13-08-2020, 07:06 AM
अगले दिन सुबह में तैयार हो रही थी अमित बाहर इंतजार कर रहा था जैसे ही मेकअप करके बाहर आई तो अमित मुझे देखकर निराश हो गया
और सोफ़े पर बैठकर बोला ,--हम घूमने जा रहे है या किसी शोक सभा मे।
मैं ,--क्यों क्या हो गया।
अमित ,--ऐसे चलोगी।
में,--तो और कैसे चलूँ।
अमित ,--यार तुम भी कमाल करती हो ऐसे साड़ी कोन पहनता है ।
में ,-क्यों कोई कमी रह गयी है क्या पहनने में।
अमित ,--खुद ही देखो कितनी ऊपर बांधी है अगर थोड़ा सा पेट दिखता तो क्या होता और ये ब्लाउज देखा है आजकल कोन पहनता है ऐसे ब्लाउज।
में ,--तो कैसे पहनते है।
अमित ,--यार ये गांव में पहनते हैं। मुम्बई में तो सीधे ब्रा के ऊपर साड़ी पहनके निकलती है औरतें ।अगर ब्लाउज पहनना पड़े तो ब्रा से बड़ा नही होता जिसमें पीछे सिर्फ रस्सी होती है और ये नवल थॉडी दिख जाएगी तो क्या हो जाएगा।
में ,--तो एक काम करो तुम पहना दो साड़ी।
अमित ,--ओह्ह यार तुम भी ,मुम्बई में जिस इलाके में हम लोग जा रहे हैं वहां तुमको ब्रा पेंटी में लड़कियां घूमती हुई मिल जाएगी तुमको।
मैं ,--तो तुम मुझे नंगी ले चलो ।
अमित ,--ठीक है चलो में कपड़े खोल देता हूँ।
मैं गुस्से में ,--तुमने मुझे रण्डी समझ रखा है क्या और फिर रोते हुए बेडरूम में आ गयी। और बेड पर गिरके रोने का नाटक करने लगी।
तभी अमित भी पीछे पीछे रूम में आ गया और मेरे पास बैठकर अपने पैर पर मेरा सिर रख लिया और आंसू पोंछ कर बोला ,--यार इसमें रोने की क्या बात है और माफी मांगने लगा ।
मैं,--अमित मुझे नही पता था कि तुम मुझे एक तवायफ समझने लगोगे वरना कभी भी तुमसे इतनी खुली बातें नही करती।
अमित ,--पर यार मेने तो थोड़ा सेक्सी तरीके से साड़ी पहनने को बोला था।
में सुबकने के अंदाज में,-- तुमने शादी को एक महीना भी नही हुआ उस बूढ़े के सामने बैठा कर बूब्स मसलवा दिए फिर उस से चुदवाने को तैयार हो गए अब मेरे पास जैसे कपड़े है वो पहन लिए कल तुमने कहा तो मेने मान लिया कि तुम दिलवा दो ।लेकिन वो सब घर के अंदर की बातें थी अब तुम मुझे बाजार में भी रण्डी बनाकर ले जाना चाहते हो।
अमित ,--सॉरी यार मुझे तो लगा तुम को अच्छा लगेगा इसलिए बोला था।
मैं,--देखो मेरा ऐसा पारिवारिक पृष्ठ भूमि ऐसी नही रही है पर में अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रही हूं कि तुमको एन्जॉय कराने का। अब तुम चाहते हो कि एक ही दिन में सब कुछ हो जाये।
अमित ,--ठीक है यार अब उठो बस हम लोग मजे करने को जा रहें है लेकिन तुम बहनजी बनकर चलना चाहती हो तो चलो ।
मैं ,-तुमको एन्जॉय करना है ना।
अमित ,--हां
मैं ,--ठीक है तुम मुझे बहन बताना कोई पूछे तो तुमको मज़ा नही आये तो बोलना।
अमित ने जब सुना तो वो खुश हो गया और मेरे गाल पर किस करके मुझे हाथ पकड़कर खड़ा किया ।
मेने भी एक बार मुँह धौया और साड़ी को नीचे किया जिससे पूरी नवल और पेट खुला दिखे और नीचे आकर गाड़ी में बैठ गयी।
अमित ने गाड़ी स्टार्ट की और दोनों चुपचाप बैठे रहे लगभग एक घंटे बाद एक मॉल में पार्किंग की ।
जब बाहर को निकली तो मेरी आँखें वहां की चकाचौंध देखकर खुली रह गयी । जब मॉल में घुसे तो एक से बढ़कर औरते और लड़कियां थी जो ऐसे कपड़े पहनी थी जो ढक कम और दिखा ज्यादा रही थी।
अमित ने मेरा हाथ पकड़ा और लिफ्ट में घुस गया फिर चौथे माले पर बाहर निकले और वो पास में एक लेडीज वियर में ले गया जिसमें ज्यादा लोग नही थे और उसमे देखने लगा उसमे एक से बढ़कर एक अच्छी ड्रेस डिस्प्ले हो रही थी ।
तभी एक सेल्सगर्ल ने हमे साइड में जाने को कहा जिस तरफ एक सेल्स बॉय खाली बैठा था ।
अमित ने मुझे वहां ले जाकर उस सेल्स बॉय को मेरे लिए मॉडर्न ड्रेस दिखाने को कहा।
तो लड़का बोला ,--आइए बहन जी कैसी ड्रेस चाहिए
अमित मेरी तरफ देखकर हँसने लगा।
में भी बहन की तरह ही उसको बोली कि कुछ ऐसी ड्रेस दिखाओ जो पूरे शरीर को ढक दे और मॉडर्न भी हो
सेल्स बॉय ,--तब तो दीदी आपको दूसरे फ्लोर में जाना पड़ेगा इस जगह तो ऐसे कपड़े मिलेंगे जो सिर्फ हाई स्टैंडर्ड के लोग पसंद करते हैं और फिल्मी दुनिया के लोग यहीं से खरीद दारी करते हैं।
अमित ,--अरे यार तुम दिखाओ नही तो इसको मेरे जीजाजी तलाक दे देंगे इसको
सेल्स बॉय ने सामने टंगी एक ड्रेस दिखाई जो फ्रॉक जैसी थी जिसमे ऊपर सब ठीक था पर नीचे एक पैर की तरफ से पेंटी के नीचे से शुरू होती थी और दूसरे पैर के घुटने तक जाती थी ।
मेने उसको देखा तो पहली नजर में पसंद आ गयी थी और पार्टी के हिसाब से बहुत अच्छी थी । पर फिटिंग चेक करनी थी इसलिए अमित को बोली कि पहनकर देखना होगा तो वो लड़का बोला कि उधर ट्रायल रूम है चली जाइये ।
में उस ड्रेस को लेकर जा रही थी कि पीछे मुड़कर देखा अमित उस लड़के को कुछ बोल रहा था ।
मेने साड़ी खोलकर ब्लाउज पेटीकोट के ऊपर से ड्रेस को पहना ही था कि बाहर से गेट ठक ठका ने आवाज आई।
पेटीकोट के ऊपर पहने होने की वजह से कुछ दिख नही रहा था इसलिए मेने जब गेट को हल्का सा खोलकर देखा तो वही सेल्स बॉय था तो मैने गेट पूरा खोल दिया ।
उसने देखते ही बोला दीदी क्यों ड्रेस की ऐसी तैसी कर रही हो ये पेटीकोट पर पहनने की थॉडी है।
मैं ,--पर मुझे शर्म आती है ।
सेल्समैन ,--लगता है आप मुंबई पहली बार आयी हो यहां तो लड़कियां नंगी होकर ऐसी ड्रेस पहनती हैं आप ने देखा नही बाहर ब्रा पेंटी में लड़कियों को घूमते हुए आप एक काम करिये अपने भाई के साथ दूसरी जगह देखिये।
मैं ,--प्लीज् भैया रुको में खोलती हूँ और गेट बंद करने लगी तो उसने कहा आप छोड़ दीजिए मेरा दिन खराब मत कीजिये नही तो मुझे मालिक को जवाब देना मुश्किल हो जाएगा ।
और उसने गेट में अपनी टांग अड़ा दी।जिससे गेट बंद नही हो।
मेने गेट को छोड़कर घूम कर अपनी ड्रेस खोली और उसको अपनी पीठ पीछे से ब्रा पेंटी दिखाते हुए ड्रेस पहन ली फिर घूम कर उसको ड्रेस दिखाई तो उसका मुंह खुला रह गया ।
मेने उसको पूछा कैसी है तो वो बोला आप को अपने भाई से पूछना चाहिए और वो वापस आ गया तो मेने भी सोचा कि उस गांडू की गाँड मारती हूँ और शरमाने का नाटक करते हुए बाहर आई ।
बाहर अमित उस से कुछ बात कर रहा था जब उसने मुझे देखा तो उसने मुझे आंख मारकर इशारा किया कि मस्त लग रही हो।
जब काउंटर के पास आयी तो अमित बोला क्यों ब्रो कैसी लग रही है ।
सेल्समेन ने मुझे ऊपर से नीचे तक देखा और फिर घूमने को बोला जब में घूम कर दिखाई तो बोला दीदी आप अपनी पेंटी को ऊपर करिये थॉडी सी दिख रही है बाकी फिटिंग मस्त है एकदम आप तो फिल्मी हेरोइनों को भी मात दे रही हो।
मेरी तो हालत खराब थी कि अमित के सामने उसने मुझे पेंटी ऊपर करने को बोला था और फिर मेने जिस साइड ड्रेस एक पैर पे जिधर से छोटी थी उसको पीछे किया और जल्दी से पेंटी को ऊपर कर लिया ।
तभी वहां पर एक कपल आया और लड़की मुझे देखकर बोली वाओ डार्लिंग ये ड्रेस ठीक रहेगी न पार्टी के लिए। तो लड़का बोला कि पहले पहनने वाली को देखो वो कोई टी वी कलाकार होगी । फिर वो लोग पास के काउंटर जो खाली था उसपे चले गए।
और सोफ़े पर बैठकर बोला ,--हम घूमने जा रहे है या किसी शोक सभा मे।
मैं ,--क्यों क्या हो गया।
अमित ,--ऐसे चलोगी।
में,--तो और कैसे चलूँ।
अमित ,--यार तुम भी कमाल करती हो ऐसे साड़ी कोन पहनता है ।
में ,-क्यों कोई कमी रह गयी है क्या पहनने में।
अमित ,--खुद ही देखो कितनी ऊपर बांधी है अगर थोड़ा सा पेट दिखता तो क्या होता और ये ब्लाउज देखा है आजकल कोन पहनता है ऐसे ब्लाउज।
में ,--तो कैसे पहनते है।
अमित ,--यार ये गांव में पहनते हैं। मुम्बई में तो सीधे ब्रा के ऊपर साड़ी पहनके निकलती है औरतें ।अगर ब्लाउज पहनना पड़े तो ब्रा से बड़ा नही होता जिसमें पीछे सिर्फ रस्सी होती है और ये नवल थॉडी दिख जाएगी तो क्या हो जाएगा।
में ,--तो एक काम करो तुम पहना दो साड़ी।
अमित ,--ओह्ह यार तुम भी ,मुम्बई में जिस इलाके में हम लोग जा रहे हैं वहां तुमको ब्रा पेंटी में लड़कियां घूमती हुई मिल जाएगी तुमको।
मैं ,--तो तुम मुझे नंगी ले चलो ।
अमित ,--ठीक है चलो में कपड़े खोल देता हूँ।
मैं गुस्से में ,--तुमने मुझे रण्डी समझ रखा है क्या और फिर रोते हुए बेडरूम में आ गयी। और बेड पर गिरके रोने का नाटक करने लगी।
तभी अमित भी पीछे पीछे रूम में आ गया और मेरे पास बैठकर अपने पैर पर मेरा सिर रख लिया और आंसू पोंछ कर बोला ,--यार इसमें रोने की क्या बात है और माफी मांगने लगा ।
मैं,--अमित मुझे नही पता था कि तुम मुझे एक तवायफ समझने लगोगे वरना कभी भी तुमसे इतनी खुली बातें नही करती।
अमित ,--पर यार मेने तो थोड़ा सेक्सी तरीके से साड़ी पहनने को बोला था।
में सुबकने के अंदाज में,-- तुमने शादी को एक महीना भी नही हुआ उस बूढ़े के सामने बैठा कर बूब्स मसलवा दिए फिर उस से चुदवाने को तैयार हो गए अब मेरे पास जैसे कपड़े है वो पहन लिए कल तुमने कहा तो मेने मान लिया कि तुम दिलवा दो ।लेकिन वो सब घर के अंदर की बातें थी अब तुम मुझे बाजार में भी रण्डी बनाकर ले जाना चाहते हो।
अमित ,--सॉरी यार मुझे तो लगा तुम को अच्छा लगेगा इसलिए बोला था।
मैं,--देखो मेरा ऐसा पारिवारिक पृष्ठ भूमि ऐसी नही रही है पर में अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रही हूं कि तुमको एन्जॉय कराने का। अब तुम चाहते हो कि एक ही दिन में सब कुछ हो जाये।
अमित ,--ठीक है यार अब उठो बस हम लोग मजे करने को जा रहें है लेकिन तुम बहनजी बनकर चलना चाहती हो तो चलो ।
मैं ,-तुमको एन्जॉय करना है ना।
अमित ,--हां
मैं ,--ठीक है तुम मुझे बहन बताना कोई पूछे तो तुमको मज़ा नही आये तो बोलना।
अमित ने जब सुना तो वो खुश हो गया और मेरे गाल पर किस करके मुझे हाथ पकड़कर खड़ा किया ।
मेने भी एक बार मुँह धौया और साड़ी को नीचे किया जिससे पूरी नवल और पेट खुला दिखे और नीचे आकर गाड़ी में बैठ गयी।
अमित ने गाड़ी स्टार्ट की और दोनों चुपचाप बैठे रहे लगभग एक घंटे बाद एक मॉल में पार्किंग की ।
जब बाहर को निकली तो मेरी आँखें वहां की चकाचौंध देखकर खुली रह गयी । जब मॉल में घुसे तो एक से बढ़कर औरते और लड़कियां थी जो ऐसे कपड़े पहनी थी जो ढक कम और दिखा ज्यादा रही थी।
अमित ने मेरा हाथ पकड़ा और लिफ्ट में घुस गया फिर चौथे माले पर बाहर निकले और वो पास में एक लेडीज वियर में ले गया जिसमें ज्यादा लोग नही थे और उसमे देखने लगा उसमे एक से बढ़कर एक अच्छी ड्रेस डिस्प्ले हो रही थी ।
तभी एक सेल्सगर्ल ने हमे साइड में जाने को कहा जिस तरफ एक सेल्स बॉय खाली बैठा था ।
अमित ने मुझे वहां ले जाकर उस सेल्स बॉय को मेरे लिए मॉडर्न ड्रेस दिखाने को कहा।
तो लड़का बोला ,--आइए बहन जी कैसी ड्रेस चाहिए
अमित मेरी तरफ देखकर हँसने लगा।
में भी बहन की तरह ही उसको बोली कि कुछ ऐसी ड्रेस दिखाओ जो पूरे शरीर को ढक दे और मॉडर्न भी हो
सेल्स बॉय ,--तब तो दीदी आपको दूसरे फ्लोर में जाना पड़ेगा इस जगह तो ऐसे कपड़े मिलेंगे जो सिर्फ हाई स्टैंडर्ड के लोग पसंद करते हैं और फिल्मी दुनिया के लोग यहीं से खरीद दारी करते हैं।
अमित ,--अरे यार तुम दिखाओ नही तो इसको मेरे जीजाजी तलाक दे देंगे इसको
सेल्स बॉय ने सामने टंगी एक ड्रेस दिखाई जो फ्रॉक जैसी थी जिसमे ऊपर सब ठीक था पर नीचे एक पैर की तरफ से पेंटी के नीचे से शुरू होती थी और दूसरे पैर के घुटने तक जाती थी ।
मेने उसको देखा तो पहली नजर में पसंद आ गयी थी और पार्टी के हिसाब से बहुत अच्छी थी । पर फिटिंग चेक करनी थी इसलिए अमित को बोली कि पहनकर देखना होगा तो वो लड़का बोला कि उधर ट्रायल रूम है चली जाइये ।
में उस ड्रेस को लेकर जा रही थी कि पीछे मुड़कर देखा अमित उस लड़के को कुछ बोल रहा था ।
मेने साड़ी खोलकर ब्लाउज पेटीकोट के ऊपर से ड्रेस को पहना ही था कि बाहर से गेट ठक ठका ने आवाज आई।
पेटीकोट के ऊपर पहने होने की वजह से कुछ दिख नही रहा था इसलिए मेने जब गेट को हल्का सा खोलकर देखा तो वही सेल्स बॉय था तो मैने गेट पूरा खोल दिया ।
उसने देखते ही बोला दीदी क्यों ड्रेस की ऐसी तैसी कर रही हो ये पेटीकोट पर पहनने की थॉडी है।
मैं ,--पर मुझे शर्म आती है ।
सेल्समैन ,--लगता है आप मुंबई पहली बार आयी हो यहां तो लड़कियां नंगी होकर ऐसी ड्रेस पहनती हैं आप ने देखा नही बाहर ब्रा पेंटी में लड़कियों को घूमते हुए आप एक काम करिये अपने भाई के साथ दूसरी जगह देखिये।
मैं ,--प्लीज् भैया रुको में खोलती हूँ और गेट बंद करने लगी तो उसने कहा आप छोड़ दीजिए मेरा दिन खराब मत कीजिये नही तो मुझे मालिक को जवाब देना मुश्किल हो जाएगा ।
और उसने गेट में अपनी टांग अड़ा दी।जिससे गेट बंद नही हो।
मेने गेट को छोड़कर घूम कर अपनी ड्रेस खोली और उसको अपनी पीठ पीछे से ब्रा पेंटी दिखाते हुए ड्रेस पहन ली फिर घूम कर उसको ड्रेस दिखाई तो उसका मुंह खुला रह गया ।
मेने उसको पूछा कैसी है तो वो बोला आप को अपने भाई से पूछना चाहिए और वो वापस आ गया तो मेने भी सोचा कि उस गांडू की गाँड मारती हूँ और शरमाने का नाटक करते हुए बाहर आई ।
बाहर अमित उस से कुछ बात कर रहा था जब उसने मुझे देखा तो उसने मुझे आंख मारकर इशारा किया कि मस्त लग रही हो।
जब काउंटर के पास आयी तो अमित बोला क्यों ब्रो कैसी लग रही है ।
सेल्समेन ने मुझे ऊपर से नीचे तक देखा और फिर घूमने को बोला जब में घूम कर दिखाई तो बोला दीदी आप अपनी पेंटी को ऊपर करिये थॉडी सी दिख रही है बाकी फिटिंग मस्त है एकदम आप तो फिल्मी हेरोइनों को भी मात दे रही हो।
मेरी तो हालत खराब थी कि अमित के सामने उसने मुझे पेंटी ऊपर करने को बोला था और फिर मेने जिस साइड ड्रेस एक पैर पे जिधर से छोटी थी उसको पीछे किया और जल्दी से पेंटी को ऊपर कर लिया ।
तभी वहां पर एक कपल आया और लड़की मुझे देखकर बोली वाओ डार्लिंग ये ड्रेस ठीक रहेगी न पार्टी के लिए। तो लड़का बोला कि पहले पहनने वाली को देखो वो कोई टी वी कलाकार होगी । फिर वो लोग पास के काउंटर जो खाली था उसपे चले गए।