12-08-2020, 08:23 PM
फागुन आयो रे
![[Image: Teej-df61e5d4d16e547abf1e0bf01a7db3be.jpg]](https://i.ibb.co/T2GSXf0/Teej-df61e5d4d16e547abf1e0bf01a7db3be.jpg)
मुझे ये बात ठीक नहीं लगी , होली में भौजी के चोली के अंदर हाथ न घुसे तो कोई भी भौजाई बुरा मान जाएगी ,
खास तौर से कम्मो ऐसी मस्त भौजाई ,
![[Image: Teej-4e08c8f6cd9e6b6e28775f1029c9d5f4.jpg]](https://i.ibb.co/qkT3XRd/Teej-4e08c8f6cd9e6b6e28775f1029c9d5f4.jpg)
लेकिन चलिए आज फागुन का पहला दिन था , पर मैंने अपनी मन की बात कम्मो से भी कही , और उनसे भी रात को ,
लेकिन शाम को अचानक मेरी सास और जेठानी को जाना पड़ा ,
मैं भी न , चलिए शाम के पहले से शुरू करती हूँ , ...
शाम को वो बाजार जा रहे थे , कम्मो स्टोर से देख देख कर उन्हें सामान की लिस्ट नोट करवा रही थी , पर मैंने शिकायत लगाई
" आज अपने दिन में सारे रंग ख़तम कर दिए , याद कर के रंग लेते आइयेगा , ... अबीर गुलाल के साथ , पक्के वाले "
और उनकी शामत आयी थी उन्होंने अपनी खतरनाक भौजाई , कम्मो से पूछ लिया ,
" भौजी , केतना रंग ,... "
बस कम्मो अपने पर आ गयी ,
" एक पाँव रंग तो तोहार उ जउन एलवल वाली माल हैं उनके भोसड़े में जाएगा , और एक पाँव तोहरी गांडियो में , बस ओकरे बाद होली के लिए ,... "
![[Image: Teej-82217633-3283610878338271-250123697...8433-n.jpg]](https://i.ibb.co/jGzdc69/Teej-82217633-3283610878338271-2501236974370168433-n.jpg)
और हँसते हँसते हम सब की हालात खराब , मेरी सास जेठानी , सास बेचारी बस अपनी हंसी दबाने की कोशिश करती थीं , लेकिन मुस्कराहट तो वो भी नहीं रोक पाती थीं , जब इनकी भौजाइयां इनकी रगड़ाई करती थीं , और मैं थी ही तीली लगाने वाली।
हाँ सास जी कभी कभी मामला सम्हालने की कोशिश जरूर करती थीं , तो वो हंसी रोकते रोकते बोल पड़ीं ,
" हाँ कम्मो अच्छा याद दिलाई , लौटते हुए एलवल होते आना , ... ज़रा हाल चाल लेते आना "
" जी "
वो बेचारे धीमे से बोले और अब मेरी जेठानी चढ़ गयीं उन के ऊपर।
" और अपने माल का सट्टा लिखवा लाना , समझे याद करके पूरे फागुन का , "( शादी ब्याह में जो रंडिया बुक की जाती थीं , नाचने के लिए , उनके साथ जो कागज लिखवाया जाता था उसे सट्टा कहते थे , और उसमें वो रंडी कबूल करती थी , कितने दिन , क्या क्या ,... )
मैंने कम्मो को उकसाया उनके ऊपर , ...
आज होली तो अच्छी खासी हो गयी थी हाँ मेरे हिसाब से चार आने का खेल बचा रहा गया था , न उनके भौजाइयों का ब्लाउज फटा , न उनका पजामा उतरा , और उसके बिना क्या देवर भाभी की होली , ...
लेकिन उसके लिए देवर भौजाई के साथ जिसने मोबाइल बनाया था वो जिम्मेदार था।
चार बार तो घंटी बजी , उनकी कम्पनी का फोन था अर्जेण्टिया , और फिर मेसेज , काल अर्जेण्टली , ... और एक बार जब होली में ब्रेक हुआ , नौकरी वाली बात फ़ोन पर शुरू हो गयी तो कहाँ , आज रात , पता नहीं कहाँ कहाँ से , तीन चार कांफ्रेसे काल आने वाली थीं ,
" हे तोहार देवर कइसन लक्क झक्क सफ़ेद कमीज पहिन के अपने माल के यहाँ जाय रहे हैं , ... "
मैंने कम्मो को ललकारा ,
वो बड़ी जोर से मुस्करायी और मुझे इशारा किया मैं उन्हें पांच छह मिनट तक रोक के रखूं , और ये तो मेरे लिए बाएं हाथ का खेल था , मैंने अपनी जेठानी से कहा
" दीदी , ज़रा इनसे लिस्ट एक बार पढ़वा लीजिये , कहीं इनका ध्यान अपने माल में रहा और बजाय खोआ , सूजी के उसकी चड्ढी बनियाइन का नाप लिख रहे हो , ... "
" हाँ सही कह रही है , कोमल ज़रा एक बार फिर से लिस्ट सुना दो , और ऊ भांग लिखे हो की नहीं , ठंडाई का सामान , ... "
जेठानी जी ने उन्हें काम थमा दिया ,
![[Image: Teej-101450235-244276283690586-432734909...2304-o.jpg]](https://i.ibb.co/xY48wP8/Teej-101450235-244276283690586-4327349090259042304-o.jpg)
" एकदम नहीं , भांग तो सबसे पहले लिखवाई थीं , आधा किलो , ... " वो बोले
" नहीं नहीं तीन पाव कर दो , और पूरी लिस्ट सुनाओ फिर से "
मेरी सास बोली और मैं तबतक किचेन में पहुँच गयी थी
" चाय चढ़ा रही हूँ पी के जाइयेगा , मेरी ननद रानी कहीं किसी के साथ भागी नहीं जा रही हैं , ... "
मैंने किचेन से गुहार लगाई।
पांच की जगह दस मिनट हो गए थे , और वो जब चाय पी रहे थे तब तक कम्मो आयी और उनकी सफ़ेद शर्ट पर
![[Image: glass-tea-sssss-5e2597f6dd48e6eaeeaa06448129469a.jpg]](https://i.ibb.co/SfSZ3dX/glass-tea-sssss-5e2597f6dd48e6eaeeaa06448129469a.jpg)
धप्प धप्प
होली के थापे ,
खूब गाढ़े लाल नीले
बहनचोद ,
गुड्डी का भंडुआ , ...
और मैंने कम्मो को चाय पकड़ा दी और अब जेठानी को अपना मोबाइल दिखाते हुए इशारा किया ,...
बस जेठानी ने ऊँगली से ही ,
सफ़ेद शर्ट पर हम दोनों की उस कमसिन ननद का मोबाइल नंबर भी लिख दिया ,
जहाँ गुड्डी लिखा था उसी के ठीक नीचे।
" एकदम दीदी , आज कल बिना नंबर के कुछ नहीं होता , ... " मैंने उनकी तारीफ़ की तो ये चौंके , ...
" ये शर्ट , बाजार में ,... बदलनी पड़ेगी ,... "
पर अब मेरी सास ने हड़का लिया
" अरे कुछ नहीं सब को मालूम हो जाएगा , घर में दो दो भौजाई हैं , जाओ जल्दी। "
![[Image: Teej-106210212-274604907099668-596808701...6765-o.jpg]](https://i.ibb.co/B3BsVnh/Teej-106210212-274604907099668-5968087017040976765-o.jpg)
" अरे जाइये , आज भीड़ भी बहुत होल्गी , और फिर आपके अपने माल के यहां भी , वहां भी तो वो उतनी जल्दी छोड़ेगी नहीं ,... आते आते आधी रात मत कर दीजियेगा . "
![[Image: Teej-103961973-608179953135140-284335550...5059-o.jpg]](https://i.ibb.co/jRqGfzH/Teej-103961973-608179953135140-2843355502247345059-o.jpg)
हम चारों ने आलमोस्ट धक्का देकर उन्हें घर के बाहर भेजा ,
और उस के बाद फिर हंसी , सबसे पहले मेरी सास बोलीं
" अब लग रहा है होली का असर , ... "
![[Image: Teej-df61e5d4d16e547abf1e0bf01a7db3be.jpg]](https://i.ibb.co/T2GSXf0/Teej-df61e5d4d16e547abf1e0bf01a7db3be.jpg)
मुझे ये बात ठीक नहीं लगी , होली में भौजी के चोली के अंदर हाथ न घुसे तो कोई भी भौजाई बुरा मान जाएगी ,
खास तौर से कम्मो ऐसी मस्त भौजाई ,
![[Image: Teej-4e08c8f6cd9e6b6e28775f1029c9d5f4.jpg]](https://i.ibb.co/qkT3XRd/Teej-4e08c8f6cd9e6b6e28775f1029c9d5f4.jpg)
लेकिन चलिए आज फागुन का पहला दिन था , पर मैंने अपनी मन की बात कम्मो से भी कही , और उनसे भी रात को ,
लेकिन शाम को अचानक मेरी सास और जेठानी को जाना पड़ा ,
मैं भी न , चलिए शाम के पहले से शुरू करती हूँ , ...
शाम को वो बाजार जा रहे थे , कम्मो स्टोर से देख देख कर उन्हें सामान की लिस्ट नोट करवा रही थी , पर मैंने शिकायत लगाई
" आज अपने दिन में सारे रंग ख़तम कर दिए , याद कर के रंग लेते आइयेगा , ... अबीर गुलाल के साथ , पक्के वाले "
और उनकी शामत आयी थी उन्होंने अपनी खतरनाक भौजाई , कम्मो से पूछ लिया ,
" भौजी , केतना रंग ,... "
बस कम्मो अपने पर आ गयी ,
" एक पाँव रंग तो तोहार उ जउन एलवल वाली माल हैं उनके भोसड़े में जाएगा , और एक पाँव तोहरी गांडियो में , बस ओकरे बाद होली के लिए ,... "
![[Image: Teej-82217633-3283610878338271-250123697...8433-n.jpg]](https://i.ibb.co/jGzdc69/Teej-82217633-3283610878338271-2501236974370168433-n.jpg)
और हँसते हँसते हम सब की हालात खराब , मेरी सास जेठानी , सास बेचारी बस अपनी हंसी दबाने की कोशिश करती थीं , लेकिन मुस्कराहट तो वो भी नहीं रोक पाती थीं , जब इनकी भौजाइयां इनकी रगड़ाई करती थीं , और मैं थी ही तीली लगाने वाली।
हाँ सास जी कभी कभी मामला सम्हालने की कोशिश जरूर करती थीं , तो वो हंसी रोकते रोकते बोल पड़ीं ,
" हाँ कम्मो अच्छा याद दिलाई , लौटते हुए एलवल होते आना , ... ज़रा हाल चाल लेते आना "
" जी "
वो बेचारे धीमे से बोले और अब मेरी जेठानी चढ़ गयीं उन के ऊपर।
" और अपने माल का सट्टा लिखवा लाना , समझे याद करके पूरे फागुन का , "( शादी ब्याह में जो रंडिया बुक की जाती थीं , नाचने के लिए , उनके साथ जो कागज लिखवाया जाता था उसे सट्टा कहते थे , और उसमें वो रंडी कबूल करती थी , कितने दिन , क्या क्या ,... )
मैंने कम्मो को उकसाया उनके ऊपर , ...
आज होली तो अच्छी खासी हो गयी थी हाँ मेरे हिसाब से चार आने का खेल बचा रहा गया था , न उनके भौजाइयों का ब्लाउज फटा , न उनका पजामा उतरा , और उसके बिना क्या देवर भाभी की होली , ...
लेकिन उसके लिए देवर भौजाई के साथ जिसने मोबाइल बनाया था वो जिम्मेदार था।
चार बार तो घंटी बजी , उनकी कम्पनी का फोन था अर्जेण्टिया , और फिर मेसेज , काल अर्जेण्टली , ... और एक बार जब होली में ब्रेक हुआ , नौकरी वाली बात फ़ोन पर शुरू हो गयी तो कहाँ , आज रात , पता नहीं कहाँ कहाँ से , तीन चार कांफ्रेसे काल आने वाली थीं ,
" हे तोहार देवर कइसन लक्क झक्क सफ़ेद कमीज पहिन के अपने माल के यहाँ जाय रहे हैं , ... "
मैंने कम्मो को ललकारा ,
वो बड़ी जोर से मुस्करायी और मुझे इशारा किया मैं उन्हें पांच छह मिनट तक रोक के रखूं , और ये तो मेरे लिए बाएं हाथ का खेल था , मैंने अपनी जेठानी से कहा
" दीदी , ज़रा इनसे लिस्ट एक बार पढ़वा लीजिये , कहीं इनका ध्यान अपने माल में रहा और बजाय खोआ , सूजी के उसकी चड्ढी बनियाइन का नाप लिख रहे हो , ... "
" हाँ सही कह रही है , कोमल ज़रा एक बार फिर से लिस्ट सुना दो , और ऊ भांग लिखे हो की नहीं , ठंडाई का सामान , ... "
जेठानी जी ने उन्हें काम थमा दिया ,
![[Image: Teej-101450235-244276283690586-432734909...2304-o.jpg]](https://i.ibb.co/xY48wP8/Teej-101450235-244276283690586-4327349090259042304-o.jpg)
" एकदम नहीं , भांग तो सबसे पहले लिखवाई थीं , आधा किलो , ... " वो बोले
" नहीं नहीं तीन पाव कर दो , और पूरी लिस्ट सुनाओ फिर से "
मेरी सास बोली और मैं तबतक किचेन में पहुँच गयी थी
" चाय चढ़ा रही हूँ पी के जाइयेगा , मेरी ननद रानी कहीं किसी के साथ भागी नहीं जा रही हैं , ... "
मैंने किचेन से गुहार लगाई।
पांच की जगह दस मिनट हो गए थे , और वो जब चाय पी रहे थे तब तक कम्मो आयी और उनकी सफ़ेद शर्ट पर
![[Image: glass-tea-sssss-5e2597f6dd48e6eaeeaa06448129469a.jpg]](https://i.ibb.co/SfSZ3dX/glass-tea-sssss-5e2597f6dd48e6eaeeaa06448129469a.jpg)
धप्प धप्प
होली के थापे ,
खूब गाढ़े लाल नीले
बहनचोद ,
गुड्डी का भंडुआ , ...
और मैंने कम्मो को चाय पकड़ा दी और अब जेठानी को अपना मोबाइल दिखाते हुए इशारा किया ,...
बस जेठानी ने ऊँगली से ही ,
सफ़ेद शर्ट पर हम दोनों की उस कमसिन ननद का मोबाइल नंबर भी लिख दिया ,
जहाँ गुड्डी लिखा था उसी के ठीक नीचे।
" एकदम दीदी , आज कल बिना नंबर के कुछ नहीं होता , ... " मैंने उनकी तारीफ़ की तो ये चौंके , ...
" ये शर्ट , बाजार में ,... बदलनी पड़ेगी ,... "
पर अब मेरी सास ने हड़का लिया
" अरे कुछ नहीं सब को मालूम हो जाएगा , घर में दो दो भौजाई हैं , जाओ जल्दी। "
![[Image: Teej-106210212-274604907099668-596808701...6765-o.jpg]](https://i.ibb.co/B3BsVnh/Teej-106210212-274604907099668-5968087017040976765-o.jpg)
" अरे जाइये , आज भीड़ भी बहुत होल्गी , और फिर आपके अपने माल के यहां भी , वहां भी तो वो उतनी जल्दी छोड़ेगी नहीं ,... आते आते आधी रात मत कर दीजियेगा . "
![[Image: Teej-103961973-608179953135140-284335550...5059-o.jpg]](https://i.ibb.co/jRqGfzH/Teej-103961973-608179953135140-2843355502247345059-o.jpg)
हम चारों ने आलमोस्ट धक्का देकर उन्हें घर के बाहर भेजा ,
और उस के बाद फिर हंसी , सबसे पहले मेरी सास बोलीं
" अब लग रहा है होली का असर , ... "