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Adultery पत्नी एक्सचेंज
#57
इतना सुनकर वो मेरी ओर हवस भरी नजर से देखने लगी।
अब इसके आगे मैं बताना जरूरी नहीं समझती बस इतना समझ लीजिए कि गर्म लोहे पर हथौड़ा लग गया।
हालांकि उसके मन थोड़ा डर जरूर था और मेरे मन में भी।

फिर हम एक दूसरे को चुम्बन करने लगी।
मुझे इसमें बहुत मजा आ रहा था, उसके नर्म होंठ जो मेरे नर्म होंठों को काट रहे थे।

मैं पहले मेलीना के साथ कनाडा में यह सब कर चुकी थी तो मुझे थोड़ा लेस्बियन अनुभव था, पर एक डर भी था।
यह सारी बात भूलकर मैं उसे किस करती रही, चुम्बन करते हुए उसने ब्लाउज, पेटीकोट, पेंटी, ब्रा सब एक झटके में निकाल दिया और मैंने भी!

थोड़ी ही देर बाद वो मेरे मम्मे चूसने लगी, कुछ देर बाद मैं उससे अलग हुई और बिस्तर पर बैठ गई और उसे भी मेरी गोदी में बैठा लिया जैसे मेरे पतिदेव मुझे बैठाते हैं, और दोबारा चूमा चाटी करने लगे।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी  हम अकेले हैं.



thanks
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REमेरी सहेली - by neerathemall - 21-08-2020, 02:25 PM
RE: पत्नी एक्सचेंज - by neerathemall - 21-08-2020, 02:51 PM



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