06-03-2019, 01:19 PM
मेरा लौड़ा तो पूरा टाइट हो गया था... अपनी पैंट में बने हुए टेंट को मैं अपने हाथों से छुपाने का प्रयास कर रहा था...
..गुच्च....गुच्च.....'
"आईSSSS.....उईSSS.....मम्मी... मेरी रूपाली दीदी फिर से चीखने लगी क्योंकि जुनैद बीच वाली उंगली को मेरी दीदी की गांड की छेद में घुसाने का प्रयास कर रहा था....
हाय मेरी जान ... बड़ा टाइट है तेरी गांड का छल्ला.... तेरा गांडू पति तेरी गांड मारता नहीं है... तेरी गांड तो कुंवारी लग रही है... बता ना साली... मेरी दीदी को अपने लोड़े पर उछाल रहा जुनैद पूछ रहा था और मेरी तरफ देख रहा था... मुझे शर्म आती है प्लीज आप मुझसे ऐसी बातें मत कीजिए..
"आईSSSS.....उईSSS....लोड़े पर बैठी हुई मेरी संस्कारी रूपाली दीदी बोली.....
तेरी मां का ..... साली रंडी... मेरे लोड़े पर बैठी है और शर्माने का नाटक कर रही हो..... जो भी पूछ रहा हूं उसका ठीक से जवाब दें वरना तेरे भाई की गांड में चाकू डाल दूंगा... दीदी के निपल्स को जुनैद ने फिर से अपने दांत में दबोच लिया और काटने लगा...
आआआहह.....उउउइ..माआ....ये क्या ...आआआअ.... नहीं प्लीज... मेरी रूपाली दीदी बिल बिल आने लगी... जुनैद जोर जोर से मेरी दीदी को अपने लोड़े पर उछाल रहा था... मेरी दीदी की चूचियां उनके मंगलसूत्र के साथ ऊपर नीचे हो रही थी... साली रंडी छिनाल.. मुझे गंदी गंदी बातें पसंद है.. तेरा जवाब भी वैसे ही होना चाहिए... वरना तुझे और तेरे भाई की गांड में गोली मार दूंगा रंडी... दीदी के निपल्स को खाने के बाद जुनैद ने अपना चेहरा उठाकर बड़ी कठोरता से कहा.. मैं तो डरा हुआ था पर मेरा लौड़ा मेरी सुहागन दीदी की ठुकाई देखकर बिल्कुल तना हुआ था... मेरी दीदी भी काफी डरी हुई थी.. पर उनकी आंखें भी गुलाबी हो चुकी थी वासना के खुमार में... जुनैद के मोटे तगड़े लोड़े ने मेरी रूपाली दीदी को वासना के जाल में फंसा लिया था....
आआहह… ……आअहह…..हाँ मैं आपका साथ दे तो रही हूं...आआहह… आप जो चाहे मेरे साथ करो.. पर मेरे भाई को छोड़ दो ... बोलते हुए मेरी रूपाली दीदी जुनैद के मूसल पर कूदने लगी...
ठीक है मेरी रानी... मेरी रूपाली रंडी.. मेरी जान... मैं तो आज तेरी खूब लूंगा... पर मेरे साथ गंदी गंदी बातें कर... बोलते हुए जुनैद ने मेरी दीदी के दोनों चूतड़ दबोच लिय और उठ कर खड़ा हो गया... मेरी दीदी अभी भी उसके लोड़े पर बैठी हुई थी.... जुनैद मेरी दीदी को खड़े-खड़े चोदने लगा... ताकतवर जुनैद की गोद में बैठ उसके लोड़े का झटका अपनी योनि में खाती हुई मेरी दीदी की सांसे अस्त व्यस्त थी. दीदी की दोनों टांगे जुनैद की कमर से लिपटी हुई थी... सहारे के लिए दीदी ने जुनैद की गर्दन पकड़ रखी थी...... पागल सांड की तरह मेरी दीदी को अपने लोड़े पर उठा उठा के चोद रहा था जुनैद... वाकई जुनैद में सांड जैसी ताकत थी... तभी तो वह मेरी फूलों से भी नाजुक रूपाली दीदी को एक छोटी सी गुड़िया की तरह अपने ल** पर बिठा खड़े-खड़े चोद रहा था.. जुनैद के गले में बाहें डाले हुए अपने होठों को अपने दांतों से दबाकर आंखे बंद किए हुए मेरी रूपाली दीदी झड़ने लगी थी... दीदी की योनि से काम रस टपक के जुनैद के लोड़े को गिला करने लगा... झड़ने के बाद गर्म गर्म सांस लेती हुई मेरी दीदी चिपक गई थी जुनैद के बदन से... पर अभी भी उसी रफ्तार से मेरी दीदी को जुनैद अपने लोड़े पर उछाल रहा था... तकरीबन 5 मिनट तक मेरी दीदी को खड़े-खड़े चोदने के बाद उसने मेरी दीदी को नीचे सूखी घास पर पटक दीया और उनके ऊपर चढ़ गया.. एक बार फिर उसने मेरी दीदी के नरम मुलायम नाजुक गुलाबी योनि पर अपने बड़े से लोड़े को सेट किया और एक झटके में पूरा का पूरा अंदर डाल दिया... मेरी दीदी का बदन इंद्रधनुष की तरह अकड़ गया..... दीदी की आंखें पथरा गई थी... उनकी बड़ी बड़ी गोल-गोल चूचियां झोपड़ी की छत की तरफ खड़े हो गय... मेरी संस्कारी रूपाली दीदी दूसरी बार झड़ रही थी... जुनैद ने अपने लोड़े के झटके बंद कर दिए थे.. वह मेरी दीदी को झड़ते हुए निहार रहा था.... दीदी की गोरी गोरी चुचियों पर उनका सफेद दूध बिखरा पड़ा था.. दीदी का मुंह पूरा खुला हुआ था.. पर उनके मुंह से कुछ भी आवाज नहीं निकल रही थी.. जुनैद मेरी दीदी की चुचियों को जीभ से चाटने लगा...
देख साले तेरी रूपाली दीदी कितनी बड़ी रंडी... झड़ गई कुत्तिया... तेरे गांडू जीजा के लोड़े से कभी मजा नहीं आया होगा इस छिनाल को.... असलम अपने लोड़े को हिलाते हुए मेरी तरफ देख कर बोल रहा था... उसके लोड़े पर मोटी मोटी नस ऊपर आ गई थी.. इतना बड़ा लौड़ा तो मैंने ब्लू फिल्मों में भी नहीं देखा था.... ना जाने क्या क्या बक रहा था मेरी रूपाली दीदी के बारे में असलम...
..गुच्च....गुच्च.....'
"आईSSSS.....उईSSS.....मम्मी... मेरी रूपाली दीदी फिर से चीखने लगी क्योंकि जुनैद बीच वाली उंगली को मेरी दीदी की गांड की छेद में घुसाने का प्रयास कर रहा था....
हाय मेरी जान ... बड़ा टाइट है तेरी गांड का छल्ला.... तेरा गांडू पति तेरी गांड मारता नहीं है... तेरी गांड तो कुंवारी लग रही है... बता ना साली... मेरी दीदी को अपने लोड़े पर उछाल रहा जुनैद पूछ रहा था और मेरी तरफ देख रहा था... मुझे शर्म आती है प्लीज आप मुझसे ऐसी बातें मत कीजिए..
"आईSSSS.....उईSSS....लोड़े पर बैठी हुई मेरी संस्कारी रूपाली दीदी बोली.....
तेरी मां का ..... साली रंडी... मेरे लोड़े पर बैठी है और शर्माने का नाटक कर रही हो..... जो भी पूछ रहा हूं उसका ठीक से जवाब दें वरना तेरे भाई की गांड में चाकू डाल दूंगा... दीदी के निपल्स को जुनैद ने फिर से अपने दांत में दबोच लिया और काटने लगा...
आआआहह.....उउउइ..माआ....ये क्या ...आआआअ.... नहीं प्लीज... मेरी रूपाली दीदी बिल बिल आने लगी... जुनैद जोर जोर से मेरी दीदी को अपने लोड़े पर उछाल रहा था... मेरी दीदी की चूचियां उनके मंगलसूत्र के साथ ऊपर नीचे हो रही थी... साली रंडी छिनाल.. मुझे गंदी गंदी बातें पसंद है.. तेरा जवाब भी वैसे ही होना चाहिए... वरना तुझे और तेरे भाई की गांड में गोली मार दूंगा रंडी... दीदी के निपल्स को खाने के बाद जुनैद ने अपना चेहरा उठाकर बड़ी कठोरता से कहा.. मैं तो डरा हुआ था पर मेरा लौड़ा मेरी सुहागन दीदी की ठुकाई देखकर बिल्कुल तना हुआ था... मेरी दीदी भी काफी डरी हुई थी.. पर उनकी आंखें भी गुलाबी हो चुकी थी वासना के खुमार में... जुनैद के मोटे तगड़े लोड़े ने मेरी रूपाली दीदी को वासना के जाल में फंसा लिया था....
आआहह… ……आअहह…..हाँ मैं आपका साथ दे तो रही हूं...आआहह… आप जो चाहे मेरे साथ करो.. पर मेरे भाई को छोड़ दो ... बोलते हुए मेरी रूपाली दीदी जुनैद के मूसल पर कूदने लगी...
ठीक है मेरी रानी... मेरी रूपाली रंडी.. मेरी जान... मैं तो आज तेरी खूब लूंगा... पर मेरे साथ गंदी गंदी बातें कर... बोलते हुए जुनैद ने मेरी दीदी के दोनों चूतड़ दबोच लिय और उठ कर खड़ा हो गया... मेरी दीदी अभी भी उसके लोड़े पर बैठी हुई थी.... जुनैद मेरी दीदी को खड़े-खड़े चोदने लगा... ताकतवर जुनैद की गोद में बैठ उसके लोड़े का झटका अपनी योनि में खाती हुई मेरी दीदी की सांसे अस्त व्यस्त थी. दीदी की दोनों टांगे जुनैद की कमर से लिपटी हुई थी... सहारे के लिए दीदी ने जुनैद की गर्दन पकड़ रखी थी...... पागल सांड की तरह मेरी दीदी को अपने लोड़े पर उठा उठा के चोद रहा था जुनैद... वाकई जुनैद में सांड जैसी ताकत थी... तभी तो वह मेरी फूलों से भी नाजुक रूपाली दीदी को एक छोटी सी गुड़िया की तरह अपने ल** पर बिठा खड़े-खड़े चोद रहा था.. जुनैद के गले में बाहें डाले हुए अपने होठों को अपने दांतों से दबाकर आंखे बंद किए हुए मेरी रूपाली दीदी झड़ने लगी थी... दीदी की योनि से काम रस टपक के जुनैद के लोड़े को गिला करने लगा... झड़ने के बाद गर्म गर्म सांस लेती हुई मेरी दीदी चिपक गई थी जुनैद के बदन से... पर अभी भी उसी रफ्तार से मेरी दीदी को जुनैद अपने लोड़े पर उछाल रहा था... तकरीबन 5 मिनट तक मेरी दीदी को खड़े-खड़े चोदने के बाद उसने मेरी दीदी को नीचे सूखी घास पर पटक दीया और उनके ऊपर चढ़ गया.. एक बार फिर उसने मेरी दीदी के नरम मुलायम नाजुक गुलाबी योनि पर अपने बड़े से लोड़े को सेट किया और एक झटके में पूरा का पूरा अंदर डाल दिया... मेरी दीदी का बदन इंद्रधनुष की तरह अकड़ गया..... दीदी की आंखें पथरा गई थी... उनकी बड़ी बड़ी गोल-गोल चूचियां झोपड़ी की छत की तरफ खड़े हो गय... मेरी संस्कारी रूपाली दीदी दूसरी बार झड़ रही थी... जुनैद ने अपने लोड़े के झटके बंद कर दिए थे.. वह मेरी दीदी को झड़ते हुए निहार रहा था.... दीदी की गोरी गोरी चुचियों पर उनका सफेद दूध बिखरा पड़ा था.. दीदी का मुंह पूरा खुला हुआ था.. पर उनके मुंह से कुछ भी आवाज नहीं निकल रही थी.. जुनैद मेरी दीदी की चुचियों को जीभ से चाटने लगा...
देख साले तेरी रूपाली दीदी कितनी बड़ी रंडी... झड़ गई कुत्तिया... तेरे गांडू जीजा के लोड़े से कभी मजा नहीं आया होगा इस छिनाल को.... असलम अपने लोड़े को हिलाते हुए मेरी तरफ देख कर बोल रहा था... उसके लोड़े पर मोटी मोटी नस ऊपर आ गई थी.. इतना बड़ा लौड़ा तो मैंने ब्लू फिल्मों में भी नहीं देखा था.... ना जाने क्या क्या बक रहा था मेरी रूपाली दीदी के बारे में असलम...