23-08-2020, 05:57 PM
मेने रूम में जाकर अपना गाउन खोला और फिर नंगी होकर डिल्डो उठाया जो लगभग आठ इंच का था यानी दीनू काका के लण्ड के बराबर और उसको लेकर कमला से परमिशन लेकर रूम में गयी।
कमला ,--बहुत इंटेलिजेंस है तू ,जो सारी तैयारी के साथ आई है अगर ब्रा पेंटी पहन के आती तो में तुझे आते ही खोलने को बोलती ।
मैं ,--थैंक्यू मेम।
कमला ,--तुझे याद है ना कल सिखाया था वो ।
में ,--जी ,मेंम।
कमला ,--ठीक है बता कल का सार ।
मैं ,--मेम ,चुदाई करवाते समय हिंदी के शब्द ही बोलने चाहिए इससे चोदने वाली और चुदने वाली दोनों को एक नई एनर्जी मिलती है साथ ही दोनों के शरीर मे नया जोश महसुस होता है।
कमला ,--और क्या सिखाया था।
मैं ,--और बताया था कि कोनसा इशारे का क्या मतलब होता है और कब करना चाहिए ।
कमला ,--ठीक है बता इस इशारे का क्या मतलब है, और वो अपनी साड़ी के ऊपर से चुत को मसलन कर दिखाई ।
मेम ,--ये इशारा जब बहुत से लोग जमा हो और किसी को परेशान करना हो तो किया जाता है जिससे देखने वाला गरम हो जाये पर कर कुछ नही सके के शिवाय हिलाने के ।
कमला ,--गुड ,अब आज तुमको प्रैक्टिकल कुछ चीजें सिखाती हूं और एक चीज तुमको कल बताना भूल गयी कि चुदाई करवाते समय शरीर के अंगो के अलावा कुछ और भी शब्द है जो एनर्जी बढ़ाते है जैसे चोदो ,गाँड मार दो , चूची मसलों और कुछ गाली भी देनी पड़े तो वो भी किसी मर्द को जोश दिलाती है और वो बदला लेने के अंदाज में जमकर चोदता है ।जिससे मज़ा आखिरकार औरत को ही आता है ।
मैं ,-जी मेंम।
कमला ने मेरे हाथ से डिल्डो लिया और उसको देखकर बोली ,--अच्छी साइज है और फ्लेक्सिबल भी है एक दम परफेक्ट आइटम।
औऱ फिर मेरे पास कुर्सी खींचकर डिल्डो को मुंह मे घुसाने लगी जो चार इंच तक आराम से चला गया पर उससे आगे घुसाते ही में छटपटा ने लगी तो उसने मुझे पीठ के बल फर्श पर लेटने को कहा।
फर्श पर लेटने के बाद मेरे दोनों पैरों को चौड़ा कर दिया और खुद पेट के पास बैठकर मुझे बोली ,--अब तुम आंखे बंद करो और कल्पना करो की तुम्हारे मुंह मे दीनू काका का लण्ड जा रहा है ।
मेने डिल्डो को मुंह मे लिया तभी उसका हाथ मेरी चुत पर चला गया और वो चुत से खेलने लगी पर डिल्डो छह इंच से आगे नही ले पा रही थी।जबकि वो अपनी पूरी कला का उपयोग चुत पर कर रही थी।
काफी कोशिश करने के बाद भी जब पूरा डिल्डो नही ले पाई तो कमला ने मेरे पैर ऊपर कर दिए और फिर बोली अब पैर नीचे नही आने चाहिए ।
मेरे पैर ऊपर पंखे की तरफ थे और कमला पास में बैठी हुई थी ।
कमला ,--अब डिल्डो को मुंह मे ले और ध्यान रखना अब की बार पूरा नही लिया और पैर नीचे की तरफ आये ।तो तेरे ये कूल्हे मार मार कर लाल कर दूंगी।समझ गयी ना।
मैं ,--जी मेम।
फिर मेने एक बार दुबारा कोशिश की इस बार सात इंच तक डिल्डो घुस गया था पर ऐसा लग रहा था जैसे सांस रूक गई हो और सोचने लगी कि उस दिन सीमा कैसे दीनू काका का पूरा लण्ड आराम से ले रही थी और हो सकता है उतेजित होने से तकलीफ नही हुई होगी ।
पर मुझे भी सीमा की तरह पूरा लण्ड लेना था चाहे कुछ भी हो ।
तभी कमला ने मेरे कूल्हे पर जोर से सपाट मारा मेरी चुत ने मार का स्वागत किया और गिली होने लगी मीठे दर्द से मेरा मुंह खुल पूरा गया जिससे डिल्डो पूरा अंदर घुस गया।
एक दो सेकंड के लिए, मुँह में डिल्डो होने की वजह से चीख नही निकल सकी पर तकलीफ बहुत हुआ था ।
मेने डिल्डो को बाहर निकाला तभी कमला ने फिर से दूसरे कूल्हे पर जोर से मारा मेने जल्दी से डिल्डो को वापस डाल लिया पर सात इंच तक घुसा कर रूक गई और जैसे ही कमला ने देखा मेरे दोनों कूल्हों पर जोर जोर से मारने लगी और बोली ,--सुन रण्डी अगर तूने इसको बाहर निकला या पैर नीचे किये तो मार मार कर चमड़ी उधेड़ दूँगी ।
मेरी तो हालत खराब थी दर्द से जान निकल रही थी पर में भी ठान चुकी थी कि अब इसको पूरा अंदर लेकर ही छोडूंगी ।
मेने मार के डर से डिल्डो को पूरा अंदर ले लिया और एक मिनट भी नही हुआ होगा की मेरे पैर थॉडी झुकने लगे जब कमला ने देखा तो पैर को ऊपर करके पूरे कस कर चुत के आसपास मारना चालू कर दिया ।
जिससे मेरी बर्दास्त करने की क्षमता खत्म हो गयी और मेरी चुत ने पेशाब की धार छोड़ दी ।हालांकि में बोलना चाहती थी कमला को, पर डर की वजह से हिम्मत नही हुई क्योंकि बोलने के लिए डिल्डो को बाहर निकालना पड़ता ।
मुझे तो शर्म आ रही थी कि में एक पढी लिखी लड़की एक नोकरानी के हाथ से पिट कर उसके सामने मूत दी थी पर कमला चुपचाप देख रही थी कुछ बोली नही ।
लगभग दो तीन मिनट तक ऐसे ही मूत के पड़ी रही और जब मुंह से डिल्डो निकालने को हाथ मुंह के पास लायी तो कमला बोली ,--चुपचाप पड़ी रहो पांच मिनट तक डिल्डो नही निकलना है अब तेरा डर तेरी मूत के साथ खत्म हो गया अभी ये डिल्डो और बड़ा भी होता तो आराम से ले लेती ।
लगभग पांच मिनट बाद मेने डिल्डो को बाहर निकाली तो राहत की सांस ली ।
कमला ,--चल अब तेरे को किसी के भी लण्ड को लेने के दिक्कत नही होगी इससे तुझे कोई मज़ा नही आएगा पर सामने वाले को बहुत मज़ा आएगा और वो तुझे चोदने को पागल रहेगा।
फिर कमला वापस अपनी कुर्सी को दूर खिसका कर उस पर बैठ गयी और मुझे भी एक तौलिया पकड़ाया जिसे लेकर में अपने पैरों को पोंछी और दुसरीं तरफ खिसक कर बैठ गयी।
कमला ,--तू है तो हिम्मत वाली मेने तो सोचा था कि बहुत पहले मुत्वा दूँगी जब पहली बार मारा था ।
मैं ,--मेम आपको बुरा नही लगा।
कमला ,--नही तभी तुझे शरबत पिलाया था जिससे एक बार तेरा मुत्त के साथ डर निकल जाए। अब मेरे को नही लगता तू ज्यादा मार झेल सकती है क्योंकि अभी तो इसको गाँड में भी घुसाने की प्रैक्टिस करवानी थी ।
मैं ,--मेम आपकी मर्जी है मेने आपको पहले ही कहा है कि अगर आप को शिकायत दूं तो मेरा नाम बदल देना।
कमला ,--चल ठीक है जाकर रेस्ट कर में भी नीचे चलती हूँ।
मेने कमला को भेज कर अपने रूम में जाकर ड्रेसिंग के सामने कूल्हों को चेक किया तो पूरे लाल हो चुके थे जब हाथ फिराया तो एक दर्द भरी टीस से मसहूस हुई तो पास में पड़े नारियल तेल को उठाकर तेल दोनों कूल्हों पर लगाया ।
फिर मन मे सोचा कि कमला से ट्रेंनिंग के समय रोज अगर कोई बड़े से लण्ड वाला पास होता तो मज़ा आ जाता रोज गाँड पर मार खाने से चुत पूरी गरम हो जाती है ।
तभी फोन बजने लगा देखा तो सरजू देवी का था मेने सोचा कि पहले नहा लेती हूँ तब बात करूँगी इसलिए फोन उठा कर बोला कि कमला को जाते ही फोन करूँगी और फोन रखकर बाथरूम में घुस गई
कमला ,--बहुत इंटेलिजेंस है तू ,जो सारी तैयारी के साथ आई है अगर ब्रा पेंटी पहन के आती तो में तुझे आते ही खोलने को बोलती ।
मैं ,--थैंक्यू मेम।
कमला ,--तुझे याद है ना कल सिखाया था वो ।
में ,--जी ,मेंम।
कमला ,--ठीक है बता कल का सार ।
मैं ,--मेम ,चुदाई करवाते समय हिंदी के शब्द ही बोलने चाहिए इससे चोदने वाली और चुदने वाली दोनों को एक नई एनर्जी मिलती है साथ ही दोनों के शरीर मे नया जोश महसुस होता है।
कमला ,--और क्या सिखाया था।
मैं ,--और बताया था कि कोनसा इशारे का क्या मतलब होता है और कब करना चाहिए ।
कमला ,--ठीक है बता इस इशारे का क्या मतलब है, और वो अपनी साड़ी के ऊपर से चुत को मसलन कर दिखाई ।
मेम ,--ये इशारा जब बहुत से लोग जमा हो और किसी को परेशान करना हो तो किया जाता है जिससे देखने वाला गरम हो जाये पर कर कुछ नही सके के शिवाय हिलाने के ।
कमला ,--गुड ,अब आज तुमको प्रैक्टिकल कुछ चीजें सिखाती हूं और एक चीज तुमको कल बताना भूल गयी कि चुदाई करवाते समय शरीर के अंगो के अलावा कुछ और भी शब्द है जो एनर्जी बढ़ाते है जैसे चोदो ,गाँड मार दो , चूची मसलों और कुछ गाली भी देनी पड़े तो वो भी किसी मर्द को जोश दिलाती है और वो बदला लेने के अंदाज में जमकर चोदता है ।जिससे मज़ा आखिरकार औरत को ही आता है ।
मैं ,-जी मेंम।
कमला ने मेरे हाथ से डिल्डो लिया और उसको देखकर बोली ,--अच्छी साइज है और फ्लेक्सिबल भी है एक दम परफेक्ट आइटम।
औऱ फिर मेरे पास कुर्सी खींचकर डिल्डो को मुंह मे घुसाने लगी जो चार इंच तक आराम से चला गया पर उससे आगे घुसाते ही में छटपटा ने लगी तो उसने मुझे पीठ के बल फर्श पर लेटने को कहा।
फर्श पर लेटने के बाद मेरे दोनों पैरों को चौड़ा कर दिया और खुद पेट के पास बैठकर मुझे बोली ,--अब तुम आंखे बंद करो और कल्पना करो की तुम्हारे मुंह मे दीनू काका का लण्ड जा रहा है ।
मेने डिल्डो को मुंह मे लिया तभी उसका हाथ मेरी चुत पर चला गया और वो चुत से खेलने लगी पर डिल्डो छह इंच से आगे नही ले पा रही थी।जबकि वो अपनी पूरी कला का उपयोग चुत पर कर रही थी।
काफी कोशिश करने के बाद भी जब पूरा डिल्डो नही ले पाई तो कमला ने मेरे पैर ऊपर कर दिए और फिर बोली अब पैर नीचे नही आने चाहिए ।
मेरे पैर ऊपर पंखे की तरफ थे और कमला पास में बैठी हुई थी ।
कमला ,--अब डिल्डो को मुंह मे ले और ध्यान रखना अब की बार पूरा नही लिया और पैर नीचे की तरफ आये ।तो तेरे ये कूल्हे मार मार कर लाल कर दूंगी।समझ गयी ना।
मैं ,--जी मेम।
फिर मेने एक बार दुबारा कोशिश की इस बार सात इंच तक डिल्डो घुस गया था पर ऐसा लग रहा था जैसे सांस रूक गई हो और सोचने लगी कि उस दिन सीमा कैसे दीनू काका का पूरा लण्ड आराम से ले रही थी और हो सकता है उतेजित होने से तकलीफ नही हुई होगी ।
पर मुझे भी सीमा की तरह पूरा लण्ड लेना था चाहे कुछ भी हो ।
तभी कमला ने मेरे कूल्हे पर जोर से सपाट मारा मेरी चुत ने मार का स्वागत किया और गिली होने लगी मीठे दर्द से मेरा मुंह खुल पूरा गया जिससे डिल्डो पूरा अंदर घुस गया।
एक दो सेकंड के लिए, मुँह में डिल्डो होने की वजह से चीख नही निकल सकी पर तकलीफ बहुत हुआ था ।
मेने डिल्डो को बाहर निकाला तभी कमला ने फिर से दूसरे कूल्हे पर जोर से मारा मेने जल्दी से डिल्डो को वापस डाल लिया पर सात इंच तक घुसा कर रूक गई और जैसे ही कमला ने देखा मेरे दोनों कूल्हों पर जोर जोर से मारने लगी और बोली ,--सुन रण्डी अगर तूने इसको बाहर निकला या पैर नीचे किये तो मार मार कर चमड़ी उधेड़ दूँगी ।
मेरी तो हालत खराब थी दर्द से जान निकल रही थी पर में भी ठान चुकी थी कि अब इसको पूरा अंदर लेकर ही छोडूंगी ।
मेने मार के डर से डिल्डो को पूरा अंदर ले लिया और एक मिनट भी नही हुआ होगा की मेरे पैर थॉडी झुकने लगे जब कमला ने देखा तो पैर को ऊपर करके पूरे कस कर चुत के आसपास मारना चालू कर दिया ।
जिससे मेरी बर्दास्त करने की क्षमता खत्म हो गयी और मेरी चुत ने पेशाब की धार छोड़ दी ।हालांकि में बोलना चाहती थी कमला को, पर डर की वजह से हिम्मत नही हुई क्योंकि बोलने के लिए डिल्डो को बाहर निकालना पड़ता ।
मुझे तो शर्म आ रही थी कि में एक पढी लिखी लड़की एक नोकरानी के हाथ से पिट कर उसके सामने मूत दी थी पर कमला चुपचाप देख रही थी कुछ बोली नही ।
लगभग दो तीन मिनट तक ऐसे ही मूत के पड़ी रही और जब मुंह से डिल्डो निकालने को हाथ मुंह के पास लायी तो कमला बोली ,--चुपचाप पड़ी रहो पांच मिनट तक डिल्डो नही निकलना है अब तेरा डर तेरी मूत के साथ खत्म हो गया अभी ये डिल्डो और बड़ा भी होता तो आराम से ले लेती ।
लगभग पांच मिनट बाद मेने डिल्डो को बाहर निकाली तो राहत की सांस ली ।
कमला ,--चल अब तेरे को किसी के भी लण्ड को लेने के दिक्कत नही होगी इससे तुझे कोई मज़ा नही आएगा पर सामने वाले को बहुत मज़ा आएगा और वो तुझे चोदने को पागल रहेगा।
फिर कमला वापस अपनी कुर्सी को दूर खिसका कर उस पर बैठ गयी और मुझे भी एक तौलिया पकड़ाया जिसे लेकर में अपने पैरों को पोंछी और दुसरीं तरफ खिसक कर बैठ गयी।
कमला ,--तू है तो हिम्मत वाली मेने तो सोचा था कि बहुत पहले मुत्वा दूँगी जब पहली बार मारा था ।
मैं ,--मेम आपको बुरा नही लगा।
कमला ,--नही तभी तुझे शरबत पिलाया था जिससे एक बार तेरा मुत्त के साथ डर निकल जाए। अब मेरे को नही लगता तू ज्यादा मार झेल सकती है क्योंकि अभी तो इसको गाँड में भी घुसाने की प्रैक्टिस करवानी थी ।
मैं ,--मेम आपकी मर्जी है मेने आपको पहले ही कहा है कि अगर आप को शिकायत दूं तो मेरा नाम बदल देना।
कमला ,--चल ठीक है जाकर रेस्ट कर में भी नीचे चलती हूँ।
मेने कमला को भेज कर अपने रूम में जाकर ड्रेसिंग के सामने कूल्हों को चेक किया तो पूरे लाल हो चुके थे जब हाथ फिराया तो एक दर्द भरी टीस से मसहूस हुई तो पास में पड़े नारियल तेल को उठाकर तेल दोनों कूल्हों पर लगाया ।
फिर मन मे सोचा कि कमला से ट्रेंनिंग के समय रोज अगर कोई बड़े से लण्ड वाला पास होता तो मज़ा आ जाता रोज गाँड पर मार खाने से चुत पूरी गरम हो जाती है ।
तभी फोन बजने लगा देखा तो सरजू देवी का था मेने सोचा कि पहले नहा लेती हूँ तब बात करूँगी इसलिए फोन उठा कर बोला कि कमला को जाते ही फोन करूँगी और फोन रखकर बाथरूम में घुस गई