15-08-2020, 08:45 PM
अगले दिन सुबह अमित ऑफिस जा चुका था में भी नहाने की तैयारी कर रही थी तभी मुझे याद आया की कल जो ख़रीददारी की थी वो सामान तो देखा ही नही है
जब उन कैर्री बैग को खोलकर देखा तो उसमें मेरी पसंद की हुई ड्रेस के अलावा दो गाउन थे जो एक से बढ़कर एक सेक्सी थे ,ब्रा पेंटी के अलावा स्कर्ट और टॉप भी था स्कर्ट मात्र गाँड कवर करने जितना था उसके अलावा हॉट पेंट और लिग़री भी थी, तभी मुझे याद आया कि अमित आधे घंटे तक क्यों रुका था ।
कपड़े देखकर मेरी चुत गरम् हो गयी फिर सोचा कि अमित जब कहेगा उस दिन से पहनना शुरू कर दूंगी ।
तभी डोरबेल बजी तो सब बेग को अलमारी में रखा और गेट खोला ।
कमला आयी थी जो आते ही साफ सफाई में लग गयी में भी नहाने घुस गई और जब साड़ी पहनकर बाहर आई तो कमला बोली,--भाभी सब काम हो गया अब में जा रही हूँ
मैं ,--पर तुम आज मुझे ट्रेनिंग देने वाली थी।
कमला ,--छोड़िए भाभी वो मेरे बस की बात नही है।
में ,-क्यों क्या हुआ।
कमला ,--बस आप से नही हो पायेगा।
मैं,-पर क्यों ।
कमला ,--भाभी उसमे जान हथेली में आ जाती है।
में ,--सीमा भी तो सब करती है।
कमला ,--पर आप को क्या जरूरत है ।
तो मेने सीमा के यहां हुई दीनू काका और सीमा के बीच की बात बताई की कैसे दिनु काका ने मना कर दिया था।
कमला ,--वो तो ठीक है पर आप ने मेरी बात नही मानी तो ,आप किसी और को पकड़िए।
में ,--जितनी देर तुम ट्रेनिंग दोगी तुम नोकरानी नही मेरी गुरु बनकर रहोगी ।
कमला ,--पर मुझे अपनी मालकिन को सज़ा देना अच्छा नही लगेगा ।
में ,--पर उस समय मे मालकिन नही एक शिष्य बनकर रहूंगी ।
कमला ,--नही भाभी मुझे आप छोड़ दीजिए।
मेने उठकर कमला का हाथ पकड़ लिया और बोली मेम इस शिष्या को प्लीज ज्ञान की भीख दे दीजिए।
कमला ,--सोच लो ये गाँड और गाल मार मार कर लाल कर दूंगी अगर गलती की तो।
मैं ,-एक बार आज़मा कर देखो अगर शिकायत का मौका दूं तो मुझे रेखा की जगह दूसरे नाम से बुलाने लग जाना।
कमला ,--ठीक है देखती हूँ। में आज थॉडी देर सिखाऊंगी और जब ट्रेनिंग का टाइम रहेगा तब तुम मुझसे रहम या नोकरानी समझने की गलती मत करना। और कोई एक रूम को सेलेक्ट कर लो उसमे जाने के बाद हमारा रिश्ता बदल जायेगा।
मेने कहा,- ठीक है । अभी 11 बजने में पांच मिनट बाकी है तुम दूसरे बैडरूम में चलो में पांच मिनट में आती हूँ।
मेरे अंदर एक एक्साइटमेन्ट हो रही थी कि सीमा ने जिस तरह से अपनी गाँड लाल करवा ली थी फिर भी वो एन्जॉय कर रही थी और उसकी चुत से पानी बहे जा रहा था वो मुझे भी फील करना है और वो मुझे सीमा के अलावा दूसरा कोई अभी नजर नही आ रहा था ।
साथ ही में चाहती थी कि बड़े से बड़ा लण्ड मेरे हर छेद में जब घुसे तो मुझे दर्द नही मज़ा दे तो सामने वाला भी मेरी चुदाई को तरसे ।
में अपने बेडरूम में गयी और एक बार टॉयलेट जाकर आयी फिर घड़ी देखकर दूसरे बैडरूम में गयी ।
जैसे ही रूम में घुसी कमला एक चेयर पर बैठी थी और मैने अंदर घुसी और उसके पास गई तो उसने जाते ही एक चांटा मेरे गाल पर मारा और बोली ,--परमिशन लेकर आओ।
में अपने गाल को मसलती हुई बाहर आई और गेट पर आकर बोली ,--मे आई कम इन मेम
कमला ,-आ जाओ ।
में जाकर नीचे फर्श पर बैठ गयी।
कमला ,--तुम को पता है तुम किस चीज की शिक्षा लेने आई हो।
में ,--जी मेम मुझे सेक्स की पूरी नॉलेज चाहिए।
कमला ,--हिंदी में बोल।
में ,--जी मुझे चुदाई के बारे में पूरी जानकारी चाहिए कि आदमी को खुश कैसे किया जाए।और वो दुबारा चोदने के लिए तरसे।
कमला ,--ठीक है सबसे पहले तुम को अगर सब कुछ सीखना है तो इस रूम में सिर्फ ब्रा पेंटी पहनकर आना है ।
में उठकर बाहर आयी और साड़ी को खोलकर ब्रा पेंटी में खड़ी थी।
हालांकि कमला मुझे नंगा देख चुकी थी पर आज अलग तरह की फिलिंग मन मे आ रही थी कि कमला कैसे ट्रेंनिंग देगी यही सोचते हुए मेरी चुत पूरी गरम हो रही थी और निप्पल ब्रा का साइज बढा चुके थे।
जब रूम में आई तो कमला ने मुझे ऊपर से नीचे तक देखा फिर घूमने को कहा तो घूम कर दिखाया और बोली ,--मस्त बॉडी है तेरी तू टॉप की रण्डी बनेगी ट्रेंनिंग के बाद ।
मैं ,--मेम में बैठ सकती हूँ अब ।तो कमला ने मुझे बैठने का इशारा किया और बोली।
कमला ,--अब ध्यान से सुनो चुदाई में सबसे पहली चीज है जब तक एक औरत अपने आप को रण्डी समझ कर नही चुदवाती उसको चुदाई का असली मज़ा नही आता है। वैसे तो हर औरत के अंदर एक रण्डी छुपी होती है लेकिन कुछ अपने आप को खुद ही समझने लगती है कुछ को लोग बाहर निकलवा देते है लेकिन असली मज़ा तभी मिलता है जब खुद अपने आप किसी वेश्या की तरह समझ कर चुदाई करवाई जाए।
में ,--यस मेम।
कमला ,--दुसरीं चीज हर पुरूष के अंदर एक शैतान छुपा होता है अगर किसी आदमी को अगर कोई सुंदर औरत नंगी या सेक्सी देखने को मिल जाये तो वो भले ही किसी के सामने इंसानियत का ढोंग करे पर उसके मन मे जरूर होता है कि इस सुंदरी को एक बार नीचे सुला कर चोद लेता तो मज़ा आ जाता। चाहे वो उसकी सगी बहन ही हो ।
आज तुम्हारा पहला लेसन है ज्यादा प्रैक्टिकल नही होगा इसलिए तुम को साफ बोल देती हूँ तुमको किसी से चुदवाना हो तो अपने आप की रण्डी को बाहर निकालो और अगले को महसूस करवाओ की तुम क्या हो ।समझ गयी।
मैं ,--जी मेम ।
कमला ,--दूसरा लेसन जो तुमको किसी कॉलेज में पढ़ने को नही मिलेगा जो औरत अपने आप को ये सोच कर सेक्स करती है कि बस चुदाई का मतलब सिर्फ चुत में लण्ड डालकर हिलाना है तो उसकी बहुत बड़ी गलत फहमी होती है चुत में लण्ड डालना इस प्रक्रिया का लास्ट स्टेज है जिसमे मज़ा तो आता है पर उससे कही ज्यादा मज़ा अगर औरत चाहे तो उससे पहले भी उसको मिल सकता है।
मैं ,--यस मेम।
में मन मे सोच रही थी कि कमला जो बोल रही है वो एक दम सही है घरेलू औरत बनकर सिर्फ बच्चे पैदा किये जा सकते है एन्जॉय नही किया जा सकता ।
कमला ,--अब बोलो तुम्हारा नाम क्या है।
मैं ,--जी ,रेखा ।
इतना सुनते ही कमला खड़ी हुई और मुझे खड़ा होने को बोला और मेरे कूल्हे पर खींच का एक सपाट मारा ,मेरी आँख में आंसू आ गए और अपने हाथ से कूल्हे को मसलने लगी जिसे देखकर उसने दूसरे कूल्हे पर उससे भी जोर से मारा ।
कमला ,--अगर तुमने फिर से हाथ से मसला तो तब तक मार खाएगी जब तक मेरे हाथ नही दुखने लगते ।
मैं सोच रही थी मुझे किस गलती के लिए मार रही है और एक अजीब सी सनसनी हो रही थी कि एक नोकरानी के हाथ से मार खा रहीं हूँ और जिंदगी में कभी कूल्हों पर मार नही खाई थी इसलिए गाँड पर मार खाने से चुत भी गर्म हो रही थी।
जब मेने दूसरे कूल्हे को हाथ नही लगाया तो कमला बोली ,--तुमको पता है मेने क्यों मारा।
मेने इनकार में गरदन हिलाई तो वो बोली ,--मुँह से बोल कर बता ।
मैं,--नही मेम।
कमला ,--तू एक चुदी चुदाई औरत है और उम्र भी ऐसी नही की ज्यादा समझाना पड़े ,जब में बोल रही हूं कि औरत को चुदते समय रण्डी बन जाना चाहिए तो सीखने के लिए भी वही हुई ना।
मुझे बात समझ मे आयी और बोली ,--सॉरी मेम ,मेरा नाम रेखा रांड है
कमला ,--गुड, आगे से ध्यान रखना इस कमरे में आने के बाद अपने आप को रण्डी ही समझना।
मैं ,--ओ के ,मेम।
कमला ,--औरत को अपना रण्डी पना दिखाने के लिए जरूरी नही की वो शरीर की नुमाइश करे अपने चेहरे और आंखों से भी दिखा सकती है और किसी को अपनी अदाओं से भी गरम कर सकती है लेकिन जिसको वो अदाएं दिखाये वो आदमी ऐसा होना चाहिए कि उसका गलत फायदा नही उठा सके और अकेले में सोच कर लण्ड को मुठ्याये की काश वो आइटम एक बार चोदने को मिल जाती।
फिर कमला ने अपने होठो और आंखों से सेक्सी से अंदाज में इशारे करके बताये की आंख कैसे मारी जाए और होठ किस तरह से काट के किसी को दिखाए जाए और फिर बोली समझ मे आया
मैं ,-यस मेम ,
कमला ,--ये जवानी चार दिन की होती है अगर इसका मज़ा सही समय पर नही लिया तो बाद में सिवाय पछतावे के कुछ नही मिलता बस दो चार बच्चे पैदा करो और उनको पाल पोश कर उनकी सेवा करती रहो यही एक औरत की जिंदगी होती है।
मैं ,जी मेम
कमला ,-आज के लिए इतना काफी है अगर अच्छा लगे तो बता देना आगे भी क्लास लुंगी और कल दुसरीं बात बताऊंगी ,अगर अच्छा नही लगा तो कोई बात नही , तुमको कुछ पूछना है तो पूछ सकती हो।
मैं ,--मेम आज तक मे जो सोचती थी कि औरत को शादी करके अपना घर बसाना ही जिंदगी है पर आप की बातों से मुझे काफी कुछ सीखने को मिला है अब मैं आप को रोज कुछ ना कुछ पूछती ही रहूंगी पर आज मुझे इतना ही पूछना है कि शादी के बाद किसी दूसरे मर्द से संबंध रखना सही है।
कमला ,--क्या शादी के बाद सिर्फ मर्द ही कोठे पर जाएं औरत अगर एन्जॉय करना चाहे तो वो पाप हो जाता है अब तो कोर्ट ने भी फैसला दे दिया कि अगर कोई शादी सुदा औरत किसी गैर मर्द के साथ अपनी इच्छा से संबंध बनाती है तो उस पर केस नही हो सकता और फिर अगर सब मर्दो के लण्ड का साइज अलग अलग है तो कोई औरत किसी एक ही साइज से क्यों बंधी रहे औरत को भी सब तरह के लण्ड महसूस करके देखना चाहिए।
इतना बोलकर कमला उठकर खड़ी हुई और फिर रूम से बाहर आकर मुझे गेट बंद करने का बोलकर नीचे चली गयी।
मेने भी जल्दी से पीछे जाकर गेट बंद किया क्योकि में सिर्फ ब्रा पेंटी में थी और साड़ी पहनने का मूड नही था।और चुत पूरी गरम हो चुकी थी।
उसके जाते ही सोफ़े पर बैठकर चुत पर हाथ फिराते हुए उसकी बातों पर विचार करने लगी कि उसने जो भी कहा वो किसी एंगल से गलत नही था ।आदमी दो तीन शादी कर सकता है पर औरत को मर्यादा के नाम पर चार दिवारी में पैक कर दिया जाता है ।और घर मे औरते अगर पति से संतुष्ट हुई तो ठीक अगर किसी और से करवा लिया तो बदचलन हो जाती है।
यही सोचते सोचते मुझे प्रिया की याद आ गयी जिसकी फोटो देखकर मुझे शनिवार रात को मज़ा आ गया था ।इसलिए अपना फोन उठाया और उसको डायल करके रूम में आकर बिस्तर पर गिर गयी ।
बिस्तर पर गिरते ही मेरे कूल्हों में दर्द सा महसूस हुआ जो कमला की मार की वजह से हुआ था इसलिए उठ कर ड्रेसिंग के सामने गयी और घूम कर अपनी गाँड को देखने लगी जो अभी भी लाल थी फिर उसपे थोड़ा नारियल तेल लगाया तब तक प्रिया ने फोन उठा लिया था ।
प्रिया ,--हेलो।
मैं ,--कहां बिजी हो इतनी देर से रिंग हो रही थी ।
प्रिया ,--आफिस में हूँ कंप्यूटर में कुछ कर रही थी सोचा पहले वो निपटा लूं, बोल कैसे फोन किया ।
मैं ,--मेने तो ऐसे ही किया तेरी फ़ोटो देखी तो याद आ गयी क्या मस्त लग रही है।
प्रिया ,--ओह ,तुझे इतनी अच्छी लगी क्या।
मैं ,--हम्म ,पर तुम को भेजते समय टाइम देखना चाहिए था अमित सोया था पास में
प्रिया ,--तो दिखा देती उसको और बोल देती की देखो तुम्हारी बीबी को बिगाड़ने वाली रण्डी।।
मैं हंसते हुए ,--फिर वो रेत पूछता तो।
प्रिया ,--उसके लिए फ्री बेचारा वो भी थॉडी देर ऊपर ऊपर हिला लेगा।
मैं जोर से हंसकर ,--इतना कमजोर भी नही है जो तू फ्री सेवा दे रही है ।
प्रिया ,--सेवा तो फ्री नही है बस तुमने कहा कि रेट बोल तो बोल दिया कि तू भी खुश हो जाये कि तुम्हारा हिसाब बराबर हो गया ।
मैं,--एक ही बार मे हिसाब पूरा क्लियर ।
प्रिया ,--और क्या, उसको तो एक बार मे पता चल जाएगा कि ये खाई गहरी है उसके बस की बात नही।
मैं ,--साली पूरी बिगड़ गयी तू ,ये बता ये ड्रेस तूने कहाँ से बनवाई ।
प्रिया ,--अरे मेने पहनने को थॉडी बनवाई थी वो तो ग्राहक की डिमांड थी कि कोई घरेलू औरत रण्डी वाले भेष में कैसी लगती है अगले ने पैसे देने को बोला था इसलिए मैंने बनवा ली।
मैं ,--कैसा चूतिया आदमी होगा जो एक शॉट पर इतने पैसे उड़ा दिए।
प्रिया ,--राजेश को नही देखा लाखों रुपये खर्च किये तुम पर ये जानते हुए की तुम फ्री में भी तैयार हो जाओगी।
मैं ,--बात तो सही है कुछ लोग सनकी होते है।
प्रिया ,--छोड़ इस बात को और बता क्या हो रहा है अभी।
मैं ,--कुछ खास नही बस अमित को कुछ नया चाहिए इसलिए उसको इन्सेन्ट से लेकर मोम सन और कुकहोल्ड जैसी स्टोरी सुना कर जोश दिला कर काम निकाल रही हूँ।
प्रिया ,--चल ठीक है मुझे कुछ काम है अर्जेंट, फ्री होती हूँ तो कॉल करती हूँ।
फिर मेने भी अपना डिल्डो निकाला और चुत में डालकर ठंडी हुई और सो गई
जब उन कैर्री बैग को खोलकर देखा तो उसमें मेरी पसंद की हुई ड्रेस के अलावा दो गाउन थे जो एक से बढ़कर एक सेक्सी थे ,ब्रा पेंटी के अलावा स्कर्ट और टॉप भी था स्कर्ट मात्र गाँड कवर करने जितना था उसके अलावा हॉट पेंट और लिग़री भी थी, तभी मुझे याद आया कि अमित आधे घंटे तक क्यों रुका था ।
कपड़े देखकर मेरी चुत गरम् हो गयी फिर सोचा कि अमित जब कहेगा उस दिन से पहनना शुरू कर दूंगी ।
तभी डोरबेल बजी तो सब बेग को अलमारी में रखा और गेट खोला ।
कमला आयी थी जो आते ही साफ सफाई में लग गयी में भी नहाने घुस गई और जब साड़ी पहनकर बाहर आई तो कमला बोली,--भाभी सब काम हो गया अब में जा रही हूँ
मैं ,--पर तुम आज मुझे ट्रेनिंग देने वाली थी।
कमला ,--छोड़िए भाभी वो मेरे बस की बात नही है।
में ,-क्यों क्या हुआ।
कमला ,--बस आप से नही हो पायेगा।
मैं,-पर क्यों ।
कमला ,--भाभी उसमे जान हथेली में आ जाती है।
में ,--सीमा भी तो सब करती है।
कमला ,--पर आप को क्या जरूरत है ।
तो मेने सीमा के यहां हुई दीनू काका और सीमा के बीच की बात बताई की कैसे दिनु काका ने मना कर दिया था।
कमला ,--वो तो ठीक है पर आप ने मेरी बात नही मानी तो ,आप किसी और को पकड़िए।
में ,--जितनी देर तुम ट्रेनिंग दोगी तुम नोकरानी नही मेरी गुरु बनकर रहोगी ।
कमला ,--पर मुझे अपनी मालकिन को सज़ा देना अच्छा नही लगेगा ।
में ,--पर उस समय मे मालकिन नही एक शिष्य बनकर रहूंगी ।
कमला ,--नही भाभी मुझे आप छोड़ दीजिए।
मेने उठकर कमला का हाथ पकड़ लिया और बोली मेम इस शिष्या को प्लीज ज्ञान की भीख दे दीजिए।
कमला ,--सोच लो ये गाँड और गाल मार मार कर लाल कर दूंगी अगर गलती की तो।
मैं ,-एक बार आज़मा कर देखो अगर शिकायत का मौका दूं तो मुझे रेखा की जगह दूसरे नाम से बुलाने लग जाना।
कमला ,--ठीक है देखती हूँ। में आज थॉडी देर सिखाऊंगी और जब ट्रेनिंग का टाइम रहेगा तब तुम मुझसे रहम या नोकरानी समझने की गलती मत करना। और कोई एक रूम को सेलेक्ट कर लो उसमे जाने के बाद हमारा रिश्ता बदल जायेगा।
मेने कहा,- ठीक है । अभी 11 बजने में पांच मिनट बाकी है तुम दूसरे बैडरूम में चलो में पांच मिनट में आती हूँ।
मेरे अंदर एक एक्साइटमेन्ट हो रही थी कि सीमा ने जिस तरह से अपनी गाँड लाल करवा ली थी फिर भी वो एन्जॉय कर रही थी और उसकी चुत से पानी बहे जा रहा था वो मुझे भी फील करना है और वो मुझे सीमा के अलावा दूसरा कोई अभी नजर नही आ रहा था ।
साथ ही में चाहती थी कि बड़े से बड़ा लण्ड मेरे हर छेद में जब घुसे तो मुझे दर्द नही मज़ा दे तो सामने वाला भी मेरी चुदाई को तरसे ।
में अपने बेडरूम में गयी और एक बार टॉयलेट जाकर आयी फिर घड़ी देखकर दूसरे बैडरूम में गयी ।
जैसे ही रूम में घुसी कमला एक चेयर पर बैठी थी और मैने अंदर घुसी और उसके पास गई तो उसने जाते ही एक चांटा मेरे गाल पर मारा और बोली ,--परमिशन लेकर आओ।
में अपने गाल को मसलती हुई बाहर आई और गेट पर आकर बोली ,--मे आई कम इन मेम
कमला ,-आ जाओ ।
में जाकर नीचे फर्श पर बैठ गयी।
कमला ,--तुम को पता है तुम किस चीज की शिक्षा लेने आई हो।
में ,--जी मेम मुझे सेक्स की पूरी नॉलेज चाहिए।
कमला ,--हिंदी में बोल।
में ,--जी मुझे चुदाई के बारे में पूरी जानकारी चाहिए कि आदमी को खुश कैसे किया जाए।और वो दुबारा चोदने के लिए तरसे।
कमला ,--ठीक है सबसे पहले तुम को अगर सब कुछ सीखना है तो इस रूम में सिर्फ ब्रा पेंटी पहनकर आना है ।
में उठकर बाहर आयी और साड़ी को खोलकर ब्रा पेंटी में खड़ी थी।
हालांकि कमला मुझे नंगा देख चुकी थी पर आज अलग तरह की फिलिंग मन मे आ रही थी कि कमला कैसे ट्रेंनिंग देगी यही सोचते हुए मेरी चुत पूरी गरम हो रही थी और निप्पल ब्रा का साइज बढा चुके थे।
जब रूम में आई तो कमला ने मुझे ऊपर से नीचे तक देखा फिर घूमने को कहा तो घूम कर दिखाया और बोली ,--मस्त बॉडी है तेरी तू टॉप की रण्डी बनेगी ट्रेंनिंग के बाद ।
मैं ,--मेम में बैठ सकती हूँ अब ।तो कमला ने मुझे बैठने का इशारा किया और बोली।
कमला ,--अब ध्यान से सुनो चुदाई में सबसे पहली चीज है जब तक एक औरत अपने आप को रण्डी समझ कर नही चुदवाती उसको चुदाई का असली मज़ा नही आता है। वैसे तो हर औरत के अंदर एक रण्डी छुपी होती है लेकिन कुछ अपने आप को खुद ही समझने लगती है कुछ को लोग बाहर निकलवा देते है लेकिन असली मज़ा तभी मिलता है जब खुद अपने आप किसी वेश्या की तरह समझ कर चुदाई करवाई जाए।
में ,--यस मेम।
कमला ,--दुसरीं चीज हर पुरूष के अंदर एक शैतान छुपा होता है अगर किसी आदमी को अगर कोई सुंदर औरत नंगी या सेक्सी देखने को मिल जाये तो वो भले ही किसी के सामने इंसानियत का ढोंग करे पर उसके मन मे जरूर होता है कि इस सुंदरी को एक बार नीचे सुला कर चोद लेता तो मज़ा आ जाता। चाहे वो उसकी सगी बहन ही हो ।
आज तुम्हारा पहला लेसन है ज्यादा प्रैक्टिकल नही होगा इसलिए तुम को साफ बोल देती हूँ तुमको किसी से चुदवाना हो तो अपने आप की रण्डी को बाहर निकालो और अगले को महसूस करवाओ की तुम क्या हो ।समझ गयी।
मैं ,--जी मेम ।
कमला ,--दूसरा लेसन जो तुमको किसी कॉलेज में पढ़ने को नही मिलेगा जो औरत अपने आप को ये सोच कर सेक्स करती है कि बस चुदाई का मतलब सिर्फ चुत में लण्ड डालकर हिलाना है तो उसकी बहुत बड़ी गलत फहमी होती है चुत में लण्ड डालना इस प्रक्रिया का लास्ट स्टेज है जिसमे मज़ा तो आता है पर उससे कही ज्यादा मज़ा अगर औरत चाहे तो उससे पहले भी उसको मिल सकता है।
मैं ,--यस मेम।
में मन मे सोच रही थी कि कमला जो बोल रही है वो एक दम सही है घरेलू औरत बनकर सिर्फ बच्चे पैदा किये जा सकते है एन्जॉय नही किया जा सकता ।
कमला ,--अब बोलो तुम्हारा नाम क्या है।
मैं ,--जी ,रेखा ।
इतना सुनते ही कमला खड़ी हुई और मुझे खड़ा होने को बोला और मेरे कूल्हे पर खींच का एक सपाट मारा ,मेरी आँख में आंसू आ गए और अपने हाथ से कूल्हे को मसलने लगी जिसे देखकर उसने दूसरे कूल्हे पर उससे भी जोर से मारा ।
कमला ,--अगर तुमने फिर से हाथ से मसला तो तब तक मार खाएगी जब तक मेरे हाथ नही दुखने लगते ।
मैं सोच रही थी मुझे किस गलती के लिए मार रही है और एक अजीब सी सनसनी हो रही थी कि एक नोकरानी के हाथ से मार खा रहीं हूँ और जिंदगी में कभी कूल्हों पर मार नही खाई थी इसलिए गाँड पर मार खाने से चुत भी गर्म हो रही थी।
जब मेने दूसरे कूल्हे को हाथ नही लगाया तो कमला बोली ,--तुमको पता है मेने क्यों मारा।
मेने इनकार में गरदन हिलाई तो वो बोली ,--मुँह से बोल कर बता ।
मैं,--नही मेम।
कमला ,--तू एक चुदी चुदाई औरत है और उम्र भी ऐसी नही की ज्यादा समझाना पड़े ,जब में बोल रही हूं कि औरत को चुदते समय रण्डी बन जाना चाहिए तो सीखने के लिए भी वही हुई ना।
मुझे बात समझ मे आयी और बोली ,--सॉरी मेम ,मेरा नाम रेखा रांड है
कमला ,--गुड, आगे से ध्यान रखना इस कमरे में आने के बाद अपने आप को रण्डी ही समझना।
मैं ,--ओ के ,मेम।
कमला ,--औरत को अपना रण्डी पना दिखाने के लिए जरूरी नही की वो शरीर की नुमाइश करे अपने चेहरे और आंखों से भी दिखा सकती है और किसी को अपनी अदाओं से भी गरम कर सकती है लेकिन जिसको वो अदाएं दिखाये वो आदमी ऐसा होना चाहिए कि उसका गलत फायदा नही उठा सके और अकेले में सोच कर लण्ड को मुठ्याये की काश वो आइटम एक बार चोदने को मिल जाती।
फिर कमला ने अपने होठो और आंखों से सेक्सी से अंदाज में इशारे करके बताये की आंख कैसे मारी जाए और होठ किस तरह से काट के किसी को दिखाए जाए और फिर बोली समझ मे आया
मैं ,-यस मेम ,
कमला ,--ये जवानी चार दिन की होती है अगर इसका मज़ा सही समय पर नही लिया तो बाद में सिवाय पछतावे के कुछ नही मिलता बस दो चार बच्चे पैदा करो और उनको पाल पोश कर उनकी सेवा करती रहो यही एक औरत की जिंदगी होती है।
मैं ,जी मेम
कमला ,-आज के लिए इतना काफी है अगर अच्छा लगे तो बता देना आगे भी क्लास लुंगी और कल दुसरीं बात बताऊंगी ,अगर अच्छा नही लगा तो कोई बात नही , तुमको कुछ पूछना है तो पूछ सकती हो।
मैं ,--मेम आज तक मे जो सोचती थी कि औरत को शादी करके अपना घर बसाना ही जिंदगी है पर आप की बातों से मुझे काफी कुछ सीखने को मिला है अब मैं आप को रोज कुछ ना कुछ पूछती ही रहूंगी पर आज मुझे इतना ही पूछना है कि शादी के बाद किसी दूसरे मर्द से संबंध रखना सही है।
कमला ,--क्या शादी के बाद सिर्फ मर्द ही कोठे पर जाएं औरत अगर एन्जॉय करना चाहे तो वो पाप हो जाता है अब तो कोर्ट ने भी फैसला दे दिया कि अगर कोई शादी सुदा औरत किसी गैर मर्द के साथ अपनी इच्छा से संबंध बनाती है तो उस पर केस नही हो सकता और फिर अगर सब मर्दो के लण्ड का साइज अलग अलग है तो कोई औरत किसी एक ही साइज से क्यों बंधी रहे औरत को भी सब तरह के लण्ड महसूस करके देखना चाहिए।
इतना बोलकर कमला उठकर खड़ी हुई और फिर रूम से बाहर आकर मुझे गेट बंद करने का बोलकर नीचे चली गयी।
मेने भी जल्दी से पीछे जाकर गेट बंद किया क्योकि में सिर्फ ब्रा पेंटी में थी और साड़ी पहनने का मूड नही था।और चुत पूरी गरम हो चुकी थी।
उसके जाते ही सोफ़े पर बैठकर चुत पर हाथ फिराते हुए उसकी बातों पर विचार करने लगी कि उसने जो भी कहा वो किसी एंगल से गलत नही था ।आदमी दो तीन शादी कर सकता है पर औरत को मर्यादा के नाम पर चार दिवारी में पैक कर दिया जाता है ।और घर मे औरते अगर पति से संतुष्ट हुई तो ठीक अगर किसी और से करवा लिया तो बदचलन हो जाती है।
यही सोचते सोचते मुझे प्रिया की याद आ गयी जिसकी फोटो देखकर मुझे शनिवार रात को मज़ा आ गया था ।इसलिए अपना फोन उठाया और उसको डायल करके रूम में आकर बिस्तर पर गिर गयी ।
बिस्तर पर गिरते ही मेरे कूल्हों में दर्द सा महसूस हुआ जो कमला की मार की वजह से हुआ था इसलिए उठ कर ड्रेसिंग के सामने गयी और घूम कर अपनी गाँड को देखने लगी जो अभी भी लाल थी फिर उसपे थोड़ा नारियल तेल लगाया तब तक प्रिया ने फोन उठा लिया था ।
प्रिया ,--हेलो।
मैं ,--कहां बिजी हो इतनी देर से रिंग हो रही थी ।
प्रिया ,--आफिस में हूँ कंप्यूटर में कुछ कर रही थी सोचा पहले वो निपटा लूं, बोल कैसे फोन किया ।
मैं ,--मेने तो ऐसे ही किया तेरी फ़ोटो देखी तो याद आ गयी क्या मस्त लग रही है।
प्रिया ,--ओह ,तुझे इतनी अच्छी लगी क्या।
मैं ,--हम्म ,पर तुम को भेजते समय टाइम देखना चाहिए था अमित सोया था पास में
प्रिया ,--तो दिखा देती उसको और बोल देती की देखो तुम्हारी बीबी को बिगाड़ने वाली रण्डी।।
मैं हंसते हुए ,--फिर वो रेत पूछता तो।
प्रिया ,--उसके लिए फ्री बेचारा वो भी थॉडी देर ऊपर ऊपर हिला लेगा।
मैं जोर से हंसकर ,--इतना कमजोर भी नही है जो तू फ्री सेवा दे रही है ।
प्रिया ,--सेवा तो फ्री नही है बस तुमने कहा कि रेट बोल तो बोल दिया कि तू भी खुश हो जाये कि तुम्हारा हिसाब बराबर हो गया ।
मैं,--एक ही बार मे हिसाब पूरा क्लियर ।
प्रिया ,--और क्या, उसको तो एक बार मे पता चल जाएगा कि ये खाई गहरी है उसके बस की बात नही।
मैं ,--साली पूरी बिगड़ गयी तू ,ये बता ये ड्रेस तूने कहाँ से बनवाई ।
प्रिया ,--अरे मेने पहनने को थॉडी बनवाई थी वो तो ग्राहक की डिमांड थी कि कोई घरेलू औरत रण्डी वाले भेष में कैसी लगती है अगले ने पैसे देने को बोला था इसलिए मैंने बनवा ली।
मैं ,--कैसा चूतिया आदमी होगा जो एक शॉट पर इतने पैसे उड़ा दिए।
प्रिया ,--राजेश को नही देखा लाखों रुपये खर्च किये तुम पर ये जानते हुए की तुम फ्री में भी तैयार हो जाओगी।
मैं ,--बात तो सही है कुछ लोग सनकी होते है।
प्रिया ,--छोड़ इस बात को और बता क्या हो रहा है अभी।
मैं ,--कुछ खास नही बस अमित को कुछ नया चाहिए इसलिए उसको इन्सेन्ट से लेकर मोम सन और कुकहोल्ड जैसी स्टोरी सुना कर जोश दिला कर काम निकाल रही हूँ।
प्रिया ,--चल ठीक है मुझे कुछ काम है अर्जेंट, फ्री होती हूँ तो कॉल करती हूँ।
फिर मेने भी अपना डिल्डो निकाला और चुत में डालकर ठंडी हुई और सो गई