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Misc. Erotica होली : जीजा और साली
#22
लुट गयो जुबना, साल्ली का 


[Image: holi2-thumb-56.jpg]


चेहरे पे तो दोनों लोगों के अच्छी तरह से रंगे पुते थे ही, भाभी ने दीदी के ब्लाउज में अच्छी तरह हाथ डाल रखा था 

और दीदी भी, भाभी के ब्लाउज के बटन खोलने की कोशिश कर रही थीं। आँचल तो दोनों के पूरी तरह से हटे हुए थे।

[Image: Girls-enjoyed-Holi-party-Hyderabad-India.jpg]
 
मेरा ध्यान उधर था और इधर जीजा का एक रंग पुता हाथ मेरे फ्राक के अन्दर पहुंच गया। जब तक मैं सम्हलूं, मेरी जांघ पे हाथ ऊपर पहुंचाकर, उन्होंने मेरी पैन्टी के ऊपर से मेरी कसकर दबोच लिया और ऊपर से ही रंग लगाने लगे।
 
मैं एकदम गिनगिना गई। एक हाथ ऊपर मेरी जवानी की कलियों को रगड़ मसल रहा था, और दूसरा मेरी कुँवारी जाघों के बीच
 
[Image: hot-holi-celebration-photos-of-celebrities-2.jpg]

पर जीजा की दुष्ट उगंलियों को इससे सतोष थोड़े ही था। मैनें अपनी जाघें कसकर सिकोड़ रखी थीं। 

लेकिन वह पैन्टी के भीतर घुसकर मेरे गुलाबी लैबिया को भी लाल करने लगीं।

[Image: Thong-2ebb52897fbc02abc2131a029a6e26b9.jpg]
 
इस दोहरी मार से मैं एकदम बेकाबू हो गई। कुछ शर्म और लाज के मारे और कुछ मुझे ऐसा कभी नहीं लगा था। 

मेरा पूरा शरीर कंट्रोल से बाहर हो रहा था। मेरी जांघें अपने आप फैल रही थीं।
 
और जीजा ने इसका फायदा उठाकर अपनी उगंली की टिप मेरी मेरी योनी में डाल दिया। 
मुझे ऐसा लगा जैसे कि कोई 440 वोल्ट का झटका लगा हो। थोड़ी देर बाद मैं थोड़ा सम्हली और दोनों हाथों से उनका हाथ हटाने की कोशिश करने लगी।
 
पर भाभी मेरी मदद को गईं। उन्होंने रंग भरी एक बाल्टी उठाकर जीजा पर फेंकी।
 
पर मेरे जीजाजी भी कम चालू चीज नहीं थे, उन्होंने मुझे आगे कर दिया और सारा रंग मेरे ऊपर पड़ा और वो भी ज्यादा मेरे सीने पर। जीजा ने चालाकी से जो सूखा रंग मेरे जोबन पर लगाया था वह अब पूरी तरह गीला होकर और ब्रा तो उन्होंने सिर्फ खोली थी बल्कि मेरे सीने से अच्छी तरह से हटा दी थी। 
[Image: pitars-holi-celebrations-hyderabad18.jpg]

इसलिये अब मेरा टीन जोबन सिर्फ रंग से अच्छी तरह लाल हो गया था, बल्कि भीगी फ्राक से चिपक करके पूरी तरह से दिख रहा था।
 
लेकिन अब वह भाभी को पकड़ने की कोशिश कर रहे थे, इसलिये मैं फ्री हो गई। 

जीजा ने तो मुझे अच्छी तरह हर जगह रंग दिया था, पर वह सूखे ही बचे थे और अब मेरा मौका था। मैंने अपने खास पेंट की ट्यूब निकाली और दो रंग मिलाकर हथेली पर ढेर सारा गाढ़ा रंग बनाया, खूब गाढ़ा लाल और कई दिन तक छूटे ऐसा।

[Image: d9b2dd5ded416d2f6095111a0e26ff69-c.jpg]
 
जीजाजी ने भाभी को दोनों हाथों से बल्की साफ-साफ कहूं तो, भाभी के दोनों भरे-भरे स्तनों को पकड़ रखा था, पर भाभी भी बिना उसकी कोई फिक्र किये, उनके सीने पर रंग लगा रही थीं।
 
मेरे लिये पूरा मौका था। मैंने अपने दोनों हाथों से उनके गालों पर अच्छी तरह से रंग लगाना शुरू कर दिया। उनका पूरा चेहरा मैं अपनी मर्जी से रंग रही थी। यहां तक की उनका मुँह खुलवाकर दांतों पर भी मैंने लाल रंग से मंजन कराया।
 
दीदी पूरी तरह न्यूट्रल थीं, इसलिये अब हम दोनों जीजा पर भारी पड़ रहे थे। 
[Image: things-which-indians-do-differently-from...-world.jpg]

छीना-झपटी में भाभी की चूंचियां ब्लाउज से बाहर भी थोड़ी निकल आई थीं, और जीजा ने उन्हें खूब रगड़कर रंगा था। पर भाभी ने भी उन्हें टापलेस कर दिया और हम दोनों ने मिलकर उनके हाथ अच्छी तरह पीछे बांध दिये। भाभी ने कड़ाही की कालिख से खूब पक्का काला रंग बनाया था। वह उसे लेने गईं।
 
और मैं जीजा से अपना बदला निकालने लगी। दोनों हाथों में पेंट लगाकर मैं पीछे से, खड़ी होकर उनके पेट, सीने, हाथ हर जगह रंग लगाने लगी। उनके दोनों निप्पल्स को (जैसे वह मेरे जोबन को रगड़ रहे थे वैसे ही, बल्की उससे भी कसकर) रगड़ते हुए मैंने जीजाजी को चिढ़ाया



क्यों जीजू, आप तो सिर्फ टाप में हाथ डाल रहे थे और हम लोगों ने तो आपको टापलेस ही कर दिया…”

[Image: dgh.jpg]
 
जीजा

अच्छा, अभी इतना उछल रही थी, जरा सा मैंने रंग लगा दिया था तो…” 

जीजा ने शिकायत के टोन में कहा।
 
मैं- अरे, वो तो मैं आपको बुद्धू बना रही थी…” दोनों हाथों से निप्पल्स को दबाते हुए मैंने फिर चिढ़ाया।
 
जीजा- ठीक है, अबकी जब मैं डालूंगा , तब तुम चाहे जित्ता चिल्लाना, मैं छोड़ने वाला नहीं…”
 
जीजा की बात को बीच में ही काटते हुए मैंने कहा



अरे ठीक है जीजू डाल लीजियेगा, जित्ता मन कहे डाल लीजियेगा, आपकी यह साली डरने वाली नहीं, होली तो होती ही है डालने डलवाने के लिये, पर अभी तो आप डलवाइये…” 

[Image: wild-hot-holi-parties-514fdc91825c6.jpg]

उनकी पीठ पर खूब कसकर अपने उभारों को दबाते हुए और निचले भाग को भी उनके पीछे रगड़ते हुये

मैंने उन्हें चैलेंज किया।
 
तब तक भाभी कालिख के साथ गई थीं और उनके आधे मुँह पर खूब जमकर उसे रगड़ने लगीं।
 
मैं

क्यों जीजाजी किसके साथ मुँह काला किया? मैनें उन्हें फिर छेड़ा।
 
दीदी- अरे और किसके साथ? उसी स्साली, मेरी छिनाल नन्द के साथ…” 


अब तक हम लोगों की चुपचाप होली देखती, दीदी ने बोला।


[Image: 15-Photos-Of-Hot-Pakistani-Model-Sofia-H...tion-9.jpg]
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RE: होली : जीजा और साली - by komaalrani - 06-03-2019, 09:00 PM



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