06-03-2019, 01:51 AM
मेरी उम्र 25 साल है, मेरे दो बहने है पहली की उम्र 18 साल और दूसरी बहन की उम्र 21 साल है। दोस्तों मैंने अपनी पिछली कहानी में आप सभी को बताया था कि मैंने अपनी छोटी बहन जिसका नाम सोम्या है उसको कैसे होटल में ले जाकर चोदा? अब में आप सभी को बताने जा रहा हूँ कि मैंने अपनी दूसरी बहन नमिता को कैसे बरसात में चोदा? यह घटना अभी कुछ दिनों पहले की है, उस दिन मेरे मम्मी-पापा किसी जरूरी काम से कहीं बाहर गये हुए थे।
अब में अपने घर में बिल्कुल अकेला था, उस समय मेरी छोटी बहन नमिता जिसकी उम्र 21 साल है वो उस समय कॉलेज गई थी और छोटी बहन सोम्या जिसकी उम्र 18 साल है वो अपनी किसी सहेली के पास अपने काम से गई थी, क्योंकि उसको अगले दिन अपने हॉस्टल भी जाना था। अब उस दिन में अपने कमरे में बैठकर चैटिंग कर रहा था, तभी उसी समय मैंने बाहर देखा तो आसमान में बड़े घने बादल मुझे साफ नजर आ रहे थे और इसलिए मैंने फोन करके अपनी दोनों बहन नमिता और सोम्या से बात करना शुरू किया। फिर तब सोम्या ने मुझसे कहा कि वो शाम तक वापस आएगी, लेकिन नमिता ने कहा कि बस थोड़ी ही देर में वो घर आ जाएगी उसको घर आने में बस थोड़ा सा समय लगेगा। अब मैंने बात खत्म करके बाहर निकलकर देखा तभी उसी समय बड़ी ज़ोर से बारिश आना शुरू हो गई, मुझे बरसात में नहाना बहुत अच्छा लगता है और इसलिए में तुरंत छोटी पेंट पहनकर छत पर चला गया और बारिश में भीगकर बारिश का मजा लेने लगा। तभी थोड़ी देर में दरवाजे की घंटी बजी, में उसी हालत में ही नीचे चला गया और मैंने दरवाजे को खोलकर देखा तो मैंने पाया कि दरवाज़े पर नमिता खड़ी हुई है और वो भी पूरी तरह से भीगी हुई है।
फिर जब मैंने दरवाज़ा खोला, तब वो अपने दुपट्टे को हाथ में लेकर उसको निचोड़कर उसका पानी निकाल रही थी और इसलिए अब उसके बूब्स मुझे साफ-साफ नजर आ रहे थे। अब पानी में भीगने की वज़ह से उसके पूरे कपड़े उसके गोरे बदन से चिपके हुए थे। अब मैंने देखा कि उसकी काले रंग की ब्रा उसके गुलाबी रंग के गीले सूट से मुझे साफ-साफ नजर आ रही थी और उसके बूब्स उस सूट के ऊपर से आधे बाहर उभरे हुए गोल नजर आ रहे थे। अब मुझे तो वो द्रश्य देखते ही एक अजीब तरह की मदहोशी छाने लगी थी और मेरा लंड भी जोश में आकर धीरे धीरे खड़ा होने लगा था। अब वो अंदर की तरफ आ गई, तब मैंने पीछे से उसके कूल्हों को बड़ी गौर से देखा, वाह क्या मस्त? एकदम गोल-गोल और आकर्षक नजर आ रहे थे। फिर में उसके पीछे-पीछे अंदर गया और मैंने उसको पूछा कि तुम्हे इतने तेज ठंडे पानी में भीगने की क्या जरूरत थी? तब नमिता ने कहा कि में घर के पास ही थी तभी ज़ोर से पानी आना शुरू हो गया इसमे मेरी कोई गलती नहीं है और वैसे भी मुझे पानी में भीगना अच्छा लगता है। अब मैंने उसको कहा कि हाँ ठीक है, में छत पर बरसात में नहाने जा रहा हूँ और यह बात उसको कहकर में ऊपर आ गया और नहाते हुए भी में नमिता के बदन उसके बूब्स के बारे में सोचने लगा था।
तभी मैंने देखा कि नमिता भी ऊपर आ गई और वो भी पानी में भीगने लगी थी। अब पानी अपने पूरे ज़ोर से बरस रहा था और में तो यही चाह रहा था कि वो भी ऊपर आ जाए। अब में नमिता से अपनी नजरे बचाकर उसके भीगे हुए गोरे चिकने बदन को घूरकर देख रहा था, मैंने देखा कि उसके गुलाबी रसभरे होंठ एकदम लाल हो चुके है और उसके आधे सुडोल बूब्स उसके सूट से बाहर निकलने को बेताब है और उसके चिकने गदराए हुए पैर एकदम मस्त लग रहे थे। अब मेरा तो मूड खराब होने लगा था, मैंने सोचा कि अब तक अपनी प्यारी बहन को झासा देकर चोदा है, लेकिन आज के साथ साथ असली मज़ा भी लिया जाए। दोस्तों इसके पहले भी में नमिता को रात में पांच बार चोद चुका था। फिर जो होगा देखा जाएगा और यह बात सोचकर मेरा लंड खड़ा होने लगा था। अब इधर नमिता पूरी मदहोशी में भीग रही थी, थोड़ी ही देर में मेरा लंड मेरी उस छोटी पेंट में खड़ा हो गया था और उसके ऊपर से साफ-साफ नजर आ रहा था। फिर मैंने देखा कि नमिता की नजर मेरी पेंट पर पड़ी उसने देखा और फिर वो थोड़ी सी मुस्कुराकर भीगने में मस्त हो गई। अब उसके पूरे बदन पर बरसात का पानी पड़ रहा था और उसकी आंखे एकदम लाल होती जा रही थी और इधर मुझसे वो सब देखकर रहा नहीं जा रहा था।
अब में अपने घर में बिल्कुल अकेला था, उस समय मेरी छोटी बहन नमिता जिसकी उम्र 21 साल है वो उस समय कॉलेज गई थी और छोटी बहन सोम्या जिसकी उम्र 18 साल है वो अपनी किसी सहेली के पास अपने काम से गई थी, क्योंकि उसको अगले दिन अपने हॉस्टल भी जाना था। अब उस दिन में अपने कमरे में बैठकर चैटिंग कर रहा था, तभी उसी समय मैंने बाहर देखा तो आसमान में बड़े घने बादल मुझे साफ नजर आ रहे थे और इसलिए मैंने फोन करके अपनी दोनों बहन नमिता और सोम्या से बात करना शुरू किया। फिर तब सोम्या ने मुझसे कहा कि वो शाम तक वापस आएगी, लेकिन नमिता ने कहा कि बस थोड़ी ही देर में वो घर आ जाएगी उसको घर आने में बस थोड़ा सा समय लगेगा। अब मैंने बात खत्म करके बाहर निकलकर देखा तभी उसी समय बड़ी ज़ोर से बारिश आना शुरू हो गई, मुझे बरसात में नहाना बहुत अच्छा लगता है और इसलिए में तुरंत छोटी पेंट पहनकर छत पर चला गया और बारिश में भीगकर बारिश का मजा लेने लगा। तभी थोड़ी देर में दरवाजे की घंटी बजी, में उसी हालत में ही नीचे चला गया और मैंने दरवाजे को खोलकर देखा तो मैंने पाया कि दरवाज़े पर नमिता खड़ी हुई है और वो भी पूरी तरह से भीगी हुई है।
फिर जब मैंने दरवाज़ा खोला, तब वो अपने दुपट्टे को हाथ में लेकर उसको निचोड़कर उसका पानी निकाल रही थी और इसलिए अब उसके बूब्स मुझे साफ-साफ नजर आ रहे थे। अब पानी में भीगने की वज़ह से उसके पूरे कपड़े उसके गोरे बदन से चिपके हुए थे। अब मैंने देखा कि उसकी काले रंग की ब्रा उसके गुलाबी रंग के गीले सूट से मुझे साफ-साफ नजर आ रही थी और उसके बूब्स उस सूट के ऊपर से आधे बाहर उभरे हुए गोल नजर आ रहे थे। अब मुझे तो वो द्रश्य देखते ही एक अजीब तरह की मदहोशी छाने लगी थी और मेरा लंड भी जोश में आकर धीरे धीरे खड़ा होने लगा था। अब वो अंदर की तरफ आ गई, तब मैंने पीछे से उसके कूल्हों को बड़ी गौर से देखा, वाह क्या मस्त? एकदम गोल-गोल और आकर्षक नजर आ रहे थे। फिर में उसके पीछे-पीछे अंदर गया और मैंने उसको पूछा कि तुम्हे इतने तेज ठंडे पानी में भीगने की क्या जरूरत थी? तब नमिता ने कहा कि में घर के पास ही थी तभी ज़ोर से पानी आना शुरू हो गया इसमे मेरी कोई गलती नहीं है और वैसे भी मुझे पानी में भीगना अच्छा लगता है। अब मैंने उसको कहा कि हाँ ठीक है, में छत पर बरसात में नहाने जा रहा हूँ और यह बात उसको कहकर में ऊपर आ गया और नहाते हुए भी में नमिता के बदन उसके बूब्स के बारे में सोचने लगा था।
तभी मैंने देखा कि नमिता भी ऊपर आ गई और वो भी पानी में भीगने लगी थी। अब पानी अपने पूरे ज़ोर से बरस रहा था और में तो यही चाह रहा था कि वो भी ऊपर आ जाए। अब में नमिता से अपनी नजरे बचाकर उसके भीगे हुए गोरे चिकने बदन को घूरकर देख रहा था, मैंने देखा कि उसके गुलाबी रसभरे होंठ एकदम लाल हो चुके है और उसके आधे सुडोल बूब्स उसके सूट से बाहर निकलने को बेताब है और उसके चिकने गदराए हुए पैर एकदम मस्त लग रहे थे। अब मेरा तो मूड खराब होने लगा था, मैंने सोचा कि अब तक अपनी प्यारी बहन को झासा देकर चोदा है, लेकिन आज के साथ साथ असली मज़ा भी लिया जाए। दोस्तों इसके पहले भी में नमिता को रात में पांच बार चोद चुका था। फिर जो होगा देखा जाएगा और यह बात सोचकर मेरा लंड खड़ा होने लगा था। अब इधर नमिता पूरी मदहोशी में भीग रही थी, थोड़ी ही देर में मेरा लंड मेरी उस छोटी पेंट में खड़ा हो गया था और उसके ऊपर से साफ-साफ नजर आ रहा था। फिर मैंने देखा कि नमिता की नजर मेरी पेंट पर पड़ी उसने देखा और फिर वो थोड़ी सी मुस्कुराकर भीगने में मस्त हो गई। अब उसके पूरे बदन पर बरसात का पानी पड़ रहा था और उसकी आंखे एकदम लाल होती जा रही थी और इधर मुझसे वो सब देखकर रहा नहीं जा रहा था।
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.