06-03-2019, 07:30 PM
दूसरे दिन मैं जब सुबह मे उठा तब गेस्ट्स भी जा चुके थे और जीजू नाश्ता कर रहे थे. मैं सीधा जीजू और मेखला दीदी को अवॉयड करने के लिए नहाने चला गया और आधे घंटे तक बाथरूम मे ही पड़ा रहा. अचानक मेरी मेखला दीदी ने नॉक किया और बोली के बाथरूम मे ही पड़ा रहेगा या बाहर भी आएगा. फिर मे फटाफट बाहर आया और तैयार हो कर के डाइनिंग टेबल पर गया नाश्ता कर ने के लिए. जीजू तब तक निकल चुके थे अपनी ऑफिस के लिए. मेखला दीदी आई किचन मे से और मुझे ब्रेकफास्ट सर्व किया और वो भी अपनी प्लेट ले कर बैठ गयी ब्रेकफास्ट के लिए. फाइनली मेखला दीदी थोड़ी प्यार भरी नजरो से देखा,...
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.