21-08-2020, 02:23 PM
(05-08-2020, 02:40 PM)neerathemall Wrote:विनय ने औरत-औरत के सेक्स की बात उठाई और पूछा कि मुझे कैसा लगता है यह?
“शुरू में जब मैंने इसे ब्लू फिल्मों में देखा था, उस समय आश्चर्य हुआ था।”
“अब?”
“अम्म्मे , पता नहीं! कभी ऐसी बात नहीं हुई। पता नहीं कैसा लगेगा।”
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.
