06-03-2019, 01:53 AM
फिर में उसजे बूब्स के निप्पल को दबाने लगा और बीच-बीच में उसको चूस और काट भी रहा था और कुछ देर बाद में धीरे-धीरे उसके पूरे बदन को चूमते हुए नमिता की जाँघो के पास आ गया और नमिता की गुलाबी पेंटी को खींचकर मैंने उतार दिया। फिर मैंने जैसे ही उसकी पेंटी को उतारा नमिता ने अपने दोनों पैरों को मोड़ लिया जिसकी वजह से उसकी चूत जांघो के बीच में छुप गई। दोस्तों पानी अभी भी उसी गति से आ रहा था, मैंने नमिता के दोनों पैरों को ज़ोर लगाकर एक दूसरे से अलग किया और देखा कि नमिता की चूत गुलाबी और बड़ी ही टाईट नजर आ रही थी और उस पर काले रंग के हल्के-हल्के बाल थे। अब में उसकी चूत को चूमने लगा, मैंने नमिता रानी की गुलाबी चूत की दोनों फांको को दूर किया और उसको अपनी ज़ीभ से चाटने लगा था, वाह क्या मस्त स्वाद था मेरी बहन की चूत का? अब में उसकी चूत को लगातार चूसता ही जा रहा था, मैंने देखा कि अब नमिता भी जोश में आ चुकी थी और उसके मुँह से आह्ह्ह्ह ऊहह्ह्ह्हह की आवाजे निकल रही थी। फिर करीब दस मिनट तक नमिता की चूत चूसने के बाद मैंने नमिता की टाईट चूत में अपनी एक उंगली को डालकर ऊँगली से चुदाई करना शुरू कर दिया।
अब नमिता मेरे हाथ को पकड़कर ऊँगली को बाहर निकालने की कोशिश कर रही थी, लेकिन मैंने उसके हाथों को हटाए रखा और उसकी चूत में वैसे ही ऊँगली करता रहा। फिर मैंने देखा कि उसकी चूत से सफ़ेद रंग का पानी निकल रहा है तभी में तुरंत समझ गया कि मेरी रानी की चूत ने पानी छोड़ दिया है और में झट से नीचे झुककर उसको चाटने लगा। अब नमिता जोश मज़े की वजह से एकदम पागलों की तरह ऊह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह किए जा रही थी, मेरा सात इंच का लंड भी पूरी तरह से तनकर खड़ा हो गया था। अब मुझे आगे का काम करने में ज्यादा देरी करना उचित नहीं लगा और इसलिए मैंने नमिता के दोनों पैरों को उठाकर पूरा फैला दिया और फिर अपने लंड का टोपा उसकी चूत पर रखा और ज़ोर से एक धक्का मार दिया। अब मेरा आधा लंड मेरी प्यारी बहन नमिता की चूत में घुस गया, तभी नमिता के मुँह से दर्द की वजह से ज़ोर से चीख निकल गई आह्ह्ह्ह आहह्ह्ह ऊऊहहह्ह्ह मुझे बहुत तेज दर्द हो रहा है आह्ह्हहह भैया दर्द हो रहा है। अब आप इसको जल्दी से बाहर निकालो ऊफ्फ्फ्फ़ वरना में मर ही जाउंगी और फिर वो धीरे-धीरे रोने लगी थी।
अब नमिता मेरे हाथ को पकड़कर ऊँगली को बाहर निकालने की कोशिश कर रही थी, लेकिन मैंने उसके हाथों को हटाए रखा और उसकी चूत में वैसे ही ऊँगली करता रहा। फिर मैंने देखा कि उसकी चूत से सफ़ेद रंग का पानी निकल रहा है तभी में तुरंत समझ गया कि मेरी रानी की चूत ने पानी छोड़ दिया है और में झट से नीचे झुककर उसको चाटने लगा। अब नमिता जोश मज़े की वजह से एकदम पागलों की तरह ऊह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह किए जा रही थी, मेरा सात इंच का लंड भी पूरी तरह से तनकर खड़ा हो गया था। अब मुझे आगे का काम करने में ज्यादा देरी करना उचित नहीं लगा और इसलिए मैंने नमिता के दोनों पैरों को उठाकर पूरा फैला दिया और फिर अपने लंड का टोपा उसकी चूत पर रखा और ज़ोर से एक धक्का मार दिया। अब मेरा आधा लंड मेरी प्यारी बहन नमिता की चूत में घुस गया, तभी नमिता के मुँह से दर्द की वजह से ज़ोर से चीख निकल गई आह्ह्ह्ह आहह्ह्ह ऊऊहहह्ह्ह मुझे बहुत तेज दर्द हो रहा है आह्ह्हहह भैया दर्द हो रहा है। अब आप इसको जल्दी से बाहर निकालो ऊफ्फ्फ्फ़ वरना में मर ही जाउंगी और फिर वो धीरे-धीरे रोने लगी थी।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.