उस्ताद हो, जो एक बार तो फकिंग कर ही चुकी हो.
अंशिका (गंभीर होते हुए): तुम मुझे ताना दे रहे हो... जो भी था, मैंने तुम्हे सच सच बता दिया था.
मैं: अरे स्वीटी, तुम सीरिअस क्यों हो गयी, मैं तो बस ये कह रहा था की तुम मुझे सिखाओ की फकिंग कैसे की जाती है, मैम बी माय टीचर
अंशिका: देखेंगे...
मैं: समझ गया की उसे मेरा ये कहना बुरा लगा है, इसलिए मैंने फिर से बात बदली और उससे पूछा
मैं: तुमने ये तो बताया नहीं की किसका फ़ोन था.
अंशिका: वो किटी मेम का था, उनकी बेटी का बर्थडे है सन्डे को, बुलाया है मुझे अपने घर पर.
किटी मेम और उसकी बेटी के बारे में सुनते ही मेरा लंड टन से ऊपर उठ गया, मैंने उससे पूछा क्या मैं भी चल सकता हूँ वहां
अंशिका: तुम, तुम क्या करोगे वहां
मैं: वोही, तुम्हे घर से वहां और वहां से घर तक ड्रॉप कर दूंगा, और बीच में बर्थडे पार्टी अटेंड कर लूँगा.
अंशिका: पता नहीं, मैं एक बार किटी मेम से पूछूँगी, फिर तुम्हे बताती हूँ.
मैं: ठीक है, एक और बात बताऊँ तुम्हे
अंशिका: क्या ?
मैं: तुम्हारी चूत सच में बड़ी मस्त है..
अंशिका (इठलाते हुए): अच्छा, तुम्हे पसंद आई.
मैं: हाँ, खाने को या मारने को भी मिल जाती तो मजा आ जाता, पर वो तुम्हारे किटी मैम के फ़ोन ने सब गड़बड़ कर दिया.
अंशिका: थेंक्स... पर मुझे काफी अच्छा लगा की तुमने मेरी बात मानकर आज कुछ ज्यादा नहीं किया.
अब उस चुतिया की पट्ठी को कोन समझाए की मैंने वो किस वजह से किया था, वर्ना आज तो चाहे उसकी माँ ऊपर ही आ जाती, मैं उसकी चूत मारकर ही रहता.
अंशिका: मुझे समय नहीं मिल पाया था कुछ दिनों से, वर्ना मैं हमेशा वहां की शेव करके रखती हूँ.
मैं: वाव क्लीन शेव, मुझे भी चूसने में बड़ा मजा आएगा, बिना बालों वाली चूत को.
अंशिका: अब बस करो, तुम ऐसी बातें करते हो तो मुझे कुछ होता है.
मैं: क्या होता है ?
अंशिका: जैसे तुम कुछ समझते नहीं हो, बड़े गंदे हो तुम, ऐसी बातें करते हो की... आई एम् फीलिंग वेट डाउन देयर.
मैं: वाव कहो तो आ जाऊ वापिस वहां मुझे भी बड़ी प्यास लगी हुई है.
अंशिका कुछ ना बोली, उसकी साँसे तेजी से चल रही थी, मैं जानता था की वो अपनी चूत को मसल रही होगी इस समय.
मैं: डार्लिंग... पिलाओगी न तुम मुझे अपनी चूत का रस... बोलो... बोलो न प्लीस...
अंशिका (गहरी साँसे लेते हुए): ओह्ह्ह्ह विशाल... तुम कितने गंदे हो... मेरी हालत कितनी खराब है इस समय... तुम यहाँ होते तो पता चलता.
मैं: तुम कहाँ हो इस समय?
अंशिका:अपने बेड पर लेटी हूँ... और मैंने अपना हाथ वहां... डाला हुआ है.
मैं: कहाँ-कहाँ डाला हुआ है
अंशिका: अपनी...च..चू...चूत में...
मेरा अंदाजा सही था, एक तो बेचारी झड़ी नहीं थी उस समय और ऊपर से मैंने उसकी चूत को देखकर आगे कुछ नहीं किया था..
मैं: अपने दोनों मुम्मो को भी बाहर निकालो और उनपर मेरी तरफ से एक एक पप्पी दो.
उसके कपड़ो की आवाजें आई और फिर दो लम्बी सी किस की आवाजें...पुच...पुच...
अंशिका: काश तुम अभी यहाँ होते विशाल... मेरी हालत बड़ी खराब है इस समय...
मैं: तुम अपनी उँगलियों को मेरे होंठ समझो और उन्हें अपनी चूत के ऊपर रगडो...मैं वहां का सारा रस पी जाना चाहता हूँ, तुम्हारा खट्टा मीठा रस, जो तुम्हारी चूत के अंदर से निकल रहा है, और बेड के ऊपर गिर रहा है, मैं वो सारा रस पीकर अपनी प्यार बुझाना चाहता हूँ... क्या तुम पिलाओगी मुझे अपना रस... बोलो...बोलो न....
पर दूसरी तरफ से कोई आवाज नहीं आई, मेरी बातें सुनकर उसने अपनी चूत पर तेजी से अपनी उँगलियाँ घिसनी शुरू कर दी और जल्दी ही उसके अंदर से ढेर सारा पानी बाहर आने लगा..वो गहरी साँसे लेति हुई बडबडा रही थी...ओह्ह्ह विशाल....मम्म ओ माय डार्लिंग.....
फिर फ़ोन कट हो गया.
मैं: समझ गया की वहां उसके बेड पर जो गीलापन बरसा होगा, वो अब उसे साफ़ करने में लगी होगी. रात ने 9 बज चुके थे, मैंने खाना खाया और वापिस आकर एक घंटा कंप्यूटर पर बैठा, कुछ पोर्न साईट देखि और फिर सो गया.
उस रात उसका और कोई फ़ोन नहीं आया.