22-08-2020, 08:58 AM
शाम में अमित आया तो वो भी मुझे देखकर हैरान हो गया और बोला ,-डार्लिंग तुम तो इस ड्रेस में वाकई स्टूडेंट लग रही हो।अगर बाहर चली जाओ तो लड़के पागल हो जाएंगे तुम्हारे सेक्सी लुक को देखकर ।
मैं ,--अंदर आओ में तुमको बताती हूँ सेक्सी क्या होती है ।
अमित अंदर आकर मेरे कदमों में बैठ गया और बोला ,--आदेश दीजिये मल्लिका ए हुस्न ।
मेरी तो हंसी छूट गयी उसकी इस अदा पर और उसके गाल पर एक चपत लगाकर बोली ,--तुझे अपनी बीबी को दूसरों को दिखाना अच्छा क्यों लगता है।
अमित ,--अरे मुझे बहुत बड़ा पाप लगेगा अगर इस रूप की रानी को घर मे कैद करके रखा तो।
मैं ,-और अगर बाद में कोई भगा ले गया तो बोलना मेरी बीबी थी ये ।
अमित हँसने लगा तो मेने कहा,-- चलो खाना खा लो पहले ।
और फिर दोनों ने खाना खाया औऱ पर खाने के बाद अमित आज कुछ ठंडा लग रहा था तो मेने पूछा कि आज क्या बात है कल तो बहुत जोश में थे।
अमित ,--आज ऑफिस में तुमने दो बार पानी निकलवा दिया ।
मैं ,- तो रोककर रखना था ना ।
अमित ,--कैसे रोकता पहले तो तुमने जबरदस्त एक्टिंग के साथ डिल्डो किया फिर सीमा भाभी की चुत देखकर अपने आप को रोक नही पाया ।जिसको देखने की इच्छा कई दिनों से थी।
में,--तो कैसी लगी सीमा की चुत ।
अमित मेरे होटों को चूमकर ,-तुमने तो कमाल कर दिया बेचारी की चुत और गाँड को मार मार कर जान निकाल दी ।
में,--तुमको बड़ी बेचारी लगने लगी पहले तो बोलते थे कि वो रण्डी है।
अमित ,--अब नही लगती क्योंकि तुमने देखने का नजरिया बदल दिया अगर उस नजरिये से देखा जाए तो विक्की भी तुमको वही समझता और पिज्जा वाला तो पक्का प्रूफ भी दे देता ।
मेने उसका लण्ड को पेंट के ऊपर से पकड़कर देखा पर ज्यादा तनाव नही लगा इसलिए सोचा कि दिनभर बिना लण्ड के मज़ा नही आया अब तो एक बार लण्ड से चुदवाना पड़ेगा ।
अमित को जोश दिलवाने के लिए मुझे कुछ करना पड़ेगा। इसलिए उसको बैडरूम में लेजाकर नंगा किया और लण्ड को चुसने लगी लेकिन जैसा खड़ा होना चाहिए था वैसा हुआ नही और मेने सोचा कि ज्यादा देर चूसा तो झड़ जाएगा ।
इसलिए बोली ,--जानू इस कॉलेजी छात्रा को नंगा नही करेगा कहीं विक्की ने कर दिया तो ।
अमित के लण्ड ने एक झटका खाया और वो मुझे नंगा करके मेरे ऊपर चढ़ गया अपना लण्ड मेरी चुत में डालने के बाद वो चोदने लगा,
पर मुझे मज़ा नही आया तो बोली ,--डार्लिंग एक सील पैक चुत है ,चोदना है क्या ।
अमित ,--ओह्ह कोन है ।
मैं रूको दिखाती हूँ फिर मेने अपना मोबाइल उठाया और सीक्रेट फोल्डर खोलकर रीता की नंगी फोटो उसको दिखायी ।
अमित ने रुक कर फोटो देखी और उसका लण्ड मेरी चुत में मोटा होने लगा ।
मैं ,--अमित भैया, कैसी लगी मेरी चुत देखो मेने झांट भी साफ कर ली तुम्हारे लिए अब चोद दो अपनी छोटी बहन को बना लो इसको अपनी रखैल।
अमित समझ गया कि में रोलेपले के मूड में हूँ तो जोर से चोदने लगा और बोला,--ओह्ह बहन तू तो बहुत बड़ी हो गयी मुझे तो लगा कि अभी छोटी बच्ची है।
मैं ,--अहह..मेरे भैया तेरी ये बहन तो कब से जवान हो चुकी , तुमसे चुदने को तरस रही थी देखो इन बूब्स को तुम्हारे हाथों से मसले जाने को तरस रहे हैं।
अमित मेरे बूब्स को जोर से मसलने लगा और चुत को जोर से चोदने लगा ।
मैं ,--अहह...मेरे भैया आज से तुम मेरे सैयां बन गए अब इस बहन को रोज अपने लण्ड की सवारी करवाना।
अमित जोर जोर से चोदने में लगा हुआ था तो मेने कहा ,--भैया प्लीज मुझे एक बार नाम से बुलाओ ना कब से तुम्हारे मुंह से अपना नाम सुनना चाहती हूँ।
अमित ,--ओह्ह.....री.....ता तुमने अपनी कुंवारी चुत मुझे चोदने के लिए संभाल कर रखी थी।
मैं ,--अहह.....अमित भैया तुमको बहनचोद बनाने के लिए रखी थी एक बार बोलो ना कि अब तुम बहनचोद बन गए हो।
अमित ,--हां रीता में आज बहनचोद बन गया अपनी छोटी बहन की चुत मारकर ।
मैं ,--कैसी लगी मेरी कमसिन चुत भैया अहह...मज़ा आ रहा है ना इस चुत को फाड़कर।
अमित ,-ओह्ह...मस्त चुत है तेरी रीता मज़ा आ रहा है इसको चोदने में।
मैं ,-अहह...भैया अब इसको रोज चोदना और शादी तक बड़ी कर देना की मेरा पति को ज्यादा मेहनत नही करनी पड़े।
अमित ,--हां बहन मुझे भी तेरी भाभी की चुदी चुदाई चुत मिली थी में भी तुझे पूरा ट्रेंड करके भेजूंगा आ
ओहह ..आज से रोज तेरी चुत को चोदूंगा ।
मैं ,-अहह .....भैया जोर से चोद कब से प्यासी है तेरी बहन की चुत भर दे इसे अपने पानी से और बुझा दे इसकी प्यास।
अमित पूरा दम लगाकर चोद रहा था पर मुझे लग रहा था कि ये बहन से ज्यादा मुझे किसी से चुदवाने के नाम पर जोश में आता है ।
मुझे लग रहा था कि ये ज्यादा देर नही टिकेगा और में प्यासी ना रह जाऊं इसलिए अब दोनों को अलग अलग चीज कैसे एक साथ हो क्योंकि मुझे उसकी बहन के नाम पर मज़ा आ रहा था और वो मुझे किसी के साथ सोचकर जोश में आता था ।
इसलिए अपने मन मे सोचने लगी कि रीता को भी कुँवारी दुल्हन बनाउंगी, एक बार मेरी तरह और फिर उसके सुहागरात अपने सामने मनवाऊंगी यही सोचते सोचते झड़ने के करीब आ गयी और अमित की गाँड में अंगुली डाल दी जिससे दोनों एक साथ डाउन हो गए ।
डाउन होने के बाद सोचने लगी कि अमीत पूरा कुकहोल्ड बन चुका है जो अपनी बहन की नंगी पिक्चर देखने के बाद उतना जोश में नही आया । जितना कल मेरे बारे में सोचकर आया था ।
साथ ही दुसरीं चीज जो थी वो ये की अभी शादी को एक महीना हुआ है आज जरूर दो बार मूठ मारी होगी पर रोज एक बार ही चोद पाता है वो भी कुछ ना कुछ नया करती हूं तब ।
इसलिए अब मुझे कुछ ना कुछ जल्दी ही करना पड़ेगा क्योंकि डिल्डो से पूरा मज़ा नही आता जो राजेश और हरमीत मुझे देते रहे है हालांकि दिनु काका अच्छी चुदाई करता है पर अमित को उसमे भी ज्यादा दिन मज़ा नही आने वाला और दिनु काका तो घर तक सीमित रह जाएगा।
फिर बाहर का मज़ा कैसे आएगा और फिर थ्रीसम और क्लब जैसी जगह पर एक मजबूत साथी होना चहिये जो मेरे खर्च और नखरे बर्दाश्त कर सके।
सोचते सोचते उठकर टॉयलेट में गयी और फिर बाहर आकर देखा तो आज भी अमित सो चुका था ।अमित की ये आदत मुझे अच्छी लगी कि उसको नींद बहुत जल्दी आ जाती थी पर मुझे नींद नही आती शायद वो दिन भर ऑफिस में थक जाता होगा और मैं दिन में सो जाती हूँ यही वजह होगी ।
मेने अपना फोन उठाया और दूसरे बैडरूम में जाकर वॉट्सएप्प देखने लगी पर रीता के अलावा कोई ऑनलाइन नही दिखा ।
तभी मुझे याद आया कि अमित की मम्मी शिकायत कर रही थी उसको फोन करके देखती हूँ।पर इतनी रात में फिर सोचा अभी ज्यादा ठीक रहेगा इसलिए फोन लगाकर इंतजार करने लगी ।पर दो ही रिंग में फोन उठा लिया ।
फोन उठाते ही ,--प्रणाम मम्मी।
मम्मी ,--दूधो नहावो पूतो फलो।
मैं ,--आपको डिस्टर्ब तो नही किया इतनी रात में।
मम्मी ,--अरे मुझे तो नही हुआ पर तुम इस समय वो नालायक कहाँ है।
मैं ,--वो तो सो गए ।
मम्मी ,--इतना जल्दी ।
मैं ,--हां, दिन भर थक जाते होंगे फिर सुबह जल्दी उठना पड़ता है।
मम्मी ,--अरे बेटा मुझे सीखा रही हो अभी शादी को एक महीना हुआ है और वो साढ़े दस बजे सो गया फिर भी उसी की तरफ दारी कर रही हो।
में मन मे हंसते हुए सोचने लगी कि सही लाइन पर संवाद जा रहा है और बोली ,--क्या मम्मी आप भी आप के हिसाब से कब सोना चाहिए।
मम्मी ,--मेरे हिसाब की बात मत पूछ बस ये बता की रोज इतना जल्दी सो जाता है क्या
मैं ,--हम्म ,लगभग ।
मम्मी ,--नालायक है अब तुझे भी मेरी तरह ही जाग कर रात बितानी पड़ेगी।
मैं ,--क्यों मम्मी ,आप की बातें मेरी समझ के बाहर होती है ।
मम्मी ,--अब तू खुल के सुन ना चाहती है तो तुझे खुल के ही समझाना पड़ेगा ,वो नालायक तुझे ठीक से ठंडा करता है या नही ।
मैं कुछ बोली नही तो फिर से बोली ,--और खुल के बोलू क्या ।
मैं ,--में रख रहीं हूँ मुझे शर्म आती है और फोन काट दिया ।
तभी उधर से वापस फोन आ गया और मम्मी बोली ,--अरे तू मेरी बेटी जैसी है मुझसे क्यों शर्मा रही है ।
मैं ,--मम्मी में कल दिन में फोन करूँगी अभी ये सो रहे है पास में ।
फिर फोन कट करके रूम में आई और सो गई
मैं ,--अंदर आओ में तुमको बताती हूँ सेक्सी क्या होती है ।
अमित अंदर आकर मेरे कदमों में बैठ गया और बोला ,--आदेश दीजिये मल्लिका ए हुस्न ।
मेरी तो हंसी छूट गयी उसकी इस अदा पर और उसके गाल पर एक चपत लगाकर बोली ,--तुझे अपनी बीबी को दूसरों को दिखाना अच्छा क्यों लगता है।
अमित ,--अरे मुझे बहुत बड़ा पाप लगेगा अगर इस रूप की रानी को घर मे कैद करके रखा तो।
मैं ,-और अगर बाद में कोई भगा ले गया तो बोलना मेरी बीबी थी ये ।
अमित हँसने लगा तो मेने कहा,-- चलो खाना खा लो पहले ।
और फिर दोनों ने खाना खाया औऱ पर खाने के बाद अमित आज कुछ ठंडा लग रहा था तो मेने पूछा कि आज क्या बात है कल तो बहुत जोश में थे।
अमित ,--आज ऑफिस में तुमने दो बार पानी निकलवा दिया ।
मैं ,- तो रोककर रखना था ना ।
अमित ,--कैसे रोकता पहले तो तुमने जबरदस्त एक्टिंग के साथ डिल्डो किया फिर सीमा भाभी की चुत देखकर अपने आप को रोक नही पाया ।जिसको देखने की इच्छा कई दिनों से थी।
में,--तो कैसी लगी सीमा की चुत ।
अमित मेरे होटों को चूमकर ,-तुमने तो कमाल कर दिया बेचारी की चुत और गाँड को मार मार कर जान निकाल दी ।
में,--तुमको बड़ी बेचारी लगने लगी पहले तो बोलते थे कि वो रण्डी है।
अमित ,--अब नही लगती क्योंकि तुमने देखने का नजरिया बदल दिया अगर उस नजरिये से देखा जाए तो विक्की भी तुमको वही समझता और पिज्जा वाला तो पक्का प्रूफ भी दे देता ।
मेने उसका लण्ड को पेंट के ऊपर से पकड़कर देखा पर ज्यादा तनाव नही लगा इसलिए सोचा कि दिनभर बिना लण्ड के मज़ा नही आया अब तो एक बार लण्ड से चुदवाना पड़ेगा ।
अमित को जोश दिलवाने के लिए मुझे कुछ करना पड़ेगा। इसलिए उसको बैडरूम में लेजाकर नंगा किया और लण्ड को चुसने लगी लेकिन जैसा खड़ा होना चाहिए था वैसा हुआ नही और मेने सोचा कि ज्यादा देर चूसा तो झड़ जाएगा ।
इसलिए बोली ,--जानू इस कॉलेजी छात्रा को नंगा नही करेगा कहीं विक्की ने कर दिया तो ।
अमित के लण्ड ने एक झटका खाया और वो मुझे नंगा करके मेरे ऊपर चढ़ गया अपना लण्ड मेरी चुत में डालने के बाद वो चोदने लगा,
पर मुझे मज़ा नही आया तो बोली ,--डार्लिंग एक सील पैक चुत है ,चोदना है क्या ।
अमित ,--ओह्ह कोन है ।
मैं रूको दिखाती हूँ फिर मेने अपना मोबाइल उठाया और सीक्रेट फोल्डर खोलकर रीता की नंगी फोटो उसको दिखायी ।
अमित ने रुक कर फोटो देखी और उसका लण्ड मेरी चुत में मोटा होने लगा ।
मैं ,--अमित भैया, कैसी लगी मेरी चुत देखो मेने झांट भी साफ कर ली तुम्हारे लिए अब चोद दो अपनी छोटी बहन को बना लो इसको अपनी रखैल।
अमित समझ गया कि में रोलेपले के मूड में हूँ तो जोर से चोदने लगा और बोला,--ओह्ह बहन तू तो बहुत बड़ी हो गयी मुझे तो लगा कि अभी छोटी बच्ची है।
मैं ,--अहह..मेरे भैया तेरी ये बहन तो कब से जवान हो चुकी , तुमसे चुदने को तरस रही थी देखो इन बूब्स को तुम्हारे हाथों से मसले जाने को तरस रहे हैं।
अमित मेरे बूब्स को जोर से मसलने लगा और चुत को जोर से चोदने लगा ।
मैं ,--अहह...मेरे भैया आज से तुम मेरे सैयां बन गए अब इस बहन को रोज अपने लण्ड की सवारी करवाना।
अमित जोर जोर से चोदने में लगा हुआ था तो मेने कहा ,--भैया प्लीज मुझे एक बार नाम से बुलाओ ना कब से तुम्हारे मुंह से अपना नाम सुनना चाहती हूँ।
अमित ,--ओह्ह.....री.....ता तुमने अपनी कुंवारी चुत मुझे चोदने के लिए संभाल कर रखी थी।
मैं ,--अहह.....अमित भैया तुमको बहनचोद बनाने के लिए रखी थी एक बार बोलो ना कि अब तुम बहनचोद बन गए हो।
अमित ,--हां रीता में आज बहनचोद बन गया अपनी छोटी बहन की चुत मारकर ।
मैं ,--कैसी लगी मेरी कमसिन चुत भैया अहह...मज़ा आ रहा है ना इस चुत को फाड़कर।
अमित ,-ओह्ह...मस्त चुत है तेरी रीता मज़ा आ रहा है इसको चोदने में।
मैं ,-अहह...भैया अब इसको रोज चोदना और शादी तक बड़ी कर देना की मेरा पति को ज्यादा मेहनत नही करनी पड़े।
अमित ,--हां बहन मुझे भी तेरी भाभी की चुदी चुदाई चुत मिली थी में भी तुझे पूरा ट्रेंड करके भेजूंगा आ
ओहह ..आज से रोज तेरी चुत को चोदूंगा ।
मैं ,-अहह .....भैया जोर से चोद कब से प्यासी है तेरी बहन की चुत भर दे इसे अपने पानी से और बुझा दे इसकी प्यास।
अमित पूरा दम लगाकर चोद रहा था पर मुझे लग रहा था कि ये बहन से ज्यादा मुझे किसी से चुदवाने के नाम पर जोश में आता है ।
मुझे लग रहा था कि ये ज्यादा देर नही टिकेगा और में प्यासी ना रह जाऊं इसलिए अब दोनों को अलग अलग चीज कैसे एक साथ हो क्योंकि मुझे उसकी बहन के नाम पर मज़ा आ रहा था और वो मुझे किसी के साथ सोचकर जोश में आता था ।
इसलिए अपने मन मे सोचने लगी कि रीता को भी कुँवारी दुल्हन बनाउंगी, एक बार मेरी तरह और फिर उसके सुहागरात अपने सामने मनवाऊंगी यही सोचते सोचते झड़ने के करीब आ गयी और अमित की गाँड में अंगुली डाल दी जिससे दोनों एक साथ डाउन हो गए ।
डाउन होने के बाद सोचने लगी कि अमीत पूरा कुकहोल्ड बन चुका है जो अपनी बहन की नंगी पिक्चर देखने के बाद उतना जोश में नही आया । जितना कल मेरे बारे में सोचकर आया था ।
साथ ही दुसरीं चीज जो थी वो ये की अभी शादी को एक महीना हुआ है आज जरूर दो बार मूठ मारी होगी पर रोज एक बार ही चोद पाता है वो भी कुछ ना कुछ नया करती हूं तब ।
इसलिए अब मुझे कुछ ना कुछ जल्दी ही करना पड़ेगा क्योंकि डिल्डो से पूरा मज़ा नही आता जो राजेश और हरमीत मुझे देते रहे है हालांकि दिनु काका अच्छी चुदाई करता है पर अमित को उसमे भी ज्यादा दिन मज़ा नही आने वाला और दिनु काका तो घर तक सीमित रह जाएगा।
फिर बाहर का मज़ा कैसे आएगा और फिर थ्रीसम और क्लब जैसी जगह पर एक मजबूत साथी होना चहिये जो मेरे खर्च और नखरे बर्दाश्त कर सके।
सोचते सोचते उठकर टॉयलेट में गयी और फिर बाहर आकर देखा तो आज भी अमित सो चुका था ।अमित की ये आदत मुझे अच्छी लगी कि उसको नींद बहुत जल्दी आ जाती थी पर मुझे नींद नही आती शायद वो दिन भर ऑफिस में थक जाता होगा और मैं दिन में सो जाती हूँ यही वजह होगी ।
मेने अपना फोन उठाया और दूसरे बैडरूम में जाकर वॉट्सएप्प देखने लगी पर रीता के अलावा कोई ऑनलाइन नही दिखा ।
तभी मुझे याद आया कि अमित की मम्मी शिकायत कर रही थी उसको फोन करके देखती हूँ।पर इतनी रात में फिर सोचा अभी ज्यादा ठीक रहेगा इसलिए फोन लगाकर इंतजार करने लगी ।पर दो ही रिंग में फोन उठा लिया ।
फोन उठाते ही ,--प्रणाम मम्मी।
मम्मी ,--दूधो नहावो पूतो फलो।
मैं ,--आपको डिस्टर्ब तो नही किया इतनी रात में।
मम्मी ,--अरे मुझे तो नही हुआ पर तुम इस समय वो नालायक कहाँ है।
मैं ,--वो तो सो गए ।
मम्मी ,--इतना जल्दी ।
मैं ,--हां, दिन भर थक जाते होंगे फिर सुबह जल्दी उठना पड़ता है।
मम्मी ,--अरे बेटा मुझे सीखा रही हो अभी शादी को एक महीना हुआ है और वो साढ़े दस बजे सो गया फिर भी उसी की तरफ दारी कर रही हो।
में मन मे हंसते हुए सोचने लगी कि सही लाइन पर संवाद जा रहा है और बोली ,--क्या मम्मी आप भी आप के हिसाब से कब सोना चाहिए।
मम्मी ,--मेरे हिसाब की बात मत पूछ बस ये बता की रोज इतना जल्दी सो जाता है क्या
मैं ,--हम्म ,लगभग ।
मम्मी ,--नालायक है अब तुझे भी मेरी तरह ही जाग कर रात बितानी पड़ेगी।
मैं ,--क्यों मम्मी ,आप की बातें मेरी समझ के बाहर होती है ।
मम्मी ,--अब तू खुल के सुन ना चाहती है तो तुझे खुल के ही समझाना पड़ेगा ,वो नालायक तुझे ठीक से ठंडा करता है या नही ।
मैं कुछ बोली नही तो फिर से बोली ,--और खुल के बोलू क्या ।
मैं ,--में रख रहीं हूँ मुझे शर्म आती है और फोन काट दिया ।
तभी उधर से वापस फोन आ गया और मम्मी बोली ,--अरे तू मेरी बेटी जैसी है मुझसे क्यों शर्मा रही है ।
मैं ,--मम्मी में कल दिन में फोन करूँगी अभी ये सो रहे है पास में ।
फिर फोन कट करके रूम में आई और सो गई