30-08-2020, 09:04 PM
देवरानी जेठानी की होली
![[Image: holi-playing-indian-girls-wet-collection9.jpg]](https://i.ibb.co/C17rkPM/holi-playing-indian-girls-wet-collection9.jpg)
मैं अपनी जेठानी की कम्मो की ओर थी , लेकिन ये कहाँ लिखा है की देवरानी जेठानी में होली नहीं होगी , ... पर शुरआत कम्मो ने ही की ,
और मैं जान रही थी वो बदमाशी उनकी अकेले की नहीं थी , उनके देवर ने ही उन्हें उकसाया की अपनी देवरानी को भी आँगन में घसीट लें , .. वो तो मुझे इशारा कर के बुला रहे थे , पर मैं मना कर रही थी , पहले अपने भौजी से निपट लो ,
बाल्टी में रंग बनाने का काम मेरा था , एक में गाढ़ा लाल , एक में गाढ़ा नीला , ...
और जैसे मैं बाल्टी देवर भाभी के ऊपर डालने के लिए बढ़ी , ...
![[Image: holi-playing-indian-girls-wet-collection9.jpg]](https://i.ibb.co/C17rkPM/holi-playing-indian-girls-wet-collection9.jpg)
कम्मो ने उलटे मुझे बाल्टी लेकर सीधे मेरे ऊपर , ...
मैं क्यों छोड़ती मैंने भी दूसरी बाल्टी सीधे कम्मो के ऊपर वो भी सिर्फ पेटीकोट , साडी तो कब की खुल गयी थीं उनकी ,
ब्लाउज उनके देवर ने फाड़ दिया था और ब्रा वो पहनती नहीं थीं , ... मैंने बाल्टी का पूरा रंग सीधे भौजी के सेंटर पर ,
![[Image: holi-5.jpg]](https://i.ibb.co/8sTCV9S/holi-5.jpg)
लेकिन कम्मो भौजी उनकी रंग वंग में कहाँ , ...
बस पीछे से मुझे दबोच लिया , और आराम से मेरी साडी पेटीकोट से निकाली और चक्कर दे कर पूरी साडी निकाल ली , जब तक मैं सम्हलती साडी उनके हाथ में , ...
वो दुष्ट बदमाश , जोर जोर से अपनी भाभी को उकसा रहे थे , मुझे चिढ़ा रहे थे ,
साडी कम्मो ने खूब जोर से फेंकी , बरामदे में जहाँ मैं थोड़ी देर पहले बैठी थी , वहीँ पर गिरी , ...
अब मुझे मिलने से रही लेकिन कम्मो को इतने से कहाँ संतोष था , उसने मेरे ब्लाउज पर हाथ लगाया , चट चट कर बटन टूटे , लेकिन वो ब्लाउज खोल पाती , मेरी आँखों ने उनसे गुहार की , पर उन्होंने इशारा किया उनके हाथ बंधे हैं।
कम्मो के दोनों हाथ मेरे जोबन पर थे और मेरे दोनों हाथ खुले
बस मैंने इनके भी हाथ खोल दिए , ... बस अब वो कम्मो के पीछे
और जब तक कम्मो समझे , अब वो पीछे से ,
एक जोबन भौजाई के उनके हाथ में और ,
![[Image: HOLI-2e.jpg]](https://i.ibb.co/DMJk0Hg/HOLI-2e.jpg)
तबतक मैंने कम्मो का पेटीकोट उठा दिया और सीधे उसकी कमर में लपेट दिया , ... बस इनकी तो चांदी हो गयी ,
एक हाथ चूँची पर और दूसरा चूतड़ पर , मस्त बड़े चूतड़ खूब चाकर , अभी तक तो वो इनके पिछवाड़े पड़ी थी
और अब ये इसके ,
गांड इन्होने मारी नहीं थी अभी तक लेकिन मन तो इनका करता थी था और कम्मो के चूतड़ , एकदम मांसल कड़े कड़े , ४० +
ऊँगली सीधे पिछवाड़े के छेद पर ,
![[Image: ass-hole-tumblr-pizg2zx-O601vse54jo1-1280.jpg]](https://i.ibb.co/NNfDRKz/ass-hole-tumblr-pizg2zx-O601vse54jo1-1280.jpg)
मैंने एक बाल्टी में फिर रंग घोला और एक साथ देवर भाभी के ऊपर ,
उनका खूंटा कम्मो के पिछवाड़े ठोकर मार रहा था और अब वो खुल के कम्मो की बिलिया सहला रहे थे मसल रहे थे , एक ऊँगली अंदर
रंग से वो फिसले और साथ में कम्मो , वो नीचे और कम्मो ऊपर , कम्मो की दोनों जाँघे खुली फैली
![[Image: Holi-Celebrations-Photos-1419.jpg]](https://i.ibb.co/gZNk6n4/Holi-Celebrations-Photos-1419.jpg)
और मैं बाल्टी से रंग धीमे धीमे कम्मो की बुर के ऊपर टपका रही थी , "
" अब तोहार भौजी क बुरिया क गर्मी कुछ शांत होई " मैंने दोनों को चिढ़ाया ,
कम्मो खिलखिलाती बोली
" अरे देवरानी , होली में भौजी क बुर खाली देवर के पिचकारी के सफ़ेद रंग से जुड़ाती है , और कउनो रंग का असर नहीं होने वाला है "
" अरे तो भौजी भी हैं , देवर भी हैं और देवर क पिचकारी भी खूब कड़क बौराई , .. खेल लीजिये न "
मैंने कम्मो को उकसाया ,
तबतक कम्मो ने पलटा खाया और अब देवर नीचे
, भौजी ऊपर और अपनी गुलाबो से उनके खूंटे को रगड़ते मुझसे बोली ,
" हमरे देवर क पिचकारी तो गजबै हाउ , लेकिन बचपन में ओंकर महतारी , ... "
मैंने बात काट के कम्मो से बोला , अपने देवर से ही पूछ लीजिये न ,
फिर तो गारी की वो बौछार , और होली खाली रंग की बौछार से थोड़ी पूरी होती है , जब तक जम के गारी न हो , ...
![[Image: face-sitting-20959983.gif]](https://i.ibb.co/r73JtT0/face-sitting-20959983.gif)
" बोल स्साले मादरचोद , बचपन में खूब अपनी महतारी के संग गुल्ली डंडा खेले होंगे न , खूब मुठियाये होगी वो बचपन में , बोल गदहा से चोदवा के तोहैं पैदा किया या घोड़ा से , तबहिं तो गदहा घोडा अस ,... बहुत आपन महतारी बहन चोदे होगे न बचपन में , लेकिन आज सब भूल जाओगे गांडू ,... ऐसा चोदुंगी न तुझे जैसा तेरे खानदान में न तेरी महतारी चोदी गयी होगी न तेरी बहनें , ... स्साले लेकिन बुर का मजा लेना है न भौजाई का तो पहले चूस चाट के , ... "
![[Image: holi-playing-indian-girls-wet-collection9.jpg]](https://i.ibb.co/C17rkPM/holi-playing-indian-girls-wet-collection9.jpg)
मैं अपनी जेठानी की कम्मो की ओर थी , लेकिन ये कहाँ लिखा है की देवरानी जेठानी में होली नहीं होगी , ... पर शुरआत कम्मो ने ही की ,
और मैं जान रही थी वो बदमाशी उनकी अकेले की नहीं थी , उनके देवर ने ही उन्हें उकसाया की अपनी देवरानी को भी आँगन में घसीट लें , .. वो तो मुझे इशारा कर के बुला रहे थे , पर मैं मना कर रही थी , पहले अपने भौजी से निपट लो ,
बाल्टी में रंग बनाने का काम मेरा था , एक में गाढ़ा लाल , एक में गाढ़ा नीला , ...
और जैसे मैं बाल्टी देवर भाभी के ऊपर डालने के लिए बढ़ी , ...
![[Image: holi-playing-indian-girls-wet-collection9.jpg]](https://i.ibb.co/C17rkPM/holi-playing-indian-girls-wet-collection9.jpg)
कम्मो ने उलटे मुझे बाल्टी लेकर सीधे मेरे ऊपर , ...
मैं क्यों छोड़ती मैंने भी दूसरी बाल्टी सीधे कम्मो के ऊपर वो भी सिर्फ पेटीकोट , साडी तो कब की खुल गयी थीं उनकी ,
ब्लाउज उनके देवर ने फाड़ दिया था और ब्रा वो पहनती नहीं थीं , ... मैंने बाल्टी का पूरा रंग सीधे भौजी के सेंटर पर ,
![[Image: holi-5.jpg]](https://i.ibb.co/8sTCV9S/holi-5.jpg)
लेकिन कम्मो भौजी उनकी रंग वंग में कहाँ , ...
बस पीछे से मुझे दबोच लिया , और आराम से मेरी साडी पेटीकोट से निकाली और चक्कर दे कर पूरी साडी निकाल ली , जब तक मैं सम्हलती साडी उनके हाथ में , ...
वो दुष्ट बदमाश , जोर जोर से अपनी भाभी को उकसा रहे थे , मुझे चिढ़ा रहे थे ,
साडी कम्मो ने खूब जोर से फेंकी , बरामदे में जहाँ मैं थोड़ी देर पहले बैठी थी , वहीँ पर गिरी , ...
अब मुझे मिलने से रही लेकिन कम्मो को इतने से कहाँ संतोष था , उसने मेरे ब्लाउज पर हाथ लगाया , चट चट कर बटन टूटे , लेकिन वो ब्लाउज खोल पाती , मेरी आँखों ने उनसे गुहार की , पर उन्होंने इशारा किया उनके हाथ बंधे हैं।
कम्मो के दोनों हाथ मेरे जोबन पर थे और मेरे दोनों हाथ खुले
बस मैंने इनके भी हाथ खोल दिए , ... बस अब वो कम्मो के पीछे
और जब तक कम्मो समझे , अब वो पीछे से ,
एक जोबन भौजाई के उनके हाथ में और ,
![[Image: HOLI-2e.jpg]](https://i.ibb.co/DMJk0Hg/HOLI-2e.jpg)
तबतक मैंने कम्मो का पेटीकोट उठा दिया और सीधे उसकी कमर में लपेट दिया , ... बस इनकी तो चांदी हो गयी ,
एक हाथ चूँची पर और दूसरा चूतड़ पर , मस्त बड़े चूतड़ खूब चाकर , अभी तक तो वो इनके पिछवाड़े पड़ी थी
और अब ये इसके ,
गांड इन्होने मारी नहीं थी अभी तक लेकिन मन तो इनका करता थी था और कम्मो के चूतड़ , एकदम मांसल कड़े कड़े , ४० +
ऊँगली सीधे पिछवाड़े के छेद पर ,
![[Image: ass-hole-tumblr-pizg2zx-O601vse54jo1-1280.jpg]](https://i.ibb.co/NNfDRKz/ass-hole-tumblr-pizg2zx-O601vse54jo1-1280.jpg)
मैंने एक बाल्टी में फिर रंग घोला और एक साथ देवर भाभी के ऊपर ,
उनका खूंटा कम्मो के पिछवाड़े ठोकर मार रहा था और अब वो खुल के कम्मो की बिलिया सहला रहे थे मसल रहे थे , एक ऊँगली अंदर
रंग से वो फिसले और साथ में कम्मो , वो नीचे और कम्मो ऊपर , कम्मो की दोनों जाँघे खुली फैली
![[Image: Holi-Celebrations-Photos-1419.jpg]](https://i.ibb.co/gZNk6n4/Holi-Celebrations-Photos-1419.jpg)
और मैं बाल्टी से रंग धीमे धीमे कम्मो की बुर के ऊपर टपका रही थी , "
" अब तोहार भौजी क बुरिया क गर्मी कुछ शांत होई " मैंने दोनों को चिढ़ाया ,
कम्मो खिलखिलाती बोली
" अरे देवरानी , होली में भौजी क बुर खाली देवर के पिचकारी के सफ़ेद रंग से जुड़ाती है , और कउनो रंग का असर नहीं होने वाला है "
" अरे तो भौजी भी हैं , देवर भी हैं और देवर क पिचकारी भी खूब कड़क बौराई , .. खेल लीजिये न "
मैंने कम्मो को उकसाया ,
तबतक कम्मो ने पलटा खाया और अब देवर नीचे
, भौजी ऊपर और अपनी गुलाबो से उनके खूंटे को रगड़ते मुझसे बोली ,
" हमरे देवर क पिचकारी तो गजबै हाउ , लेकिन बचपन में ओंकर महतारी , ... "
मैंने बात काट के कम्मो से बोला , अपने देवर से ही पूछ लीजिये न ,
फिर तो गारी की वो बौछार , और होली खाली रंग की बौछार से थोड़ी पूरी होती है , जब तक जम के गारी न हो , ...
![[Image: face-sitting-20959983.gif]](https://i.ibb.co/r73JtT0/face-sitting-20959983.gif)
" बोल स्साले मादरचोद , बचपन में खूब अपनी महतारी के संग गुल्ली डंडा खेले होंगे न , खूब मुठियाये होगी वो बचपन में , बोल गदहा से चोदवा के तोहैं पैदा किया या घोड़ा से , तबहिं तो गदहा घोडा अस ,... बहुत आपन महतारी बहन चोदे होगे न बचपन में , लेकिन आज सब भूल जाओगे गांडू ,... ऐसा चोदुंगी न तुझे जैसा तेरे खानदान में न तेरी महतारी चोदी गयी होगी न तेरी बहनें , ... स्साले लेकिन बुर का मजा लेना है न भौजाई का तो पहले चूस चाट के , ... "