06-03-2019, 07:21 PM
लेकिन जबरदस्त चाटा पड़ते ही मैं अपने होश मे आ गया और अपना सिर झुका के खड़ा हो गया. मेखला दीदी कुछ नही बोली और मेरे हाथो मे से ब्रा लेकर वो चली गयी और बोला की खाना लग गया है. मैं बहुत घबराता हुआ खाना खाने गया. सब के साथ मैने खाना खाया और वापिस अपने रूम मे आके बैठ गया और सोचने लगा की अगर मेखला दीदी ने जीजू को बोल दिया तो मेरी गांड लाल हो जाएगी. और ये सब सोचते सोचते मैं कब सो गया मुझे कुछ पता ही नही चला....
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जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.