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Adultery आँचल की अय्याशियां
#2
आँचल का पति सुनील चुदाई करके जल्दी झड़ जाता था और फिर सो जाता था . इससे आँचल फ्रस्टरेटेड रहने लगी . उसको लगता था चुदाई शुरू होने तक तो ख़त्म हो जा रही है. अपने फ्रस्ट्रेशन्स वो सुबह नहाते समय बाथटब में मूठ मारकर निकलती थी . मूठ मारते समय वो अपने ससुर , रामू , समीर और अपनी नौकरानी रेखा को फैंटसाइज़ करती थी.


अपनी फैंटसी में वो इन सब लोगो से चुदवाती थी लेकिन रियल लाइफ में एक संस्कारी बहू बने रहना चाहती थी और सिर्फ़ अपने पति को ही चोदने दूँगी ऐसा उसने मन बना रखा था . लेकिन फ्लर्ट करने में उसे कोई बुराई नही दिखती थी. फ्लर्ट करने में उसको बहुत मज़ा आता था और इससे मूठ मारते समय फैंटसाइज़ करने में एक्सट्रा आनंद मिलता था.

अब आँचल पतली पतली नाइटीस पहनने लगी और ऊपर के दो बटन खुले रखती थी. अपने ससुर और पति को नाश्ता करते समय जानबूझकर थोड़ा झुकती थी और क्लीवेज दिखाती थी . अपने बाल ठीक करने के बहाने अपने हाथ ऊपर ले जाकर चूचियों को बाहर को धकेल देती थी. उसका ससुर और घर के नौकर उसकी इन हरकतों को देखकर मस्त हुए रहते थे. वो नहाने जाने से पहले अक्सर अपने ससुर को ताश के पत्ते (कार्ड्स) खेलने के लिए अपने कमरे में बुलाती थी और खेलते समय ससुर का हाथ या उसकी बाँह टच कर देती थी. कभी कभी उसको पतली नाइटी से अपनी चूची या चिकनी गोरी जाँघो की हल्की झलक भी दिखा देती थी. ससुर बेचारा खेलते समय हाथ लगाकर अपना खड़ा लंड ढकने की कोशिश करता था और बर्दाश्त के बाहर हो गया तो बहू के कमरे से सटे बाथरूम मे जाकर मूठ मार आता था.

बुड्ढे की परेशानी देखकर आँचल को बहुत मज़ा आता था , उसे लगता था मेरी मादकता से जवान तो जवान बुड्ढ़ों का भी लंड खड़ा हो जा रहा है. कभी कभी वो जानबूझकर बाथरूम में अपनी ब्रा या पैंटी छोड़ के आती थी उसे मालूम था ये ठरकी बुड्ढा उनको सूँघकर मूठ मारेगा. अपनी बहू से कुछ कहने करने की दम ससुर में नही थी इसलिए वो बेचारा मन मसोस कर रह जाता था. कैसे इस टीज़िंग बिच को चोदने का मौका मिले तो मेरी किस्मत खुले यही सोच उसके दिमाग़ में रहती थी.

समीर ने जब देखा की आँचल सिर्फ़ उसको टीज़ कर रही है तो उसने उनके घर आना कम कर दिया. उसको चुदाई के लिए लड़कियाँ मिल ही रही थी तो उसने सोचा इसके पीछे टाइम वेस्ट क्यूँ करू. जब कभी सही मौका लगेगा तो फिर देखूँगा.

एक दिन समीर उनके घर आया और उसने सुनील और आँचल को अगले वीकेंड पर अपने घर डिनर का न्योता दिया. उसकी छुट्टी ख़त्म होने वाली थी इसलिए वो अपने दोस्तों के लिए पार्टी दे रहा था.

जब सुनील और आँचल , समीर के घर पार्टी में आए तो वहाँ बहुत सारी जवान जोड़िया मज़ा कर रही थी. समीर एक सेक्सी लड़की के साथ था .
आँचल ने सुनील से पूछा की ये कौन है ? तो उसने बताया की ये समीर की गर्लफ्रेंड किमी है . किमी 27 साल की देल्ही की एक मॉडल थी .

पार्टी में सारे मर्दों की नज़र किमी पर ही थी. उसने काले रंग की पार्टी ड्रेस पहन रखी थी . जिसमे उसकी बड़ी बड़ी चूचियां आधी खुली दिख रही थी . वो ड्रेस इतनी छोटी थी की जाँघो के सिर्फ़ उपरी भाग को ही ढक पा रही थी . आँचल ने गौर से उस छोटी ड्रेस को देखा तो उसको पैंटी नही दिखी , शायद किमी ने पहनी ही नही थी. आँचल ने देखा किमी की बड़ी बड़ी चूचियां ड्रेस फाड़ के बाहर आने को हो रही है . वो मुँह खोले हुए उसे देखती रह गयी , सोचने लगी ये तो बहुत बोल्ड लड़की है. नंग धड़ंग ड्रेस पहने हुई है. उसकी चूचियों को देखकर आँचल को बड़ी एक्साइट्मेंट हुई और उसको अपनी चूत में गीलापन महसूस हुआ.

अचानक किमी ने उसकी ओर देखा और आँचल को अपनी ओर ताकते पाया , आँचल शरमा गयी , उसने तुरंत नज़रें फेर ली. तभी किमी और समीर उसके पास आ खड़े हुए. किमी ने उसका हाथ अपने हाथ में लिया और आगे बढ़कर उसके गाल पर किस किया. दोनो की चूचियां आपस में ज़ोर से दब गयी.

“सुनील बहुत लकी है उसको इतनी खूबसूरत बीवी मिली है “ किमी हंसते हुए बोली.

उसने आँचल का हाथ अभी भी पकड़ा हुआ था और हल्के हल्के उसे दबा रही थी. किमी के अपने इतने नज़दीक़ आने से उसके परफ्यूम की खुशबू आँचल को आई . जिन चूचियों को वो दूर से घूर रही थी वो भी अब उसकी आँखो के सामने थी. आँचल को लगता था की उसकी चूचियां बड़ी हैं पर किमी की तो बहुत बड़ी थीं और ड्रेस फाड़ के खुली हवा में साँस लेने को बेताब हो रही थीं.

थोड़ी देर सुनील और आँचल से बातें करने के बाद समीर और किमी दूसरे मेहमानों के पास चले गये. जाने से पहले किमी आँचल के कान के पास अपना मुँह लायी जैसे कुछ कहना चाह रही हो. लेकिन कान के पास मुँह लाकर उसने आँचल के कान का निचला हिस्सा चाट लिया और अपनी बड़ी चूचियां उसकी बाँह से रगड़ दी.
किमी की इन हरकतों से आँचल समझ गयी की ये मेरी तरफ आकर्षित हो गयी है , वो शरमा के लाल हो गयी. समीर सब देख रहा था आँचल को ऐसे शरमाते देख उसके होठों पर शरारती मुस्कुराहट आ गयी. फिर पार्टी में बीच बीच में आँचल , किमी और समीर को ताकती रही और वो दोनो भी इस बात को समझ रहे थे.

रात में जब आँचल घर लौटी तो वो बहुत हॉर्नी फील कर रही थी . उसने फटाफट अपने कपड़े उतारे और सुनील के उपर चढ़ गयी . सुनील दो धक्कों में झड़ के सो गया . आँचल बेचारी अनसॅटिस्फाइड ही रह गयी और किमी-समीर के बारे में सोचते हुए करवटें बदलती रही.

अगली सुबह उसने सुनील से पूछा की समीर ने अब तक शादी क्यूँ नही की ? सुनील ने हंसकर कहा की इसे चोदने को लड़कियाँ मिल ही रही हैं तो शादी के झंझट में क्यूँ पड़ेगा. फिर उसने आँचल को कहा की ,समीर बहुत हाउसवाइव्स को अपने जाल में फँसा चुका है तुम इससे दूर ही रहना. 

इन बातों से आँचल डर गयी लेकिन कहीं समीर उसको भी फँसा के चोद ना डाले , इस ख्याल से उसकी चूत गीली हो गयी. उस दिन आँचल ने समीर और किमी की बातों को याद करके मूठ मारी. लेकिन उसको अपने पति की बात भी ठीक लगी और उसने फ़ैसला किया की वो समीर से सिर्फ़ फैंटसी में चुदवायेगी और असल जिंदगी में सिर्फ़ अपने पति सुनील की बन के रहेगी.
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RE: आँचल की अय्याशियां - by bakchod_engineer - 04-09-2020, 08:44 PM



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