23-08-2020, 12:34 AM
मर्द ओर ये क्या बोलती हो तुम भी, शालिनी भाभी तपाक से बोल हँसने लगी और मोनिका झुक गयी ओर बोली सच्ची भाभी कुछ चुभा मुझे ,मोनिका के झुकते ही मेरी आँखों के सामने उसके छोटे छोटे नारंगी इतने बड़े चूचिया दिखाई देने लगी और मेरी मूंगफली वाकई पूरी सख्त हो गई , भइया कुछ तोह चुभा मुझे ऐसे बोलती वो मेरे पैंट के ऊपर हाथ सहलाने लगी और मेरी बईमान नज़र उसके चुचियो से हटे नहीं हट रही थी और मधु ने कोहनी मार तंज कसते बोला क्यों जी बहन के संतरे को क्या घूर रहे हो , सब ज़ोर से हँसने लगे और शालिनी भाभी बोली देखने दो वैसे भी बहनचोद तोह नहीं बन सकता मेरा देवर पर बहन की चुत तोह चाट ही सकता है और बहन खुद ही झुक कर अपने जहरीले योवन को दिखा रही तोह भइया करे भी तोह क्या ,गांडू ज़रूर है मोनिका का भइया पर चुत चाटने मे इसका जबाब नहीं ।
मैंने फ़ौरन अपनी नज़र फेर ली लेकिन मोनिका ने बिना सोचे मेरी ज़िप खिंच कर अपनी हाथ को मेरे फंफ़नाते लड़ पर रख शरमाते बोली भाभी बस इतना सा , मधु मेरे कंधे पर हाथ रखती बोली क्यों अब नहीं बोलेगी चुभ गया भाभी , सभी मज़े ले हँस पड़े और मोनिका बोली भाभी जो भी हो भइया का लॉलीपॉप लग रहा है , शालिनी भाभी मुशक्ति बोली तोह चूस ले लॉलीपॉप । मोनिका बड़े मासूम आवाज़ मे बोली भइया लॉलीपॉप चुसने दो न और मेरे बेल्ट को खोलने लगी और मैं शर्म से उसके हाथों को पकड़ लिया तभी मधु बोली अजब करते है कोई बच्चों को लॉलीपॉप के लिए मना करता है क्या और मेरी हाथों को मोनिका के हाथों से हटाते बोली ननद जी दिल खोल के चुसो तुम तोह ।
सबने ग्लास उठा कर चियर्स किया और मोनिका घुटनों पर बैठ मेरी पैंट उतारने मे मग्न हो गई और मधु ने घुट मारी और मुँह सिकुड़ती बोली छी कड़वा है , सुनीता भाभी बोली कड़वा नहीं तोह क्या लड़ जैसा रसीला होगा ,दारू है ये ,चल एक घुट मे खत्म कर फिर समझ जाएगी इसके मज़े को , मधु ने कड़वा दवाई समझ एक घुट मे अपनी गिलास खाली कर दी और मोनिका ने मेरी पैंट खिंच झाघो तक उतार दिया और मेरे मूंगफली से लिंग को निहारतीं झुक कर अपने नर्म जवां होंठो को ऊपर रख कर चूमने लगी और मधु ने उसके सिर को दबा कर मेरे लिंग को मोनिका के मुँह मे घुसा दिया और बोली चूस देवरानी अपने नामर्द भाई का लड़।
उधर सभी औरते पीने मैं व्यस्त थी और मोनिका मेरे लिंग का रस पान करती मुझे पागल बना रही थी और मेरे लिंग के टोकरे मे वीर्य सुख चुकी थी जिस कारण मेरा सीघ्र पतन हों नही रहा था और मेरे बदन मे अजीब खुमारी दौड़ने लगी थी और अनायास ही मेरा हाथ मोनिका के संतरो पर फ़िसलने लगा और उसके नर्म मुलायम चुचियों को मे सहलाने लगा , ये देख मेरी धर्मपत्नी मेरे गालो को खींच कर बोली क्यों जी कैसे टिके पड़े हो बिना झड़े कहीं बहनचोद तोह नहीं आप ।
मैं प्रतिक्रिया देने ही वाला था तभी फातिमा भाभी बोल पड़ी बहन ऐसी जवान मिले तोह बहनचोद बन जाने मे फायदा है , मेरी खुद की जवानी चढ़ि और भाइयों ने ही उतारी और सुनीता भाभी बोली फातिमा तुम लोगों मै होता है , वैसे कभी बताई नहीं किस भाई ने तेरी झिल्ली चटका दी थी , फातिमा भाभी अपनी पेग गटक कर बोली याकूब ने , ओह तोह तुझे तेरे सबसे छोटे भाई ने रंडी बनाया ,फातिमा भाभी बोली हॉ याकूब ने ही मुझे लड़ का शौकीन बना दिया सुनीता और जब वो कॉलेज चला गया तब मोहल्ले के फरीद ने मेरी प्यास बुझाई और फिर अकरम, गुड्डू, सोएब ये सब बारी बारी मुझे चोदने लगे और मेरी भूख बढ़ने लगी और एक रात आदिल भाईजान ने कमरे मे घुस कर ऐसा चोदा की उनकी गुलाम बन गई और फिर बस उनके लड़ से चुदवाते रही ओर फिर अब्बू ने निकाह पढ़वा कर विदा कर दिया और ये असरफ मेरे सोहर नामर्द निकल गए और मेरी ज़िंदगी जहनुम बन गईं । शुक्र है अल्लाह का जो इशिका भाभी से दोस्ती हुई और मेरी तड़पती चुत फिर से गीली रहने लगी ।
इशिका भाभी हँसते बोली फातिमा अगर शालिनि भाभी से मैं ना मिली होती तोह मैं भी आज चुदाई के सुख से वंचित रहती , सुनीता भाभी बोली हा री तुम सच कहती हो शालिनि भाभी ने ही हम सबको सुख दिलवाया है और देख मधु के नसीब को कितना सुख लिखा है जो इसके मर्द ने खुद चूस कर इसको चुदवाया । मधु अपने चेहरे पर गुमान लाती बोली हाँ दीदी मेरे पति लाखों मे एक है , ये ना होते तोह कैसे वसंत से चुद कर जान पाती चुदाई होती कैसी है और इधर शालिनि भाभी मुझे देखते बोली मेरा देवर बहनचोद है देख कैसे बहन की चुचियों को दबा कर लड़ चुस्वा रहा है ।
मधु हल्के नशे मे झूम उठी और मोनिका के टॉप को उतार फेकि और बोली जब भइया झड़ ही नहीं रहे तोह कितना चुसेगी स्कर्ट उतार के मूंगफली की सवारी कर ले न मेरी प्यारी ननद । मोनिका उठ खड़ी हुई और अपने छोटे छोटे संतरो को बेशरम की तरह दिखाती बोली भाभी क्या भइया मेरी पैंटी खोल के मेरी चुत नहीं चाटेंगे , मधु बोली क्यों नहीं चाटेंगे मेरी ननद की चुत और वो मेरे हाथों को पकड़ के मोनिका के कमर पर रख के बोली चलिए जी सबको दिखा दीजेए आप बहनचोद है और मेरी ननद की आग भड़का दीजेए बाकी आपसे और कुछ होगा तोह नहीं , आग भड़की रहेगी तोह मेरी ननद कही किसी मर्द के नीचे लेट के बुझा आएगी ,मोनिका बोली नही भाभी अब तोह भइया से ही ठंडी होऊँगी मे चाहे जो हो और स्कर्ट की हुक खोल खिंच धीरे से मैंने मोनिका को रंडियों के बीच बस पैंटी मे ला खड़ा किया और मोनिका सोफे पर चढ़ मेरे मुँह पर पैंटी रगड़ती बोली भइया आपको मेरी कसम चाटिए न । मादक खुसबू और अति उतेजित योवन वाली बाली उमर की मेरी बहन के झाघो के बीच का स्पर्श मेरे होंठो पर होते मेरी हालत खराब हो गयी थी और मैंने जीभ निकाल कर फेरना शुरू कर दिया था और मोनिका अपने पैरों के तलवों को मेरे मूंगफली पर रगड़ती बोली भइया चाटिए और मुझे चोदिये भइया अहह भइया उफ्फ्फ , मधु बोली चटवा ले बाकी चोदने से पहले तेरा भइया झड़ जाएगा और तभी तू समझेगी की तेरी भाभी रंडी क्यों बानी ।
ऐसी जवान चुत की खुश्बू से मेरा सम्हलना मुमकिन नहीं था और मैंने झटके से मोनिका की पैंटी खिंच कर उसके नर्म गाँड को हाथों से दबाते उसकी चुत को अपने होंठो पर दबा लिया और वो मेरे बालों को खिंचती सिशकिया लेती बोली भइया खा जाईये अपनी बहन के चुत, चाटिए भइया अहह उफ्फ्फ ,मैंने जीभ डाल कर अपने अनुभव को एक मासूम जवान चुत पर आजमाया और परिणाम स्वरूप मोनिका एक धार मरती मेरे चेहरे को भिगोने लगी और फौरन अकड़ती मूतने लगी , मेरी जीभ चुत मे फसी रही और ओह भइया सॉरी भइया रोक नहीं पाई कहती नमकीन गर्म मुत की धार से मुझे भिगोती रही और थोड़ी बहुत मुत मेरे मुँह मे घुसती चली गईं और वो चुत दबाती बेहाया बन कर वो कर गुज़री जो मधु से अपेछा थी ।
उफ्फ्फ ननद जी क्या कर दी भइया को चुत का रस न पिला के मुत पिला बैठी , मोनिका चुत मुँह पर रगड़ती बोली भाभी नही पता कैसे इनके चाटने से झड़ते ही मुत आ गई और ये हो गया , मधु हँसते बोली अच्छे से मज़ा ले भइया है तुम्हारे बस चुत नही गाँड भी चाटते है ,मोनिका हँसते बोली चटवा लुंगी भाभी अपनी पूरी जवानी भैया के जीभ से और वो अपने घुटनों को मेरे कंधो पर मोड़ कर उठ खड़ी हुई और गाँड मेरे होंठो पर रख कर बोली भइया चाटो न और पकड़ो मुझे गिरने नही देना ।
मैंने फ़ौरन अपनी नज़र फेर ली लेकिन मोनिका ने बिना सोचे मेरी ज़िप खिंच कर अपनी हाथ को मेरे फंफ़नाते लड़ पर रख शरमाते बोली भाभी बस इतना सा , मधु मेरे कंधे पर हाथ रखती बोली क्यों अब नहीं बोलेगी चुभ गया भाभी , सभी मज़े ले हँस पड़े और मोनिका बोली भाभी जो भी हो भइया का लॉलीपॉप लग रहा है , शालिनी भाभी मुशक्ति बोली तोह चूस ले लॉलीपॉप । मोनिका बड़े मासूम आवाज़ मे बोली भइया लॉलीपॉप चुसने दो न और मेरे बेल्ट को खोलने लगी और मैं शर्म से उसके हाथों को पकड़ लिया तभी मधु बोली अजब करते है कोई बच्चों को लॉलीपॉप के लिए मना करता है क्या और मेरी हाथों को मोनिका के हाथों से हटाते बोली ननद जी दिल खोल के चुसो तुम तोह ।
सबने ग्लास उठा कर चियर्स किया और मोनिका घुटनों पर बैठ मेरी पैंट उतारने मे मग्न हो गई और मधु ने घुट मारी और मुँह सिकुड़ती बोली छी कड़वा है , सुनीता भाभी बोली कड़वा नहीं तोह क्या लड़ जैसा रसीला होगा ,दारू है ये ,चल एक घुट मे खत्म कर फिर समझ जाएगी इसके मज़े को , मधु ने कड़वा दवाई समझ एक घुट मे अपनी गिलास खाली कर दी और मोनिका ने मेरी पैंट खिंच झाघो तक उतार दिया और मेरे मूंगफली से लिंग को निहारतीं झुक कर अपने नर्म जवां होंठो को ऊपर रख कर चूमने लगी और मधु ने उसके सिर को दबा कर मेरे लिंग को मोनिका के मुँह मे घुसा दिया और बोली चूस देवरानी अपने नामर्द भाई का लड़।
उधर सभी औरते पीने मैं व्यस्त थी और मोनिका मेरे लिंग का रस पान करती मुझे पागल बना रही थी और मेरे लिंग के टोकरे मे वीर्य सुख चुकी थी जिस कारण मेरा सीघ्र पतन हों नही रहा था और मेरे बदन मे अजीब खुमारी दौड़ने लगी थी और अनायास ही मेरा हाथ मोनिका के संतरो पर फ़िसलने लगा और उसके नर्म मुलायम चुचियों को मे सहलाने लगा , ये देख मेरी धर्मपत्नी मेरे गालो को खींच कर बोली क्यों जी कैसे टिके पड़े हो बिना झड़े कहीं बहनचोद तोह नहीं आप ।
मैं प्रतिक्रिया देने ही वाला था तभी फातिमा भाभी बोल पड़ी बहन ऐसी जवान मिले तोह बहनचोद बन जाने मे फायदा है , मेरी खुद की जवानी चढ़ि और भाइयों ने ही उतारी और सुनीता भाभी बोली फातिमा तुम लोगों मै होता है , वैसे कभी बताई नहीं किस भाई ने तेरी झिल्ली चटका दी थी , फातिमा भाभी अपनी पेग गटक कर बोली याकूब ने , ओह तोह तुझे तेरे सबसे छोटे भाई ने रंडी बनाया ,फातिमा भाभी बोली हॉ याकूब ने ही मुझे लड़ का शौकीन बना दिया सुनीता और जब वो कॉलेज चला गया तब मोहल्ले के फरीद ने मेरी प्यास बुझाई और फिर अकरम, गुड्डू, सोएब ये सब बारी बारी मुझे चोदने लगे और मेरी भूख बढ़ने लगी और एक रात आदिल भाईजान ने कमरे मे घुस कर ऐसा चोदा की उनकी गुलाम बन गई और फिर बस उनके लड़ से चुदवाते रही ओर फिर अब्बू ने निकाह पढ़वा कर विदा कर दिया और ये असरफ मेरे सोहर नामर्द निकल गए और मेरी ज़िंदगी जहनुम बन गईं । शुक्र है अल्लाह का जो इशिका भाभी से दोस्ती हुई और मेरी तड़पती चुत फिर से गीली रहने लगी ।
इशिका भाभी हँसते बोली फातिमा अगर शालिनि भाभी से मैं ना मिली होती तोह मैं भी आज चुदाई के सुख से वंचित रहती , सुनीता भाभी बोली हा री तुम सच कहती हो शालिनि भाभी ने ही हम सबको सुख दिलवाया है और देख मधु के नसीब को कितना सुख लिखा है जो इसके मर्द ने खुद चूस कर इसको चुदवाया । मधु अपने चेहरे पर गुमान लाती बोली हाँ दीदी मेरे पति लाखों मे एक है , ये ना होते तोह कैसे वसंत से चुद कर जान पाती चुदाई होती कैसी है और इधर शालिनि भाभी मुझे देखते बोली मेरा देवर बहनचोद है देख कैसे बहन की चुचियों को दबा कर लड़ चुस्वा रहा है ।
मधु हल्के नशे मे झूम उठी और मोनिका के टॉप को उतार फेकि और बोली जब भइया झड़ ही नहीं रहे तोह कितना चुसेगी स्कर्ट उतार के मूंगफली की सवारी कर ले न मेरी प्यारी ननद । मोनिका उठ खड़ी हुई और अपने छोटे छोटे संतरो को बेशरम की तरह दिखाती बोली भाभी क्या भइया मेरी पैंटी खोल के मेरी चुत नहीं चाटेंगे , मधु बोली क्यों नहीं चाटेंगे मेरी ननद की चुत और वो मेरे हाथों को पकड़ के मोनिका के कमर पर रख के बोली चलिए जी सबको दिखा दीजेए आप बहनचोद है और मेरी ननद की आग भड़का दीजेए बाकी आपसे और कुछ होगा तोह नहीं , आग भड़की रहेगी तोह मेरी ननद कही किसी मर्द के नीचे लेट के बुझा आएगी ,मोनिका बोली नही भाभी अब तोह भइया से ही ठंडी होऊँगी मे चाहे जो हो और स्कर्ट की हुक खोल खिंच धीरे से मैंने मोनिका को रंडियों के बीच बस पैंटी मे ला खड़ा किया और मोनिका सोफे पर चढ़ मेरे मुँह पर पैंटी रगड़ती बोली भइया आपको मेरी कसम चाटिए न । मादक खुसबू और अति उतेजित योवन वाली बाली उमर की मेरी बहन के झाघो के बीच का स्पर्श मेरे होंठो पर होते मेरी हालत खराब हो गयी थी और मैंने जीभ निकाल कर फेरना शुरू कर दिया था और मोनिका अपने पैरों के तलवों को मेरे मूंगफली पर रगड़ती बोली भइया चाटिए और मुझे चोदिये भइया अहह भइया उफ्फ्फ , मधु बोली चटवा ले बाकी चोदने से पहले तेरा भइया झड़ जाएगा और तभी तू समझेगी की तेरी भाभी रंडी क्यों बानी ।
ऐसी जवान चुत की खुश्बू से मेरा सम्हलना मुमकिन नहीं था और मैंने झटके से मोनिका की पैंटी खिंच कर उसके नर्म गाँड को हाथों से दबाते उसकी चुत को अपने होंठो पर दबा लिया और वो मेरे बालों को खिंचती सिशकिया लेती बोली भइया खा जाईये अपनी बहन के चुत, चाटिए भइया अहह उफ्फ्फ ,मैंने जीभ डाल कर अपने अनुभव को एक मासूम जवान चुत पर आजमाया और परिणाम स्वरूप मोनिका एक धार मरती मेरे चेहरे को भिगोने लगी और फौरन अकड़ती मूतने लगी , मेरी जीभ चुत मे फसी रही और ओह भइया सॉरी भइया रोक नहीं पाई कहती नमकीन गर्म मुत की धार से मुझे भिगोती रही और थोड़ी बहुत मुत मेरे मुँह मे घुसती चली गईं और वो चुत दबाती बेहाया बन कर वो कर गुज़री जो मधु से अपेछा थी ।
उफ्फ्फ ननद जी क्या कर दी भइया को चुत का रस न पिला के मुत पिला बैठी , मोनिका चुत मुँह पर रगड़ती बोली भाभी नही पता कैसे इनके चाटने से झड़ते ही मुत आ गई और ये हो गया , मधु हँसते बोली अच्छे से मज़ा ले भइया है तुम्हारे बस चुत नही गाँड भी चाटते है ,मोनिका हँसते बोली चटवा लुंगी भाभी अपनी पूरी जवानी भैया के जीभ से और वो अपने घुटनों को मेरे कंधो पर मोड़ कर उठ खड़ी हुई और गाँड मेरे होंठो पर रख कर बोली भइया चाटो न और पकड़ो मुझे गिरने नही देना ।