05-09-2020, 11:36 PM
(This post was last modified: 05-09-2020, 11:39 PM by will. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
सुबह होते ही ready होकर स्मिता के पास जाने केलिए जीप में रावणा हो गया .
रास्ता में एक जगह बहुत भीड़ को देखा , सिक्युरिटी भी है .
मैंने जाकर देखा , "एक कॉलेज जाने वाली बच्ची को car ने टकराया ..
उस बची का सर footpath को टकराकर ,बहुत खून निकलरहा है .
सब ambulence केलिए देखरहा है .
मैंने उस बच्ची को हाथो में लेकर ,मेरे जीप की तरफ जारहा हु ..
ट्राफ्फिक सिक्युरिटी मुझे रेखा ,,पुछा "कौन है बे साले तुम ".
"बच्ची मारेगी जब तक अम्बुलन्स आएगी ,तब से पहले ,,,चलो मेरे जीप में अस्पताल "बोलकर मैंने जीप स्टार्ट किया ..
ट्राफ्फिक constable भी जीप में बैठा ...सीदा हॉस्पिटल के ओर चला ,,constable बोलते रहा रास्ता .
बच्ची को हॉस्पिटल में जॉइन किया मैंने ,,उसके बाद constable. अपना काम किया ...
बच्ची की माँ ,बाप आ गए ..head injury होगया ,मेजर ऑपरेशन शुरू किया डॉक्टर साब ने ..
मेरा शर्ट बच्ची की खून से लाल होगयी ..मैंने पैसा दिया constable.को ...उस ने एक शर्ट लाया मेरेलिए ...
एक घंटा के बाद डॉक्टर साब बोला"कोई डेंजर नहीं ,,बच्ची जिन्दा है "
मैंने भूक की वजह से होटल में जाकर खाना आर्डर किया ,और सोचने लगा "डॉक्टर की पटायी बहुत कठिन है ,,लेकिन जनता केलिए डॉक्टर की जरूरत है "..
फोन में स्मिता से बहुत मेसेजेस आ रहे है ..
हो सकता है उस पर बहुत दबाव है ..
होटल में खाना खाने के बाद फिल्म थिएटर में बैट कर मूवी शो देखने लगा मैंने ...
"अगर पेपर लीक हुआ तो ...एक .....यूनिवर्सिटी में होना है ......नहीं तो ...दो ...प्रिंटिंग प्रेस से या प्रोफ़ेसर जिसने पेपर सेट किया ,,उसकी वजह से होना है .."
स्मिता लव सिंबल भेज रही है ....
headoffice.. के बहार जोभी हो ,,ये लोग ऑफिस से कण्ट्रोल करना चाहता है ....
थिएटर खली है .... मूवी name::: काला पत्थर
रास्ता में एक जगह बहुत भीड़ को देखा , सिक्युरिटी भी है .
मैंने जाकर देखा , "एक कॉलेज जाने वाली बच्ची को car ने टकराया ..
उस बची का सर footpath को टकराकर ,बहुत खून निकलरहा है .
सब ambulence केलिए देखरहा है .
मैंने उस बच्ची को हाथो में लेकर ,मेरे जीप की तरफ जारहा हु ..
ट्राफ्फिक सिक्युरिटी मुझे रेखा ,,पुछा "कौन है बे साले तुम ".
"बच्ची मारेगी जब तक अम्बुलन्स आएगी ,तब से पहले ,,,चलो मेरे जीप में अस्पताल "बोलकर मैंने जीप स्टार्ट किया ..
ट्राफ्फिक constable भी जीप में बैठा ...सीदा हॉस्पिटल के ओर चला ,,constable बोलते रहा रास्ता .
बच्ची को हॉस्पिटल में जॉइन किया मैंने ,,उसके बाद constable. अपना काम किया ...
बच्ची की माँ ,बाप आ गए ..head injury होगया ,मेजर ऑपरेशन शुरू किया डॉक्टर साब ने ..
मेरा शर्ट बच्ची की खून से लाल होगयी ..मैंने पैसा दिया constable.को ...उस ने एक शर्ट लाया मेरेलिए ...
एक घंटा के बाद डॉक्टर साब बोला"कोई डेंजर नहीं ,,बच्ची जिन्दा है "
मैंने भूक की वजह से होटल में जाकर खाना आर्डर किया ,और सोचने लगा "डॉक्टर की पटायी बहुत कठिन है ,,लेकिन जनता केलिए डॉक्टर की जरूरत है "..
फोन में स्मिता से बहुत मेसेजेस आ रहे है ..
हो सकता है उस पर बहुत दबाव है ..
होटल में खाना खाने के बाद फिल्म थिएटर में बैट कर मूवी शो देखने लगा मैंने ...
"अगर पेपर लीक हुआ तो ...एक .....यूनिवर्सिटी में होना है ......नहीं तो ...दो ...प्रिंटिंग प्रेस से या प्रोफ़ेसर जिसने पेपर सेट किया ,,उसकी वजह से होना है .."
स्मिता लव सिंबल भेज रही है ....
headoffice.. के बहार जोभी हो ,,ये लोग ऑफिस से कण्ट्रोल करना चाहता है ....
थिएटर खली है .... मूवी name::: काला पत्थर