12-08-2020, 10:50 AM
रात में अमित के साथ बिस्तर पर नंगी पड़ी थी।
पूरे दिन गरमा गरम कार्यक्रम देखकर मेरी इच्छा हो रही थी कि आज मेरी जम कर चुदाई हो पर अमित के लण्ड में कोई खास तनाव नही आ पा रहा था।
जो मुझे भी पता था कि दिन भर चुदाई की वजह से ऐसा हो रहा था पर मुझे भी उसका मज़ा लेना था। इसलिए लण्ड को पकड़कर बोली ,--क्या बात है आज कमला को चोदने के बाद लण्ड ढीला पड़ा है।
अमित ,-बस तुमने ही कहा था रोज वियाग्रा खाने से साइड इफ़ेक्ट होता है।
मैं,-तो एक राउंड कम कर लेते कमला के साथ तुमको पता नही था क्या की रात में अपनी बीबी को भी ठंडा करना पड़ेगा ।
अमित ,--अभी हो जाएगा तुम अपनी कहानी सुनाओ।
मैं ,--तुम पूरे पागल हो कहानी से क्या होगा वो कोई टेबलेट थॉडी ही है जो तुमको गरम कर देगी।
अमित ,--पर तुम्हरी कहानी भी वियाग्रा का काम करती है दिमाग मे पूरा नशा चढ़ा देती है ।
मैं,--पहले ये बताओ तुम ने उस समय फोन क्यों काटा ।
अमित ,--तुमको बताया तो था।
मैं,--पक्का ना ,अगर मम्मी ने कुछ और बताया तो देख लेना तुम तुम हमेशा के लिए मेरी नजर में विस्वास खो दोगे क्योंकि मेने अपने बारे में तुमसे कुछ नही छिपाया है
अब तो मम्मी भी मुझे रीता जैसे मानती है और तुम ने सच नही बताया तो मेरी एक सहेली और बढ़ जाएगी ।
अमित ,--मतलब।
मैं ,--में सुरजी को अपनी सहेली बना कर उससे पूछ लुंगी की वो कोनसी गलत संगत की बात कर रही थी बाद में मत बोलना की मुझे कमला या किसी और के साथ कुछ करना है क्योंकि मुझे खुद से ज्यादा तुम पर भरोसा है ।तुम कभी भी मुझे पूछे बिना कुछ नही करोगे।
जवाब में अमित थोड़ा इमोशनल हो गया और मुझे ताबड़तोड़ किस करने लगा और पूरे चेहरे पर किस करके बोला ।
अमित ,--अब यार तुम मुझपर इतना विस्वास करती हो तो मुझे बोलना ही पड़ेगा पर में इसलिए नही बोल रहा था कि वो बातें मेरे लिए शर्म की बात थी।
मैं,--अब जब मैने तुम्हारे शरीर का हर हिस्सा और हर अंग को नंगा देख लिया और अपनी कहानी पूरी बेशर्मी के साथ सुना दी फिर क्या शर्म।
अमित ,--ठीक है जब तुमको तुमको दिक्कत नही है तो फिर सुनो ,मम्मी मेरे बारे में बहुत कुछ जानती थी जब में कॉलेज में पढ़ता था सिवाय चंदा चाची को छोड़कर।
में अपनी चुत पर हाथ फिराते हुए ,--अहह....उसको मम्मी नही उसको सुरजी रांड बोल ना प्लीज्।
अमित ,--एक दिन सुरजी रांड ने मुझे अपने दोस्त किशना के साथ गाँड मराते हुए देख लिया था घर पर अपने कमरे में , जो गलती से अंदर से बंद करना भूल गया और उसने खोल लिया ।
अमित ने जब अपनी मम्मी को रांड बोला तो उसके लण्ड ने एक झटका खाया ।और उसने अपना लण्ड मेरी चुत में घुसा कर चोदना चालू कर दिया।
मैं ,--अहह...आगे बोल नॉनस्टॉप।
अमित ,--लेकिन वो देखकर चुपचाप चली गयी और कुछ नही बोली जिसके बाद में भी डर गया और कुछ दिन में भी मम्मी के सामने जाने से डरने लगा लेकिन मम्मी ने मुझ पर नजर रखना चालू कर दिया और मेरी जासूसी करने लगी फिर सेक्सी कहानियों की किताबें जो मेरे रूम में में छुपा कर रखता था वो गायब होने लगी।
मैं,--आगे बढ़।
अमित ,--एक दिन मेने मम्मी के रूम में अपनी किताब देखी जब मम्मी बाहर गयी हुई थी। जो उसने छुपाकर रखी थी अपनी आलमीरा में कपड़ीं के नीचे, उसके बाद मेने बुक्स लाना छोड़ दिया ।
मैं,--साले क्यों छोड़ा बिचारी सुरजी उनको पढ़कर अंगुली करती होगी ।
अमित ,--फिर जिस दिन चंदा चाची ने उसकी पैंटी मंगवाई थी वो मेने अपनी अलमारी में रखी थी लेकिन दो दिन बाद में देखा सुरजी ने नहाते समय वो पहन रखी थी
मैं ,--तब तो उस पर तेरे अंकल का माल भी लगा होगा जिसे उसने चाटा होगा ।
अमित ,--ओह्ह.......साली तू बहुत बड़ी रण्डी है ऐसी बातें बोलती है मज़ा आ जाता है ।
में ,--अहह.....आगे बोल ना फिर क्या हुआ ।
अमित ,---बस इसके बाद में छुप छुप कर कुछ दिन उसको नहाते देखा और फिर कॉलेज में पढ़ाई के लिए शहर चला गया।
मैं,--बहनचोद तू चुतिया है थोड़ा सा झूट मूठ का ही कुछ बोल देता है मेने तेरे को जो कहानी सुनाई थी वो असली थोड़े ही थी मनघड़ंत थी ।
अमित ,--पर मुझे तुम्हारे जैसे शब्दों का सलेक्शन करना नही आता।
में ,--साले को गाँड मरवाना आता है वो तेरी रण्डी मोम तुझे जानबूझकर नंगी होके दिखाती थी कि तू उसको पकड़कर चोद दे और तू उसको देखकर लण्ड हिला लेता था।
अमित ,--पर उस समय मुझे दो दो माल चोदने को थे और इतना समझ कहाँ थी वो तो चंदा चाची ने मुझे कम उम्र में सीखा दिया सबकुछ नही तो जिस उम्र में बच्चे जानते भी नही की चुदाई क्या होती है फिर पापा के डर से मेरी गाँड फटती थी कि वो पापा को नही बोल दे।
मैं,--तेरे बाप के लण्ड में दम होता तो वो तुझे नंगी होकर दिखाती क्या वो तो उसी दिन तेरी मार मार के चमड़ी उधेड़ देती जब तू किशना से गाँड मरवा रहा था।
अमित ,--पर यार अपनी मोम के साथ सोचकर मुझे हिम्मत नही हुई औऱ उस समय सेक्सी कहानियां भी उतनी तरह की पढ़ने को नही होती थी बस भाई बहन तक ही सीमित होती थी।
मैं ,--अब तू मुझे कुछ और बोल मेरी चुत सुबह से भट्टी के जैसे गरम है ।
अमित ,--क्या बोलूं
मैं ,--उस दोस्त किशना के बारे में कुछ बता तेरी बात तो होती ही होगी उससे।
अमित ,--शादी में आया था न वो अपनी।
मैं,--साले कुछ ऐसा बोल ना कि मज़ा आये उसने तेरी गाँड मारी है तो तेरी बीबी के बारे में भी कुछ बोलता रहा होगा।
अमित ने जब ये सुना तो वो एकदम जोश से भर गया और जोर से चोदना चालू कर दिया जैसे उसे कुछ याद आ गया हो।
अमित ,-ओह्ह.......वो साला बोलता था कि तुम तो गांडू है तेरी बीबी को भी मुझे ही चोदना पड़ेगा।
मैं ,--अहह......तो बुला ले उसको तेरी गाँड मारकर तेरी इस हसीन बीबी को तेरे सामने चोदेगा ।
अमित ,--ओह्ह,......साला वो दोनों को एक साथ चोद कर ठंडा कर देगा।
अमित की स्पीड बढ़ गयी थी और मुझे लगा अब वो खल्लास होने वाला है और में भी करीब ही थी इसलिए उसके साथ ही झड़ने में फायदा है नही तो वो सुबह तक दुबारा चोदने लायक नही होगा इसलिए।
मैं ,--अहह....मेरा गांडू पति पहले उससे गाँड मरवाएगा फिर उसका लण्ड चूसकर खड़ा करना और फिर मेरी चुत चाटना और उसको बोलना मेरी इस मस्त माल बीबी को चोद दो और उसका लण्ड पकड़ कर मेरी इस फूली हुई चुत में अपने हाथ से डालना,
अहह....…..........
और फिर मेरी चुत ने दिन भर से जमा पानी छोड़ना चालू कर दिया जो अमित के लण्ड के पानी के साथ मिलकर रबड़ी बनने लगा और दोनों ऐसे ही सो गए
पूरे दिन गरमा गरम कार्यक्रम देखकर मेरी इच्छा हो रही थी कि आज मेरी जम कर चुदाई हो पर अमित के लण्ड में कोई खास तनाव नही आ पा रहा था।
जो मुझे भी पता था कि दिन भर चुदाई की वजह से ऐसा हो रहा था पर मुझे भी उसका मज़ा लेना था। इसलिए लण्ड को पकड़कर बोली ,--क्या बात है आज कमला को चोदने के बाद लण्ड ढीला पड़ा है।
अमित ,-बस तुमने ही कहा था रोज वियाग्रा खाने से साइड इफ़ेक्ट होता है।
मैं,-तो एक राउंड कम कर लेते कमला के साथ तुमको पता नही था क्या की रात में अपनी बीबी को भी ठंडा करना पड़ेगा ।
अमित ,--अभी हो जाएगा तुम अपनी कहानी सुनाओ।
मैं ,--तुम पूरे पागल हो कहानी से क्या होगा वो कोई टेबलेट थॉडी ही है जो तुमको गरम कर देगी।
अमित ,--पर तुम्हरी कहानी भी वियाग्रा का काम करती है दिमाग मे पूरा नशा चढ़ा देती है ।
मैं,--पहले ये बताओ तुम ने उस समय फोन क्यों काटा ।
अमित ,--तुमको बताया तो था।
मैं,--पक्का ना ,अगर मम्मी ने कुछ और बताया तो देख लेना तुम तुम हमेशा के लिए मेरी नजर में विस्वास खो दोगे क्योंकि मेने अपने बारे में तुमसे कुछ नही छिपाया है
अब तो मम्मी भी मुझे रीता जैसे मानती है और तुम ने सच नही बताया तो मेरी एक सहेली और बढ़ जाएगी ।
अमित ,--मतलब।
मैं ,--में सुरजी को अपनी सहेली बना कर उससे पूछ लुंगी की वो कोनसी गलत संगत की बात कर रही थी बाद में मत बोलना की मुझे कमला या किसी और के साथ कुछ करना है क्योंकि मुझे खुद से ज्यादा तुम पर भरोसा है ।तुम कभी भी मुझे पूछे बिना कुछ नही करोगे।
जवाब में अमित थोड़ा इमोशनल हो गया और मुझे ताबड़तोड़ किस करने लगा और पूरे चेहरे पर किस करके बोला ।
अमित ,--अब यार तुम मुझपर इतना विस्वास करती हो तो मुझे बोलना ही पड़ेगा पर में इसलिए नही बोल रहा था कि वो बातें मेरे लिए शर्म की बात थी।
मैं,--अब जब मैने तुम्हारे शरीर का हर हिस्सा और हर अंग को नंगा देख लिया और अपनी कहानी पूरी बेशर्मी के साथ सुना दी फिर क्या शर्म।
अमित ,--ठीक है जब तुमको तुमको दिक्कत नही है तो फिर सुनो ,मम्मी मेरे बारे में बहुत कुछ जानती थी जब में कॉलेज में पढ़ता था सिवाय चंदा चाची को छोड़कर।
में अपनी चुत पर हाथ फिराते हुए ,--अहह....उसको मम्मी नही उसको सुरजी रांड बोल ना प्लीज्।
अमित ,--एक दिन सुरजी रांड ने मुझे अपने दोस्त किशना के साथ गाँड मराते हुए देख लिया था घर पर अपने कमरे में , जो गलती से अंदर से बंद करना भूल गया और उसने खोल लिया ।
अमित ने जब अपनी मम्मी को रांड बोला तो उसके लण्ड ने एक झटका खाया ।और उसने अपना लण्ड मेरी चुत में घुसा कर चोदना चालू कर दिया।
मैं ,--अहह...आगे बोल नॉनस्टॉप।
अमित ,--लेकिन वो देखकर चुपचाप चली गयी और कुछ नही बोली जिसके बाद में भी डर गया और कुछ दिन में भी मम्मी के सामने जाने से डरने लगा लेकिन मम्मी ने मुझ पर नजर रखना चालू कर दिया और मेरी जासूसी करने लगी फिर सेक्सी कहानियों की किताबें जो मेरे रूम में में छुपा कर रखता था वो गायब होने लगी।
मैं,--आगे बढ़।
अमित ,--एक दिन मेने मम्मी के रूम में अपनी किताब देखी जब मम्मी बाहर गयी हुई थी। जो उसने छुपाकर रखी थी अपनी आलमीरा में कपड़ीं के नीचे, उसके बाद मेने बुक्स लाना छोड़ दिया ।
मैं,--साले क्यों छोड़ा बिचारी सुरजी उनको पढ़कर अंगुली करती होगी ।
अमित ,--फिर जिस दिन चंदा चाची ने उसकी पैंटी मंगवाई थी वो मेने अपनी अलमारी में रखी थी लेकिन दो दिन बाद में देखा सुरजी ने नहाते समय वो पहन रखी थी
मैं ,--तब तो उस पर तेरे अंकल का माल भी लगा होगा जिसे उसने चाटा होगा ।
अमित ,--ओह्ह.......साली तू बहुत बड़ी रण्डी है ऐसी बातें बोलती है मज़ा आ जाता है ।
में ,--अहह.....आगे बोल ना फिर क्या हुआ ।
अमित ,---बस इसके बाद में छुप छुप कर कुछ दिन उसको नहाते देखा और फिर कॉलेज में पढ़ाई के लिए शहर चला गया।
मैं,--बहनचोद तू चुतिया है थोड़ा सा झूट मूठ का ही कुछ बोल देता है मेने तेरे को जो कहानी सुनाई थी वो असली थोड़े ही थी मनघड़ंत थी ।
अमित ,--पर मुझे तुम्हारे जैसे शब्दों का सलेक्शन करना नही आता।
में ,--साले को गाँड मरवाना आता है वो तेरी रण्डी मोम तुझे जानबूझकर नंगी होके दिखाती थी कि तू उसको पकड़कर चोद दे और तू उसको देखकर लण्ड हिला लेता था।
अमित ,--पर उस समय मुझे दो दो माल चोदने को थे और इतना समझ कहाँ थी वो तो चंदा चाची ने मुझे कम उम्र में सीखा दिया सबकुछ नही तो जिस उम्र में बच्चे जानते भी नही की चुदाई क्या होती है फिर पापा के डर से मेरी गाँड फटती थी कि वो पापा को नही बोल दे।
मैं,--तेरे बाप के लण्ड में दम होता तो वो तुझे नंगी होकर दिखाती क्या वो तो उसी दिन तेरी मार मार के चमड़ी उधेड़ देती जब तू किशना से गाँड मरवा रहा था।
अमित ,--पर यार अपनी मोम के साथ सोचकर मुझे हिम्मत नही हुई औऱ उस समय सेक्सी कहानियां भी उतनी तरह की पढ़ने को नही होती थी बस भाई बहन तक ही सीमित होती थी।
मैं ,--अब तू मुझे कुछ और बोल मेरी चुत सुबह से भट्टी के जैसे गरम है ।
अमित ,--क्या बोलूं
मैं ,--उस दोस्त किशना के बारे में कुछ बता तेरी बात तो होती ही होगी उससे।
अमित ,--शादी में आया था न वो अपनी।
मैं,--साले कुछ ऐसा बोल ना कि मज़ा आये उसने तेरी गाँड मारी है तो तेरी बीबी के बारे में भी कुछ बोलता रहा होगा।
अमित ने जब ये सुना तो वो एकदम जोश से भर गया और जोर से चोदना चालू कर दिया जैसे उसे कुछ याद आ गया हो।
अमित ,-ओह्ह.......वो साला बोलता था कि तुम तो गांडू है तेरी बीबी को भी मुझे ही चोदना पड़ेगा।
मैं ,--अहह......तो बुला ले उसको तेरी गाँड मारकर तेरी इस हसीन बीबी को तेरे सामने चोदेगा ।
अमित ,--ओह्ह,......साला वो दोनों को एक साथ चोद कर ठंडा कर देगा।
अमित की स्पीड बढ़ गयी थी और मुझे लगा अब वो खल्लास होने वाला है और में भी करीब ही थी इसलिए उसके साथ ही झड़ने में फायदा है नही तो वो सुबह तक दुबारा चोदने लायक नही होगा इसलिए।
मैं ,--अहह....मेरा गांडू पति पहले उससे गाँड मरवाएगा फिर उसका लण्ड चूसकर खड़ा करना और फिर मेरी चुत चाटना और उसको बोलना मेरी इस मस्त माल बीबी को चोद दो और उसका लण्ड पकड़ कर मेरी इस फूली हुई चुत में अपने हाथ से डालना,
अहह....…..........
और फिर मेरी चुत ने दिन भर से जमा पानी छोड़ना चालू कर दिया जो अमित के लण्ड के पानी के साथ मिलकर रबड़ी बनने लगा और दोनों ऐसे ही सो गए