06-03-2019, 07:02 PM
(This post was last modified: 09-07-2019, 11:00 PM by neerathemall. Edited 2 times in total. Edited 2 times in total.)
फिर मैं आगेबहस किए बिना चुपचाप कमरे के बाहर निकल गया और बाहर आके जीजू के मामाजी के बच्चो के साथ खेलने लगा.
लेकिन दिमाग़ मे से मेखला दीदी ने जो बात बोली वो ही बात मेरे कानो मे गूँज रही थी. और मेरा दिमाग़ मेखला दीदी की ब्रा और उनके बूब्स को इमॅजिन करने लगा था. मैं बहुत परेशान हो गया था क्यू की मेखला दीदी के बारे मे मुझे ऐसा ख़याल या इमॅजिनेशन पहले कभी भी नही हुआ था.
लेकिन एक बात है की मेखला दीदी ने आज तक मुजसे ऐसे बात भी नही की थी. ये सब सोच रहा था उतने मे मेखला दीदी मेरा कमरा खोल कर के बाहर आ गई और फिर से किचन की और चली गयी. जब मेखला दीदी किचन मे जा रही थी तब पहली बार मैने मेखला दीदी को लस्टफुल नज़रो से देखा. वास्तव मे उसने अपनी ब्रा उतार दी थी क्योंकि ब्लाउस की अंदर स्ट्रॅप्स के निशान जो पहले दिख रहे थे,अब वो गायब थे. मेखला दीदी को देख ते ही मेरा पप्पू सलामी देने लगा. मे वापिस अपने रूम मे चला गया और डोर क्लोज़ कर दिया. लेकिन डोर क्लोज़ करते ही मैं दंग रह गया नज़ारा देख कर के. मेरी मेखला दीदी की उतरी हुई क्रीम कलर की 34ब साइज़ की ब्रा मेरे बेड पे पड़ी थी. मैं तो देख के ही पागल हो गया और मेखला दीदी की ब्रा को हाथ मे लिया और सोचने लगा की अगर मेखला दीदी की ब्रा इतनी सेक्सी और सुंदर है तो मेखला दीदी के बूब्स कितने मस्त होंगे....
लेकिन दिमाग़ मे से मेखला दीदी ने जो बात बोली वो ही बात मेरे कानो मे गूँज रही थी. और मेरा दिमाग़ मेखला दीदी की ब्रा और उनके बूब्स को इमॅजिन करने लगा था. मैं बहुत परेशान हो गया था क्यू की मेखला दीदी के बारे मे मुझे ऐसा ख़याल या इमॅजिनेशन पहले कभी भी नही हुआ था.
लेकिन एक बात है की मेखला दीदी ने आज तक मुजसे ऐसे बात भी नही की थी. ये सब सोच रहा था उतने मे मेखला दीदी मेरा कमरा खोल कर के बाहर आ गई और फिर से किचन की और चली गयी. जब मेखला दीदी किचन मे जा रही थी तब पहली बार मैने मेखला दीदी को लस्टफुल नज़रो से देखा. वास्तव मे उसने अपनी ब्रा उतार दी थी क्योंकि ब्लाउस की अंदर स्ट्रॅप्स के निशान जो पहले दिख रहे थे,अब वो गायब थे. मेखला दीदी को देख ते ही मेरा पप्पू सलामी देने लगा. मे वापिस अपने रूम मे चला गया और डोर क्लोज़ कर दिया. लेकिन डोर क्लोज़ करते ही मैं दंग रह गया नज़ारा देख कर के. मेरी मेखला दीदी की उतरी हुई क्रीम कलर की 34ब साइज़ की ब्रा मेरे बेड पे पड़ी थी. मैं तो देख के ही पागल हो गया और मेखला दीदी की ब्रा को हाथ मे लिया और सोचने लगा की अगर मेखला दीदी की ब्रा इतनी सेक्सी और सुंदर है तो मेखला दीदी के बूब्स कितने मस्त होंगे....
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.