06-03-2019, 09:51 AM
मे: क्या हुआ मेखला दीदी ?
मेखला दीदी: रोहन प्लीज रूम के बाहर जा थोड़ी देर के लिए. मुझे कपड़े बदलने है.
मे: लेकिन मेखला दीदी आपने जो कपड़े पहेने है वो ठीक ही तो है. क्या खराबी है उनमे ?
मेखला दीदी : प्लीज बाहर जा.. मुझे कोई कपड़े चेंज नही करने यार… मेरी ब्रा का हुक टूट गया है पीछे से तो मुझे सिर्फ़ मेरी ब्रा निकलनी है ब्लाउस के अंदर से. मेखला दीदी की ऐसी बात सुनके मैं तो हेरान रह गया और चालू एसी मे पसीना आ गया. फिर अपने आप को ठीक करते हुए बोला
मे: मेखला दीदी लेकिन आपके रूम मे जाओ ना… नहीं तो बाथरूम मे चली जाओ ,आप मुझे क्यू बाहर निकल रही हो ?
मेखला दीदी: तेरे जीजू भी आ गये है और वो नहाने गये है बाथरूम मे और मेरे बेडरूम मे ममाजी सो रहे है तेरे जीजू के और ड्रॉयिंग रूम मे मामी जी और बच्चे खेल रहे है. अब तू प्लीज़ बहस करना बंद कर और बाहर जा थोड़ी देर के लिए....
मेखला दीदी: रोहन प्लीज रूम के बाहर जा थोड़ी देर के लिए. मुझे कपड़े बदलने है.
मे: लेकिन मेखला दीदी आपने जो कपड़े पहेने है वो ठीक ही तो है. क्या खराबी है उनमे ?
मेखला दीदी : प्लीज बाहर जा.. मुझे कोई कपड़े चेंज नही करने यार… मेरी ब्रा का हुक टूट गया है पीछे से तो मुझे सिर्फ़ मेरी ब्रा निकलनी है ब्लाउस के अंदर से. मेखला दीदी की ऐसी बात सुनके मैं तो हेरान रह गया और चालू एसी मे पसीना आ गया. फिर अपने आप को ठीक करते हुए बोला
मे: मेखला दीदी लेकिन आपके रूम मे जाओ ना… नहीं तो बाथरूम मे चली जाओ ,आप मुझे क्यू बाहर निकल रही हो ?
मेखला दीदी: तेरे जीजू भी आ गये है और वो नहाने गये है बाथरूम मे और मेरे बेडरूम मे ममाजी सो रहे है तेरे जीजू के और ड्रॉयिंग रूम मे मामी जी और बच्चे खेल रहे है. अब तू प्लीज़ बहस करना बंद कर और बाहर जा थोड़ी देर के लिए....
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.