06-03-2019, 01:13 AM
(This post was last modified: 06-07-2022, 12:06 PM by neerathemall. Edited 1 time in total. Edited 1 time in total.)
अब मैं घर मैं अकेला रह गया था वो 2 दिन बिताने मेरे लिये बहुत मुश्किल थे लेकिन मैं दीदी को कॉल करके उनके बारे मैं पूछता रहता वो 2 दिन हम दोनो भाई बहन ने बहुत मुश्किल से काटे. जब दीदी आई तो मैने डोर ओपन किया ओर दीदी ने अंदर आते ही डोर को लॉक कर मुझे वही लिप पर किस करने लगी मेने दीदी से कहा की दीदी थोड़ा आराम तो कर लो आप तो आते ही स्टार्ट हो गये तो दीदी ने कहा राहुल तू नही जानता मेरा क्या हाल हुआ है 2 दिन ओर तू आराम के लिये बोल रहा है तो मैं भी दीदी के मुँह को पकड़ कर उनके लिप पर किस करने लगा दीदी तो जेसे पहले से ही गर्म थी.
मैं अपनी जीभ को दीदी के मुँह मैं डालता ओर दीदी फिर मेरे मुँह मैं अपनी जीभ घुमाती मैं साथ मैं दीदी के बूब्स भी मसल रहा था तो दीदी बोली राहुल मेरी शर्ट उतार कर मसल ओर मैंने लिप पर किस करते हुये दीदी के बटन खोले ओर शर्ट उतार दी दीदी की पिंक ब्रा के उपर से ही मैं उनके बूब्स की निपल को चूसने लगा दीदी मेरे सिर मैं हाथ फेरती रही दीदी की ब्रा मेरे मुँह के पानी से गीली हो गई थी लेकिन मैं एक बूब्स को हाथ से मसलता ओर दूसरे को चूसता फिर दूसरे को चूसता ओर पहले को मसलता दीदी की गीली ब्रा से उनकी निपल दिखाई देने लगी दीदी ने अपने पीछे हाथ डाल कर अपनी ब्रा का हुक खोल दिया ओर हाथो को सीधा कर अपनी ब्रा उतारने के लिये बोला मेने बड़े प्यार से दीदी की ब्रा पकड़ी ओर उतार दिया.
मैं अपनी जीभ को दीदी के मुँह मैं डालता ओर दीदी फिर मेरे मुँह मैं अपनी जीभ घुमाती मैं साथ मैं दीदी के बूब्स भी मसल रहा था तो दीदी बोली राहुल मेरी शर्ट उतार कर मसल ओर मैंने लिप पर किस करते हुये दीदी के बटन खोले ओर शर्ट उतार दी दीदी की पिंक ब्रा के उपर से ही मैं उनके बूब्स की निपल को चूसने लगा दीदी मेरे सिर मैं हाथ फेरती रही दीदी की ब्रा मेरे मुँह के पानी से गीली हो गई थी लेकिन मैं एक बूब्स को हाथ से मसलता ओर दूसरे को चूसता फिर दूसरे को चूसता ओर पहले को मसलता दीदी की गीली ब्रा से उनकी निपल दिखाई देने लगी दीदी ने अपने पीछे हाथ डाल कर अपनी ब्रा का हुक खोल दिया ओर हाथो को सीधा कर अपनी ब्रा उतारने के लिये बोला मेने बड़े प्यार से दीदी की ब्रा पकड़ी ओर उतार दिया.
जिंदगी की राहों में रंजो गम के मेले हैं.
भीड़ है क़यामत की फिर भी हम अकेले हैं.