24-08-2020, 08:33 PM
(03)
में तान्या के होते हुए नोमॅल ही रहते हैं ताकि उसको पता ना चले लेकिन आज मेरा मन था और अवनी आंटी ने भी परमिशन दे दी थी.
फिर रात के करीब एक बजे में अपने कमरे में अवनी आंटी का इंतजार कर रहा था और अवनी आंटी ऊपर मेरे कमरे आती है और धीमे से दरवाज़ा नोक करतीं हैं में दरवाज़ा ओपन करता हु और जेसे ही अवनी आंटी अंदर आती है में ऐसे ही खाली दरवाज़ा बंद करता हु और अवनी आंटी को अपनी बाहों में झकड लेता हूं.
अवनी आंटी : इतना जोश कहा से आता है.
में : क्या करु आप हो ही इतनी सेक्सी.
हम दोनों किस करने लगते हैं और किस करते हुए अवनी आंटी की मस्त गांड को भी सहला रहा था. सुबह से इस पल का इंतजार कर रहा था और वो पल आ गया.
अवनी आंटी के मखमल जेसे बोल्स और मदमस्त जेसी गांड देखकर किसी का भी लंड खड़ा हो जाए और उसकी सुंदरता के सामने कोई भी मदॅ मदहोश हो जाए और मां जेसी दिखने में उसकी बेटी तान्या है. वेसे तो मां-बेटी दोस्त की तरह है और दोनों हर बात बताती है एक-दूसरे से लेकिन अवनी आंटी हम दोनों के रिलेशनशिप के बारे में नहीं बताना चाहती.
अब मेरे बदन में सेक्स का बादल छाने लगा था और फिर हम दोनों एक-दूसरे के टी-शर्ट निकाल देते हैं. इस समय अवनी आंटी ए ब्लेक रंग की ब्रा पहनी थी जिसके अंदर छूपे उसके कातिलाना बुब्स मुझे उत्तेजित कर रहे थे.
में बिना देर किए अवनी आंटी की ब्रा की हुक खोल देता हूं और फिर अवनी आंटी खुद अपनी ब्रा निकाल देती हैं उसके मखमल जेसे बोल्स आजाद हो जाते हैं. हम दोनों हिरो-हिरोइन की तरह किस करने लगते हैं और फिर में किस करते हुए अवनी आंटी को बेड पर पटक देता हूं और अवनी आंटी मेरी ओर देखती हैं और में अवनी आंटी के सामने पुरा नग्न हो जाता हूँ. अवनी आंटी अब मुझे अच्छी तरह से जानती है तो उसके लिए कोई नई बात नहीं है.
फिर में ड्रोवसॅ में से मेन फोसॅ कंपनी का कोंन्डम का पैकेट निकालता हु और उसके बाद में अवनी आंटी के पास जाता
हू और उसके ऊपर आकर अवनी आंटी के गुलाबी होठों को चुमने लगता हु और अवनी आंटी भी मेरा साथ देती हैं. फिर में उसके बदन को चुमते हुए आंटी के मखमल जेसे बुब्स को सहलाते हुए उसकी लोवर और पेन्टी निकाल देता हूं.
अवनी आंटी : अब ज्यादा मत तडपाना चोद डाल.
में : जेसा आप चाहो.
में कोंन्डम को लंड पर लगाता हु और फिर अवनी आंटी की चुत पर सेट करता हु. अब अवनी आंटी की चुत एकदम खुल चुकी है जिसकी वजह में हु. अवनी आंटी सेक्सी नजर से मेरी ओर देखती हैं और फिर में धक्का लगाता हु और हल्का सा लंड चुत में घुस जाता है. उसके बाद में धक्का लगाना शुरू कर देता हूं और अवनी आंटी भी मजे से चुदने लगतीं है.
अवनी आंटी ने बताया था कि अंकल का लंड मेरा जितना बड़ा नहीं था और वो नोमॅल ही सेक्स करते थे. अंकल के जाने के तीन साल तक आंटी बिना सेक्स के अपनी जिंदगी बिताई थी तो शुरुआत में आंटी की चुत कसी हुई थी और मेरा लंड आंटी के उम्मीद से बड़ा था तो आंटी को शुरुआत ददॅ झेलना पड़ा था क्योंकि आंटी के सेक्सी बदन ने मुझे पागल बना दिया था जिस वजह से मेरी उत्तेजना और रंगीन मिजाज भी बढने लगा था लेकिन फिर आंटी को मुझे झेलनी की आदत पड़ गई है और में पिछले चार महिने से अवनी आंटी के साथ सेक्स कर रहा हूं. अवनी आंटी को मेरा साथ अच्छा लगता है इसलिए वो मुझसे रिलेशनशिप बनाई हुई है.
में पुरे जोश में आंटी को चोद रहा था जिस वजह से पुरे कमरें में फच फच फच की आवाज़ गूंज रहीं थीं.
अवनी आंटी : अहह ओह याह ओह यस...
में : आर यू एंजॉय (आपको मजा आ रहा हैं)
अवनी आंटी : यस.
इस समय रात के 1.30 बज रहे थे और तान्या इस समय गहरी निंद में सो रहीं थीं और में इधर उसकी मोम की चुत पेल रहा था लेकिन कई बार हम जो सोचते हैं ऐसा नहीं होता. हम दोनों सेक्स में मशगूल थे लेकिन एक आवाज़ ने हमारे होश उडा दिया.
तान्या : ओह माय गोड.
जेसे ही हम दोनों को तान्या की आवाज़ सुनते हैं हम दोनों के होश उड़ जाते हैं और में तुंरत आंटी के ऊपर से हटता हु और हम दोनों दरवाज़ा तरफ देखते हैं वहाँ तान्या शोक में खड़ी थीं और हम दोनों को इस अंदाज में देखकर वो तूंरत निचे चली जाती हैं और इधर हम दोनों के होश उड़ जाते हैं और हम दोनों एक-दूसरे की ओर देखते हैं.
अवनी आंटी : तुमने दरवाजा लोक नहीं किया था.
में : भुल गया.
अवनी आंटी : तान्या क्या सोच रही होगी.
अवनी आंटी हडबडी में अपने कपड़े पहनने लगतीं है और में भी कॉन्डम को दस्टबिन फेंककर अपने कपड़े पहनने लगता हु.
अवनी आंटी : पता नहीं तान्या से केसे बात करुगी.
में : मेने तो आपको बोला था कि एक दिन उसको पता चल जाएगा.
अवनी आंटी : तुम इस समय चुप ही रहो एक दरवाज़ा लोक करना भुल गया.
में : सोरी जानु.
अवनी आंटी : तेरी सोरी का आचार डालु.
में : रुको में भी आपके साथ आता हु.
अवनी आंटी : नही तुम प्लीज़ इधर ही रहना.
अवनी आंटी थोडी हडबडा गई थी और वो निचे जाती है और में कपड़े पहनकर बेड पर बेठता हु. अवनी आंटी इतनी जल्दी में थी कि उसने ब्रा और पेन्टी पहनी ही नहीं और वो टी-शर्ट और लोवर पहनकर निचे चली जाती हैं. जितने होश हम दोनों के उडे थे वेसे तान्या को भी हमें इस हालत में देखकर शोक लगा था वो भी अभी बहुत कुछ सोच रही होगी.
इस समय मेरा दिमाग भी कई ख्यालों में डुब जाता है पता नहीं दोनों मां-बेटी के बिच क्या बातें हो रही होगी और ऊपर से तान्या पर थोड़ा सा गुस्सा भी आ रहा है क्योंकि उसने सारा मजा किरकिरा कर दीया. तान्या थोड़ी देर लेट आती तो तबतक तो में जड जाता और तान्या के अचानक आने से में आधा प्यासा रह गया और ऐसा हाल अवनी आंटी का है. हम दोनों जानते थे एक दिन तान्या को हमारे रिलेशनशिप के बारे में जरुर पता चलेगा बल्कि मेने तो आंटी को कई बार बोला कि वो तान्या को सब सच बता दें लेकिन आंटी मना करती रही और बोलती की जिस दिन उसको पता चलेगा उस दिन वो सब बता देंगी और आज वो दिन आ गया क्योंकि अभी तान्या ने अपनी आंखो से हम दोनों सेक्स करते हुए देख लिया.
मेरा मन कर रहा है कि निचे जाकर देखु आखिर क्या हो रहा है लेकिन अवनी आंटी ने मना किया है तो में निचे नही जा सकता और आखिरी उन दोनों के बीच क्या बात हो रही होगी वो जानने के लिए आतुर था. वो दोनों मां-बेटी हमेशा दोस्त की तरह रहती है तो अवनी आंटी ऐ तान्या को अच्छी तरह से समझा दिया होगा और तान्या अवनी आंटी से नाराज़ नही होगी अब आगे क्या होगा वो तो में नहीं जानता.
करीब आधे घंटे बाद मुझसे ज्यादा कन्ट्रोल नहीं हुआ तो मेने अवनी आंटी को कोल किया और अवनी आंटी ने कोल उठाया नहीं तो मुझे लगा शायद अभी भी वो दोनों बातें कर रही होगी तो मेने सोचा कि अब सुबह ही जानना सही रहेगा.
करीब दस मिनट बाद अवनी आंटी का कोल आता है और में तुंरत अवनी आंटी का कोल उठा लेता हूं.
में : हेल्लो क्या हुआ.
अवनी आंटी : जो होना था वो गया अब क्या है.
में : तो तान्या को बता दिया सब.
अवनी आंटी : हा.
फिर अवनी आंटी मुझे सब बता देती हैं और आखिर में खुश था कि तान्या को हमारे इस रिलेशनशिप से कोई इतराज नहीं है यह बात सुनकर मुझे बहुत खुशी होती है क्योंकि इस वजह से मुझे अब सेक्स के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा वर्ना पहेला तान्या की वजह से मोके कि तलाश रहती तब सेक्स करने का मोका मिलता और अब जब मन किया तब आंटी को राजी किया और सेक्स का मजे कर लिए.
Continue....
में तान्या के होते हुए नोमॅल ही रहते हैं ताकि उसको पता ना चले लेकिन आज मेरा मन था और अवनी आंटी ने भी परमिशन दे दी थी.
फिर रात के करीब एक बजे में अपने कमरे में अवनी आंटी का इंतजार कर रहा था और अवनी आंटी ऊपर मेरे कमरे आती है और धीमे से दरवाज़ा नोक करतीं हैं में दरवाज़ा ओपन करता हु और जेसे ही अवनी आंटी अंदर आती है में ऐसे ही खाली दरवाज़ा बंद करता हु और अवनी आंटी को अपनी बाहों में झकड लेता हूं.
अवनी आंटी : इतना जोश कहा से आता है.
में : क्या करु आप हो ही इतनी सेक्सी.
हम दोनों किस करने लगते हैं और किस करते हुए अवनी आंटी की मस्त गांड को भी सहला रहा था. सुबह से इस पल का इंतजार कर रहा था और वो पल आ गया.
अवनी आंटी के मखमल जेसे बोल्स और मदमस्त जेसी गांड देखकर किसी का भी लंड खड़ा हो जाए और उसकी सुंदरता के सामने कोई भी मदॅ मदहोश हो जाए और मां जेसी दिखने में उसकी बेटी तान्या है. वेसे तो मां-बेटी दोस्त की तरह है और दोनों हर बात बताती है एक-दूसरे से लेकिन अवनी आंटी हम दोनों के रिलेशनशिप के बारे में नहीं बताना चाहती.
अब मेरे बदन में सेक्स का बादल छाने लगा था और फिर हम दोनों एक-दूसरे के टी-शर्ट निकाल देते हैं. इस समय अवनी आंटी ए ब्लेक रंग की ब्रा पहनी थी जिसके अंदर छूपे उसके कातिलाना बुब्स मुझे उत्तेजित कर रहे थे.
में बिना देर किए अवनी आंटी की ब्रा की हुक खोल देता हूं और फिर अवनी आंटी खुद अपनी ब्रा निकाल देती हैं उसके मखमल जेसे बोल्स आजाद हो जाते हैं. हम दोनों हिरो-हिरोइन की तरह किस करने लगते हैं और फिर में किस करते हुए अवनी आंटी को बेड पर पटक देता हूं और अवनी आंटी मेरी ओर देखती हैं और में अवनी आंटी के सामने पुरा नग्न हो जाता हूँ. अवनी आंटी अब मुझे अच्छी तरह से जानती है तो उसके लिए कोई नई बात नहीं है.
फिर में ड्रोवसॅ में से मेन फोसॅ कंपनी का कोंन्डम का पैकेट निकालता हु और उसके बाद में अवनी आंटी के पास जाता
हू और उसके ऊपर आकर अवनी आंटी के गुलाबी होठों को चुमने लगता हु और अवनी आंटी भी मेरा साथ देती हैं. फिर में उसके बदन को चुमते हुए आंटी के मखमल जेसे बुब्स को सहलाते हुए उसकी लोवर और पेन्टी निकाल देता हूं.
अवनी आंटी : अब ज्यादा मत तडपाना चोद डाल.
में : जेसा आप चाहो.
में कोंन्डम को लंड पर लगाता हु और फिर अवनी आंटी की चुत पर सेट करता हु. अब अवनी आंटी की चुत एकदम खुल चुकी है जिसकी वजह में हु. अवनी आंटी सेक्सी नजर से मेरी ओर देखती हैं और फिर में धक्का लगाता हु और हल्का सा लंड चुत में घुस जाता है. उसके बाद में धक्का लगाना शुरू कर देता हूं और अवनी आंटी भी मजे से चुदने लगतीं है.
अवनी आंटी ने बताया था कि अंकल का लंड मेरा जितना बड़ा नहीं था और वो नोमॅल ही सेक्स करते थे. अंकल के जाने के तीन साल तक आंटी बिना सेक्स के अपनी जिंदगी बिताई थी तो शुरुआत में आंटी की चुत कसी हुई थी और मेरा लंड आंटी के उम्मीद से बड़ा था तो आंटी को शुरुआत ददॅ झेलना पड़ा था क्योंकि आंटी के सेक्सी बदन ने मुझे पागल बना दिया था जिस वजह से मेरी उत्तेजना और रंगीन मिजाज भी बढने लगा था लेकिन फिर आंटी को मुझे झेलनी की आदत पड़ गई है और में पिछले चार महिने से अवनी आंटी के साथ सेक्स कर रहा हूं. अवनी आंटी को मेरा साथ अच्छा लगता है इसलिए वो मुझसे रिलेशनशिप बनाई हुई है.
में पुरे जोश में आंटी को चोद रहा था जिस वजह से पुरे कमरें में फच फच फच की आवाज़ गूंज रहीं थीं.
अवनी आंटी : अहह ओह याह ओह यस...
में : आर यू एंजॉय (आपको मजा आ रहा हैं)
अवनी आंटी : यस.
इस समय रात के 1.30 बज रहे थे और तान्या इस समय गहरी निंद में सो रहीं थीं और में इधर उसकी मोम की चुत पेल रहा था लेकिन कई बार हम जो सोचते हैं ऐसा नहीं होता. हम दोनों सेक्स में मशगूल थे लेकिन एक आवाज़ ने हमारे होश उडा दिया.
तान्या : ओह माय गोड.
जेसे ही हम दोनों को तान्या की आवाज़ सुनते हैं हम दोनों के होश उड़ जाते हैं और में तुंरत आंटी के ऊपर से हटता हु और हम दोनों दरवाज़ा तरफ देखते हैं वहाँ तान्या शोक में खड़ी थीं और हम दोनों को इस अंदाज में देखकर वो तूंरत निचे चली जाती हैं और इधर हम दोनों के होश उड़ जाते हैं और हम दोनों एक-दूसरे की ओर देखते हैं.
अवनी आंटी : तुमने दरवाजा लोक नहीं किया था.
में : भुल गया.
अवनी आंटी : तान्या क्या सोच रही होगी.
अवनी आंटी हडबडी में अपने कपड़े पहनने लगतीं है और में भी कॉन्डम को दस्टबिन फेंककर अपने कपड़े पहनने लगता हु.
अवनी आंटी : पता नहीं तान्या से केसे बात करुगी.
में : मेने तो आपको बोला था कि एक दिन उसको पता चल जाएगा.
अवनी आंटी : तुम इस समय चुप ही रहो एक दरवाज़ा लोक करना भुल गया.
में : सोरी जानु.
अवनी आंटी : तेरी सोरी का आचार डालु.
में : रुको में भी आपके साथ आता हु.
अवनी आंटी : नही तुम प्लीज़ इधर ही रहना.
अवनी आंटी थोडी हडबडा गई थी और वो निचे जाती है और में कपड़े पहनकर बेड पर बेठता हु. अवनी आंटी इतनी जल्दी में थी कि उसने ब्रा और पेन्टी पहनी ही नहीं और वो टी-शर्ट और लोवर पहनकर निचे चली जाती हैं. जितने होश हम दोनों के उडे थे वेसे तान्या को भी हमें इस हालत में देखकर शोक लगा था वो भी अभी बहुत कुछ सोच रही होगी.
इस समय मेरा दिमाग भी कई ख्यालों में डुब जाता है पता नहीं दोनों मां-बेटी के बिच क्या बातें हो रही होगी और ऊपर से तान्या पर थोड़ा सा गुस्सा भी आ रहा है क्योंकि उसने सारा मजा किरकिरा कर दीया. तान्या थोड़ी देर लेट आती तो तबतक तो में जड जाता और तान्या के अचानक आने से में आधा प्यासा रह गया और ऐसा हाल अवनी आंटी का है. हम दोनों जानते थे एक दिन तान्या को हमारे रिलेशनशिप के बारे में जरुर पता चलेगा बल्कि मेने तो आंटी को कई बार बोला कि वो तान्या को सब सच बता दें लेकिन आंटी मना करती रही और बोलती की जिस दिन उसको पता चलेगा उस दिन वो सब बता देंगी और आज वो दिन आ गया क्योंकि अभी तान्या ने अपनी आंखो से हम दोनों सेक्स करते हुए देख लिया.
मेरा मन कर रहा है कि निचे जाकर देखु आखिर क्या हो रहा है लेकिन अवनी आंटी ने मना किया है तो में निचे नही जा सकता और आखिरी उन दोनों के बीच क्या बात हो रही होगी वो जानने के लिए आतुर था. वो दोनों मां-बेटी हमेशा दोस्त की तरह रहती है तो अवनी आंटी ऐ तान्या को अच्छी तरह से समझा दिया होगा और तान्या अवनी आंटी से नाराज़ नही होगी अब आगे क्या होगा वो तो में नहीं जानता.
करीब आधे घंटे बाद मुझसे ज्यादा कन्ट्रोल नहीं हुआ तो मेने अवनी आंटी को कोल किया और अवनी आंटी ने कोल उठाया नहीं तो मुझे लगा शायद अभी भी वो दोनों बातें कर रही होगी तो मेने सोचा कि अब सुबह ही जानना सही रहेगा.
करीब दस मिनट बाद अवनी आंटी का कोल आता है और में तुंरत अवनी आंटी का कोल उठा लेता हूं.
में : हेल्लो क्या हुआ.
अवनी आंटी : जो होना था वो गया अब क्या है.
में : तो तान्या को बता दिया सब.
अवनी आंटी : हा.
फिर अवनी आंटी मुझे सब बता देती हैं और आखिर में खुश था कि तान्या को हमारे इस रिलेशनशिप से कोई इतराज नहीं है यह बात सुनकर मुझे बहुत खुशी होती है क्योंकि इस वजह से मुझे अब सेक्स के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा वर्ना पहेला तान्या की वजह से मोके कि तलाश रहती तब सेक्स करने का मोका मिलता और अब जब मन किया तब आंटी को राजी किया और सेक्स का मजे कर लिए.
Continue....