06-03-2019, 01:13 AM
अब मेरा लंड भी खड़ा होने लगा दीदी की चूत मैं तो जेसे पानी भरा था लगातार दीदी की चूत पानी बहा रही थी ओर मैं उस पानी को चाट रहा था दीदी आअहह ऊऊहह भाई करते रहो ओर मैं जितनी अपनी जीभ को चूत मैं ले जाता दीदी ओर उतनी तेज आवाज़े निकालती दीदी ने अपनी टांगो को मेरी पीठ पर फोल्ड किया ओर मेरे मुँह को चूत पर टिकाये रखा मैं लगातार चूत को चाट रहा था दीदी भी हल्के हल्के झटको से मेरे मुँह पर अपनी चूत उठाने लगी ओर बोली की राहुल मैं झड़ने वाली हूँ आआआहह राहुल ओर मैं भी चूत से निकला पानी पीना चाहता था तो चाटता ही रहा दीदी मेरे सिर को पकड़ कर चूत पर दबाने लगी ओर मैं जीभ चूत के ओर अंदर करने लगा.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.